ट्रंप ने भारत पर फोड़ा टैरिफ बम: तो महबूबा मुफ्ती ने दी प्रतिक्रिया, पाकिस्तान को लेकर केंद्र सरकार को भी घेरा

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी चीफ महबूबा मुफ्ती ने गुरुवार को अमेरिका की ओर से भारत पर 25 प्रतिशत टैरिफ बढ़ाने के फैसले पर मीडिया से बातचीत की। इस दौरान उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर समेत कई मुद्दों पर भी अपने विचार साझा किए। उन्होंने कहा कि हिंदुस्तान बहुत बड़ी इकॉनमी है। ये हाथी की तरह है। लेकिन उस हाथी को, कहीं न कहीं पाकिस्तान के साथ दुश्मनी निभाने में हमारा पैसा जो डिफेंस पर खर्च होता है, उसने हमारे मुल्क की इकॉनमी को कमजोर कर रखा है। जब से ऑपरेशन सिंदूर हुआ आप ये सुनते हैं कि हमने कौन-कौन से हथियार खरीदे। अमेरिका से कौन से जेट्स खरीद रहे हैं, रूस से कौन से खरीद रहे हैं, तो सारा पैसा हमारा इसी में जा रहा है। ऐसे में इकॉनमी दिन-ब-दिन गिरती ही जाएगी। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के 25 फीसदी टैरिफ पर प्रतिक्रिया देते हुए उन्हों ये बात कही।
अमेरिका और रूस से क्या लेना है - महबूबा मुफ्ती
जम्मू कश्मीर की पूर्व सीएम ने आगे कहा, "हम अगले जंग की तैयारी कर रहे हैं। गरीबी कैसे हटाएं, बेरोजगारी कैसे दूर करें, अच्छे अस्पताल और अच्छे स्कूल कैसे बनाएं, इस पर तो कोई बात नहीं कर रहा है। अमेरिका और रूस से क्या लेना है, उसी पर बात हो रही है। गरीबी हटाने की बात तो नहीं हो रही है।"
इसके अलावा पूर्व सीएम ने कहा कि संसद में किसी ने चीन का नाम नहीं लिया। हमारे मुल्क की लीडरशिप को सोचना पड़ेगा। जो हमारी डोमेस्टिक पॉलिसी है, वही हमारी फॉरेन पॉलिसी है। लोगों से वोट लेने और उन्हें खुश करने के लिए जो चलता है उसी को हमने फॉरेन पॉलिसी बनाया है। यही वजह है कि हम फॉरेन पॉलिसी में भी फेल होते जा रहे हैं।
मालेगांव ब्लास्ट मामले को लेकर कही ये बात
इसके बाद महबूबा मुफ्ती ने मालेगांव ब्लास्ट केस में कोर्ट के फैसले को लेकर अपना रुख साफ किया। उन्होंने कहा कि जिस औरत ने महात्मा गांधी की तस्वीर को गोलियां मारी, जिसने कहा कि गोडसे मेरा गुरु है, उसके लिए बीजेपी के लोग पटाखे छोड़ रहे हैं और लड्डू बांट रहे हैं।
जम्मू कश्मीर की पूर्व सीएम ने कहा कि इस वक्त अंबेडकर की जगह गोडसे का संविधान चल रहा है। ये लोग अंबेडकर के संविधान को खत्म कर रहे हैं और गोडसे का कानून चल रहा है। इस वक्त मुल्क में जो रहा है वो गोडसे की विचारधारा के हिसाब से हो रहा है। दुर्भाग्य से बीजेपी जिस तरह से जश्न मना रही है, ऐसे में आप क्या कह सकते हैं। कहीं रूल ऑफ लॉ नहीं है।
Created On :   31 July 2025 8:54 PM IST