एनडीएमसी की बैठक में ड्रामा, केजरीवाल और भाजपा नेता में हुई बहस, सीएम हुए रुखसत
- नई दिल्ली नगरपालिका परिषद की बैठक
- भाजपा नेता और दिल्ली सीएम के बीच तीखी नोकझोंक
- चहल को बीच में ही छोड़कर जाना पड़ा।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। नई दिल्ली नगरपालिका परिषद (एनडीएमसी) की बैठक में बुधवार को ड्रामा सामने आया, जब भाजपा नेता कुलजीत सिंह चहल और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के बीच तीखी नोकझोंक हुई, जिसके परिणामस्वरूप चहल को बीच में ही छोड़कर जाना पड़ा। बाद में चहल ने केजरीवाल पर बाढ़ नियंत्रण समिति की शीर्ष समिति की बैठकों की उपेक्षा करने और महिलाओं की सुरक्षा और बाढ़ नियंत्रण के बारे में सवालों का जवाब दिए बिना बैठक छोड़ने का आरोप लगाया।
इसके जवाब में आप ने आरोप लगाया कि भाजपा से जुड़े सदस्यों ने एनडीएमसी बैठक को राजनीतिक युद्ध का मैदान बना दिया। आप ने कहा, "यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि भाजपा एनडीएमसी क्षेत्र में रहने वाले लोगों के कल्याण में कोई दिलचस्पी नहीं दिखाती है। आज की बैठक में कई महत्वपूर्ण एजेंडा आइटम थे, लेकिन भाजपा सदस्यों ने एनडीएमसी निवासियों के कल्याण से असंबंधित मुद्दों को उठाया, जैसे कि राजस्थान में महिला अत्याचार , सर्जिकल स्ट्राइक और टुकड़े गैंग। यह सस्ती और गंदी राजनीति के अलावा और कुछ नहीं है।''
आप के बयान में कहा गया कि चहल के नेतृत्व में सभी भाजपा सदस्य बैठक के दौरान लगातार चिल्लाते रहे और उन्होंने किसी भी एजेंडे पर चर्चा होने से रोका। आगे कहा गया, "सीएम के पास बैठक स्थगित करने के अलावा कोई विकल्प नहीं था। ऐसा लगता है कि भाजपा सदस्यों का एकमात्र उद्देश्य सीएम का अपमान करना था और ऐसा करने में उन्होंने परिषद का कीमती समय बर्बाद किया और एनडीएमसी की कई महत्वपूर्ण परियोजनाओं को रोक दिया। सीएम की दलीलों के बावजूद बैठक आयोजित करने के लिए वे इसे बाधित करने पर आमादा थे। यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है।''
उधर, चहल ने केजरीवाल पर दिल्ली की उपेक्षा करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, "जब बाढ़ दिल्ली पहुंची, तो वह लगातार भ्रष्ट और चोर होने का आरोप लगाने के बावजूद पटना और बेंगलुरु में अन्य राजनीतिक दलों के साथ गठबंधन की बैठकों में भाग लेने में व्यस्त थे।"
चहल ने दावा किया कि एनडीएमसी ने अपने क्षेत्र में 70 से अधिक सुविधा शिविर आयोजित किए, लेकिन केजरीवाल ने उनमें से किसी में भी भाग नहीं लिया। उन्होंने यह भी दावा किया कि शीर्ष समिति के अध्यक्ष के रूप में केजरीवाल ने मानसून की तैयारी के लिए दो साल में एक भी बैठक नहीं की, जिसके परिणामस्वरूप हाल ही में सिविल लाइंस, यमुना बाजार और जैतपुर जैसे इलाकों में बाढ़ आई। उन्होंने केजरीवाल पर यह भी आरोप लगाया कि उन्हें दिल्ली के विभिन्न सरकारी विभागों और एनडीएमसी में कार्यरत कर्मचारियों से कोई लगाव नहीं है।
आईएएनएस
अस्वीकरण: यह न्यूज़ ऑटो फ़ीड्स द्वारा स्वतः प्रकाशित हुई खबर है। इस न्यूज़ में BhaskarHindi.com टीम के द्वारा किसी भी तरह का कोई बदलाव या परिवर्तन (एडिटिंग) नहीं किया गया है| इस न्यूज की एवं न्यूज में उपयोग में ली गई सामग्रियों की सम्पूर्ण जवाबदारी केवल और केवल न्यूज़ एजेंसी की है एवं इस न्यूज में दी गई जानकारी का उपयोग करने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञों (वकील / इंजीनियर / ज्योतिष / वास्तुशास्त्री / डॉक्टर / न्यूज़ एजेंसी / अन्य विषय एक्सपर्ट) की सलाह जरूर लें। अतः संबंधित खबर एवं उपयोग में लिए गए टेक्स्ट मैटर, फोटो, विडियो एवं ऑडिओ को लेकर BhaskarHindi.com न्यूज पोर्टल की कोई भी जिम्मेदारी नहीं है|
Created On :   27 July 2023 3:18 AM GMT