बिहार विधानसभा चुनाव 2025: कांटी विधानसभा सीट में महागठबंधन मजबूत, एससी और मुस्लिम वोटर्स चुनाव में निभाते है अहम भूमिका

कांटी विधानसभा सीट में महागठबंधन मजबूत, एससी और मुस्लिम वोटर्स चुनाव में निभाते है अहम भूमिका
2020 में आरजेडी ने चुनाव जीता। यहां 16.88% अनुसूचित जाति, 19.40% मुस्लिम मतदाता है। रोजगार के अभाव में कई लोग पलायन कर गए।स्थानीय मुद्दे, सामाजिक समीकरण और वोटर्स की सक्रियता ने कांटी को एक बार फिर बिहार की राजनीति में हॉट सीट है।

डिजिटल डेस्क, पटना। 243 विधानसभा सीट वाले बिहार में कांटी विधानसभा सीट मुजफ्फरपुर जिले में आती है, जो सामान्य सीट है, जो वैशाली लोकसभा सीट का हिस्सा है। 1951 में स्थापित कांटी विधानसभा क्षेत्र में अब तक 17 विधानसभा चुनाव हुए है। शुरुआती में कांग्रेस का वर्चस्व रहा, जिसने 1952 से 1972 के बीच पांच बार जीत दर्ज की बाद में, समाजवादी एकता केंद्र (SUCI), जनता दल, जेडीयू और आरजेडी ने दो-दो बार जीत दर्ज की है। वहीं लोकतांत्रिक कांग्रेस, जनता पार्टी, लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) और एक निर्दलीय उम्मीदवार ने एक-एक बार जीत हासिल की है। 2020 में आरजेडी ने चुनाव जीता। यहां 16.88% अनुसूचित जाति, 19.40% मुस्लिम मतदाता है। रोजगार के अभाव में कई लोग पलायन कर गए।

कांटी की अर्थव्यवस्था मुख्य रूप से कृषि पर आधारित है, यहां बुनियादी ढांचे और औद्योगिक विकास एक बड़ी चुनौती बना हुआ है। स्थानीय मुद्दे, सामाजिक समीकरण और वोटर्स की सक्रियता ने कांटी को एक बार फिर बिहार की राजनीति में हॉट सीट बना दिया है।

बिहार में दो चरणों में 6 नवंबर और 11 नवंबर को वोटिंग होगी, नतीजे 14 नवंबर को आएंगे। आज 17 नवंबर को पहले चरण के नामांकन की आखिरी तारीख है। दूसरे चरण के लिए नामांकन की अंतिम तारीख 20 अक्टूबर है।

Created On :   1 Nov 2025 1:43 PM IST

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