Monsoon Session 2025: लोकसभा में आज 'ऑपरेशन सिंदूर' पर चर्चा को लेकर किरेन रिजिजू ने विपक्षियों से की दरख्वास्त, कहा- 'ऐसी भाषा ना बोलें जिससे..'

- लोकसभा में ऑपरेशन सिंदूर पर होगी चर्चा
- किरेन रिजिजू ने विपक्षियों से अच्छी भाषा बोलने की करी अपील
- किरेन रिजिजू ने कहा कि ऐसी भाषा इस्तेमाल ना करें जिससे किसी को भी ठेस पहुंचे
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। लोकसभा में आज यानि सोमवार (28 जुलाई) को 'ऑपरेशन सिंदूर' पर बहस होने वाली है। सदन की कार्यवाही दोपहर 12 बजे से शुरू होगी। मिली जानकारी के मुताबिक, यह बहस 16 घंटे तक चलेगी। ऐसा बताया जा रहा है कि इस बहस की शुरुआत में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह अपना पक्ष रखेंगे और वहीं से शुरू होगी चर्चा। सदन में संबंधित डॉक्यूमेंट्स पेश किए जाएंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भी इस चर्चा में हस्तक्षेप करने की उम्मीद जताई जा रही है। इसके बाद विपक्ष को सवाल रखने का मौका दिया जाएगा। वहीं, इसको लेकर किरेन रिजिजू ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने विपक्षियों से दरख्वास्त की है कि ऐसी भाषा का इस्तेमाल ना करें जिससे किसी के मन को भी ठेस पहुंचे।
क्या कहा किरेन रिजिजू ने?
किरेन रिजिजू का कहना है कि, 'ऑपरेशन सिंदूर कोई मामूली एक्शन नहीं है, ये बदलते भारत का प्रतीक है। जब ऑपरेशन सिंदूर की चर्चा सदन में शुरू हो रही है तो मेरी विपक्षी दलों से दरख्वास्त है कि कोई भी ऐसी भाषा ना बोलें जिससे भारत की छवि या सेना के मनोबल पर आंच आए। कांग्रेस पार्टी और विपक्ष ऐसा कुछ ना बोले जिससे पाकिस्तान और भारत विरोधी ताकतों को बल मिलता है। कांग्रेस पहले बहुत बार पाकिस्तान की भाषा बोल चुकी है। सदन में पाकिस्तान से तालमेल की भाषा बिल्कुल ना बोलें।'
सरकार ने कस ली अपनी कमर
इस मुद्दे पर बहस करने के लिए सरकार ने अच्छे से अपनी कमर कस ली है। ऑपरेशन सिंदूर पर बहस होने से पहले राजनाथ सिंह, सीडीएस अनिल चौहान, रक्षा सचिव राजेश कुमार सिंह सहित तीनों सेनाओं के प्रमुखों से मिल चुके हैं और मीटिंग भी कर चुके हैं।
विपक्षी भी हैं चर्चा के लिए तैयार
विपक्षी भी इस मुद्दे पर सरकार को घेरने के लिए तैयार बैठा है। जानकारी के मुताबिक, INDI गठबंधन के नेता बहस से पहले एक बैठक करेंगे। इस बैठक में सरकार से सवाल-जवाब करने की रणनीति पर बातचीत होगी।
7 मई को लॉन्च किया गया था ऑपरेशन सिंदूर
बता दें, ऑपरेशन सिंदूर आतंकवादियों से मासूम भारतीयों के खून का बदला लेने के लिए 7 मई को लॉन्च किया गया था। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम की बैसरन घाटी में 22 अप्रैल को आतंकवादी हमला हुआ था जिसमें घूमने आए लोगों का मजहब पूछ कर उन्हें गोली मारी गई थी। इस हमले की जिम्मेदारी टीआरएफ ने ली थी। इसके बाद ही भारत ने इस कायराना हरकत का बदला लेने की ठान ली थी और 7 मई को भारत ने पाकिस्तान और पीओके में स्थित आतंकी ठिकानों पर एयरस्ट्राइक की। इस हवाई हमले में 100 से भी ज्यादा आतंकी मारे गए।
Created On :   28 July 2025 11:08 AM IST