बिहार विधानसभा चुनाव 2025: जोकीहाट में बीजेपी को जीत की तलाश, पारिवारिक प्रतिद्वंद्विता, रणनीतियां और साम्प्रदायिकता जीत में निभाती है अहम भूमिका

जोकीहाट में बीजेपी को जीत की तलाश, पारिवारिक प्रतिद्वंद्विता, रणनीतियां और साम्प्रदायिकता जीत में निभाती है अहम भूमिका
जोकीहाट में 65.70% मुस्लिम मतदाता ,लगभग 7.5% अनुसूचित जाति को वोट निर्णायक भूमिका में होते है। पारिवारिक प्रतिद्वंद्विता, राजनीतिक पार्टी की रणनीतियां और जनसंख्या का साम्प्रदायिक संतुलन जोकीहाट को राजनीति का एक प्रमुख केंद्र है। 1967 में स्थापित जोकीहाट सीट पर अब तक 16 बार चुनाव हो चुके हैं, अभी तक यहां से मुस्लिम समुदाय से ही विधायक निर्वाचित हुए हैं।

डिजिटल डेस्क, पटना। 243 विधानसभा सीट वाले बिहार में जोकीहाट अररिया जिले में आती है। जोकीहाट एक सामान्य विधानसभा क्षेत्र है, यहां बीजेपी को कभी जीत नहीं मिली, बीजेपी ध्रुवीकरण को ध्यान में रखते हए हिंदू उम्मीदवार को मैदान में उतारती है, कियो मुस्लिम मतदाता बंटेंगे ,जिसका लाभ भाजपा को मिलेगा, लेकिन ऐसा अभी तक देखने को नहीं मिला है। यहां आरजेडी, एआईएमआईएम और जेडीयू के बीच त्रिकोणीय मुकाबला होने की उम्मीद है। जोकीहाट में 65.70% मुस्लिम मतदाता ,लगभग 7.5% अनुसूचित जाति को वोट निर्णायक भूमिका में होते है। पारिवारिक प्रतिद्वंद्विता, राजनीतिक पार्टी की रणनीतियां और जनसंख्या का साम्प्रदायिक संतुलन जोकीहाट को राजनीति का एक प्रमुख केंद्र है।

1967 में स्थापित जोकीहाट सीट पर अब तक 16 बार चुनाव हो चुके हैं, अभी तक यहां से मुस्लिम समुदाय से ही विधायक निर्वाचित हुए हैं। जोकीहाट में 65.70% मुसलमान मतदाता है। जोकीहाट की सियासी जमीन पर लंबे समय तक दिग्गज नेता मोहम्मद तस्लीमुद्दीन और उनके परिवार का प्रभुत्व रहा है। तस्लीमुद्दीन और उनके बेटों ने कुल 16 में से 11 बार यहां से जीत हासिल की है। उन्होंने कांग्रेस (1969), निर्दलीय (1972), जनता पार्टी (1977, 1985), और सपा (1995) से जीत हासिल की, 1996 के उपचुनाव में जनता दल से और 2000 में आरजेडी से जीत दर्ज की। 2005 में हार के बाद 2010 और 2015 में जेडीयू के टिकट पर वापसी की, लेकिन बाद में निलंबन के चलते दोबारा आरजेडी में वापस आ गए। 2020 में आरजेडी से सरफराज और एआईएमआईएम के टिकट पर शाहनवाज आलम ,दोनों भाईयों की लड़ाई में छोटे भाई ने एआईएमआईएम से चुनाव जीता। इस चुनाव में मुकाबला काफी दिलचस्प होने की आशंका है। अब तक जेडीयू ने चार बार, कांग्रेस, जनता पार्टी, आरजेडी और निर्दलीय उम्मीदवारों ने दो-दो बार जीत हासिल की है। प्रजा सोशलिस्ट पार्टी, जनता दल, समाजवादी पार्टी और AIMIM ने एक-एक बार जीत हासिल की है। जोकीहाट की स्थानीय अर्थव्यवस्था मुख्य रूप से कृषि पर आधारित है, यहां रोजगार केलिए पलायन अधिक देखने को मिलता है

बिहार में दो चरणों में 6 नवंबर और 11 नवंबर को वोटिंग होगी, नतीजे 14 नवंबर को आएंगे। आज 17 नवंबर को पहले चरण के नामांकन की आखिरी तारीख है। दूसरे चरण के लिए नामांकन की अंतिम तारीख 20 अक्टूबर है।

Created On :   1 Nov 2025 1:57 PM IST

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