संसद सुरक्षा चूक मामला: 'अगर मुसलमान होते तो.....' विपक्ष के घेरे में सरकार, 14 सांसदों के निलंबन मामले पर भी विपक्षी नेताओं ने केंद्र पर साधा निशाना

अगर मुसलमान होते तो..... विपक्ष के घेरे में सरकार, 14 सांसदों के निलंबन मामले पर भी विपक्षी नेताओं ने केंद्र पर साधा निशाना
  • 14 सांसदों के निलंबन मामले पर भी विपक्षी नेताओं ने केंद्र पर साधा निशाना
  • संसद सुरक्षा चूक मामले में विपक्ष के घेरे में सरकार

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। देश के दोनों सदनों में गुरुवार को संसद सुरक्षा चूक मामले में विपक्ष की ओर खूब हंगामा देखने को मिला। इस दौरान लोकसभा के 13 और राज्यसभा के एक सांसद को मौजूदा शीतकालीन सत्र से निलंबित कर दिया गया। इसके बाद विपक्ष ने तीखी प्रतिक्रिया दी।

14 सांसदों को सदन से निलंबित किए जाने पर जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन(ललन) सिंह ने कहा, "सरकार अपनी नाकामी को छुपाने के लिए विपक्ष में भय पैदा करना चाहती है, भय पैदा करने से शासन नहीं होता है। विपक्षी सांसद मांग कर रहे हैं कि कल हुई सुरक्षा में चूक पर गृह मंत्री बयान दें तो इसमें गलत क्या है? गृह मंत्री को आकर बयान देना चाहिए, वे देश के गृह मंत्री हैं, सुरक्षा की जिम्मेदारी उनकी हैं।" ललन सिंह ने कहा, ''कल जो लोग संसद में घुसे थे, अगर उसमें कोई मुसलमान होता तो आज बीजेपी पूरे देश और विश्व भर में हल्ला मचा रही होती। अगर किसी कांग्रेस के सांसद के पास से वह लोग संसद में घुसे होते तो आज यही सरकार देश में हल्ला मचा रही होती।''

कांग्रेस नेता ने केंद्र पर साधा निशाना

कांग्रेस सांसद जयराम रमेश ने कहा, "हमारी एक ही मांग है कि गृह मंत्री सदन में आएं और बयान दें। कल जो सुरक्षा चूक हुई वह बहुत बहुत गंभीर मामला है। इसपर कार्रवाई हो रही है लेकिन हम गृह मंत्री से इसपर एक बयान चाहते हैं। कल भी हमने मांग की थी, आज भी हम मांग कर रहे हैं और कल भी हम यह मांग करेंगे, जब तक गृह मंत्री बयान नहीं देंगे तब तक सदन चलने की संभावना बहुत कम है।"

14 सांसदों को संसद से निलंबित किए जाने पर कांग्रेस सांसद जयराम रमेश ने कहा, "हम कल दोपहर से सुरक्षा चूक घटना पर गृह मंत्री के बयान की मांग कर रहे हैं। इतनी बड़ी घटना घटी लेकिन सरकार की ओर से औपचारिक तौर पर कोई बयान नहीं आया। हमारे लिए सरकार की तानाशाही दिख रही है।"

संसद सुरक्षा चूक घटना पर कांग्रेस सांसद के.सी. वेणुगोपाल ने कहा, "आजकल सरकार का स्पष्ट पाखंडी रवैया देखने को मिल रहा है। एक तरफ संसद में सुरक्षा में बहुत बड़ी चूक हो रही है, जिन्होंने इन लोगों को सदन में प्रवेश देने की सिफारिश की थी वह व्यक्ति संसद में बैठा है, जिसने लोगों को सदन में आने के लिए पास दिया। दूसरी ओर इस मुद्दे पर गृह मंत्री से बयान की मांग कर रहे सांसदों को निलंबित कर दिया गया। "

सरकार ने दिया जवाब

संसदीय मामलों के मंत्री प्रालहाद जोशी कहते हैं, "लोकसभा से कुल 13 सांसदों को निलंबित कर दिया गया है। एक सांसद जो मौजूद नहीं था, उसे भी निलंबित कर दिया गया था। हमने लोकसभा अध्यक्ष से उस नाम को छोड़ने का अनुरोध किया और स्पीकर ने स्वीकार कर लिया।"

इन सांसदों को किया गया निलंबित

राज्यसभा में तृणमूल कांग्रेस के नेता डेरेक ओब्रायन को शीतकालीन सत्र की शेष अवधि के लिए निलंबित किया गया है। लोकसभा से कांग्रेस के वीके श्रीकंदन, बेनी बेहनन, टी एन प्रतापन, हिबी इडेन, जोतिमणि, रम्या हरिदास, मोहम्मद जावेद, मणिकम टैगोर और डीन कुरियाकोस, डीएमके की कनिमोई और एस आर प्रतिबन, माकपा के एस वेंकटेशन और पी आर नटराजन और भाकपा के के. सुब्बारायन का निलंबित किया गया है।

Created On :   14 Dec 2023 2:11 PM GMT

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