Monsoon Session 2025: किरेन रिजिजू ने विपक्षियों के हंगामे पर साधा निशाना, कहा- 'चर्चा से पहले अचानक से शर्तें लाना सही...'

- लोकसभा मानसून सत्र में ऑपरेशन सिंदूर पर होने वाली थी चर्चा
- विपक्ष ने बीच में हंगामा कर दिया शुरू
- किरेन रिजिजू ने अपनाया सख्त रुख और विपक्ष पर साधा निशाना
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। लोकसभा मानसून सत्र में आज से ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा शुरू होनी थी। चर्चा शुरू होते ही विपक्ष ने हंगामा शुरू कर दिया था। हंगामा ज्यादा होने से और असहमति के चलते लोकसभा को स्थगित कर दिया गया था। 12 बजे से लोकसभा शुरू हुई थी और 1 बजे स्थगित कर दी गई थी। इसके बाद फिर से 2 बजे तक स्थगित हुई थी। इसी बीच किरेन रिजिजू का भी गुस्सा निकला है। उन्होंने विपक्षियों के हंगामे की कड़ी निंदा की है। साथ ही उन्होंने कहा है कि, संसद दोबारा शुरू होगी तो जो शर्तें लेकर वे आए हैं वो नहीं चलेंगी। साथ ही उन्होंने कहा है कि, ऐसे कोई भी शर्तें नहीं लाई जा सकती हैं। इससे पहले पूरी मीटिंग होती है चर्चा होती है फिर आगे कार्यवाही शुरू होती है।
किरेन रिजिजू ने क्या कहा?
किरेन रिजिजू ने कहा है कि, 'आधे घंटे बाद जब संसद दोबारा शुरू होगी तो जो शर्तें लेकर वे आए हैं वह नहीं चलेगी। रक्षा मंत्री शुरुआत में इस(ऑपरेशन सिंदूर) पर प्रस्ताव रखेंगे और जब रक्षा मंत्री चर्चा शुरू करें तो उनकी बात सुनें और विपक्षी दल पाकिस्तान की भाषा न बोलें।'
संसद ऐसे काम नहीं करती है- किरेन रिजिजू
किरेन रिजिजू ने आगे कहा है कि, 'सदन में सब तैयार थे, सभी दलों का मत था कि आज ऑपरेशन सिंदूर पर 12:15 बजे चर्चा शुरू होनी थी, उससे 10 मिनट पहले विपक्षी दलों ने एक नया मुद्दा उठाया कि ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा से पहले सरकार एक लाइन ऑफ कमिटमेंट दे कि इसके बाद SIR पर चर्चा होगी, संसद ऐसे नहीं चलती। सदन में एक-दूसरे की बात सुनकर और फिर BAC(बिजनेस एडवाइजरी कमेटी) की बैठक करके फैसला लिया जाता है, जब ये तय हुआ था कि आज सत्ता पक्ष और विपक्ष मिलकर ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा करेंगे और 16 घंटे का समय दिया गया था, तो अचानक चर्चा से 10 मिनट पहले शर्तें लाना ठीक नहीं है। कांग्रेस और विपक्षी दल ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा से क्यों भाग रहे हैं?'
लोकसभा स्पीकर ने भी विपक्षियों पर निशाना साधा
लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने कहा है कि, 'विपक्षी सदस्य जानबूझकर सदन की कार्यवाही में बाधा डाल रहे हैं। उन्होंने विपक्ष के नेता (राहुल गांधी) से अनुरोध किया कि वे अपनी पार्टी के सदस्यों से पोस्टर न दिखाने को कहें। उन्होंने कहा कि इस तरह के विरोध प्रदर्शन सदन की गरिमा को ठेस पहुंचा रहे हैं। अध्यक्ष ने कहा कि सदस्यों को प्रश्नकाल में बोलने नहीं दिया जा रहा है और देश की जनता सब देख रही है, और सदन की कार्यवाही जानबूझकर बाधित की जा रही है।'
Created On :   28 July 2025 1:28 PM IST