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- Two Shiv Sena MLAs are returning from Guwahati to Mumbai after Shiv Sena's claim, rhetoric intensifies
महाराष्ट्र सरकार संकट लाइव अपडेट: सियासी संकट से घिरी उद्धव सरकार, शिंदे ने डिप्टी स्पीकर को 37 विधायकों के समर्थन की चिट्ठी भेजी, खुद को बताया विधायक दल का नेता, देर रात तक गुवाहाटी होटल में बागी विधायकों की संख्या बढ़कर 46 हुई

हाईलाइट
- उद्धव ने की पद छोड़ने की पेशकश
- महाराष्ट्र में राजनीतिक संकट जारी
डिजिटल डेस्क, गुवाहाटी, आनंद जोनवार, अनुपम तिवारी। महाराष्ट्र में इस वक्त की राजनीतिक हलचल देखकर तो यही लगने लगा है कि अब उद्धव ठाकरे की सरकार पर पूरी तरह से संकट के बादल छा गए हैं। शिवसेना के विधायकों का टूटने का क्रम जारी है। बागी शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे ने महाराष्ट्र विधानसभा के उपाध्यक्ष को शिवसेना विधायक दल के नेता के रूप में खुद की नियुक्ति की पुष्टि की और पार्टी के मुख्य सचेतक के रूप में भरतशेत गोगावाले की नियुक्ति के संबंध में पत्र लिखा। उनके पत्र में शिवसेना के 37 विधायकों के हस्ताक्षर हैं और पत्र की एक प्रति डिप्टी स्पीकर नरहरि जिरवाल, राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी और विधान परिषद के सचिव राजेंद्र भागवत को भेजी गई है। आज रात तक गुवाहाटी होटल में विधायकों की संख्या बढ़कर कुल 46 हुई। सूत्रों के हवाले से खबर है कि आज शिवसेना के 2-3 विधायक गुवाहाटी आ सकते हैं।
— ANI (@ANI) June 23, 2022
— ANI (@ANI) June 23, 2022
एएनआई न्यूज ने सूत्रों के हवाले से बताया है कि आज देर रात शिवसेना के तीन विधायक समेत पांच निर्दलीय विधायक गुजरात के सूरत पहुंचेंगे। इसी बीच खबर आ रही है कि तीन और विधायक शिंदे खेमे में पहुंंच गए हैं। ऐसे में अब बागी विधायकों की संख्या बढ़कर 44 पहुंच गई है। देर रात शिंदे खेमें में दो और निर्दलीय विधायक गुवाहाटी पहुंच चुके हैं।
— ANI (@ANI) June 23, 2022
— ANI Digital (@ani_digital) June 23, 2022
राजनीतिक जानकारों के मुताबिक, उद्धव ठाकरे सरकार इस वक्त अपने सबसे बुरे दौर से गुजर रही है। लोगों का कहना है सत्ता बचा मुश्किल ही नही ं बल्कि नामुमकिन दिखने लगा है। बागी विधायक एकनाथ शिंदे के बगावती तेवर को देखने के बाद यही लग रहा है कि अब वह बीजेपी के साथ महाराष्ट्र में एक नई सरकार बनाने के मूड में है। उन्होंने कुछ देर पहले ही इशारों में ट्वीट कर इस बात का जिक्र भी किया है। उन्होंने साफतौर पर कह दिया है कि उनके निर्णय को बीजेपी ने सराहा है।
— ANI (@ANI) June 23, 2022
महाराष्ट्र सियासत में गर्मी बढ़ती जा रही है। शिवसेना के बागी विधायक एकनाथ शिंदे ने उद्धव सरकार पर बड़ा हमला बोला है, उन्होंने कहा है कि आप किसे डराने की कोशिश कर रहे हैं? हम आपका मेकअप और कानून भी जानते हैं! संविधान की 10वीं अनुसूची (अनुसूची) के अनुसार, व्हिप विधानसभा कार्य के लिए है, बैठक के लिए नहीं। इस संबंध में सुप्रीम कोर्ट के कई फैसले हैं।
— Eknath Shinde - एकनाथ शिंदे (@mieknathshinde) June 23, 2022
महाराष्ट्र में राजनीतिक ड्रामा जारी है। इसी बीच शिवसेना सांसद अरविंद सावंत ने महाराष्ट्र विधानसभा के डिप्टी स्पीकर से 12 विधायकों की सदस्यता को रद्द करने की याचिका दायर की है। उन्होंने आरोप लगाया है कि ये सभी विधायक पार्टी की बैठक में कल शामिल नहीं हुए थे। महाराष्ट्र सियासत में दोनों तरफ से बयानबाजी जारी है। एक तरफ बागी विधायक शक्ति प्रदर्शन कर रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ महाराष्ट्र महाअघाड़ी विकास की सरकार सत्ता में बनी रहने का दावा कर रही है। जिन 12 विधायकों की सदस्यता को रद्द करने की मांग की गई है। उनके नाम इस प्रकार है-
1. एकनाथ शिंदे 2. प्रकाश सुर्वे 3. तानाजी सावंतो 4. महेश शिंदे 5. अब्दुल सत्तारी 6. संदीप भुमरे 7. भरत गोगावाले 8. संजय शिरसातो 9. यामिनी यादव 10. अनिल बाबरी 11. बालाजी देवदास 12. लता चौधरी
— ANI (@ANI) June 23, 2022
— ANI (@ANI) June 23, 2022
महाराष्ट्र में सियासी उठापटक के बीच गुवाहाटी के रैडिसन ब्लू होटल में एकनाथ शिंदे के साथ महाराष्ट्र शिवसेना विधायक दादाजी भूसे, विधायक संजय राठौड़ और एमएलसी रवींद्र फाटक समेत शिवसेना के 37 से ज्यादा विधायक मौजूद हैं। इन विधायकों का वीडियो भी सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। एएनआई न्यूज के अनुसार, इस होटल में शिवसेना के कुछ और विधायक पहुंच भी गए है। महाराष्ट्र सरकार का संकट धीरे-धीरे बढ़ता ही जा रहा है।
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महाराष्ट्र सियासी हलचल के बीच सीएम उद्धव ठाकरे को बड़ा झटका लगा है। एएनआई न्यूज के मुताबिक, उद्धव ठाकरे के करीबी माने जाने वाले शिवसेना नेता रवींद्र फाटक को सूरत में बागी विधायकों को मनाने के लिए भेजा था, लेकिन वहां पर बड़ा खेला हो गया है। उद्धव ठाकरे के करीबी रवींद्र फाटक ही बागी विधायकों के गुट में शामिल हो गए हैं। उधर, कल शिवसेना के पदाधिकारियों की मुंबई में बैठक की होगी। बताया जा रहा है कि इस बैठक में आगे की रणनीति पर चर्चा होगी।
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एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने कहा है कि हमने कई बार महाराष्ट्र में ऐसे हालात देखे हैं। मैं अपने अनुभव से कह सकता हूं कि हम इस संकट को हरा देंगे और उद्धव ठाकरे के नेतृत्व में सरकार सुचारू रूप से चलेगी। हालांकि जिस तरह से बागी विधायकों के तेवर दिख रहे हैं, उससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि उद्धव ठाकरे की कुर्सी बच पाना नामुमकिन है।
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महाराष्ट्र शिवसेना के बागी विधायक एकनाथ शिंदे ने दावा किया है कि बीजेपी ने उनके फैसले का स्वागत किया है। उन्होंने कहा है बीजेपी ने मेरे लिए हुए निर्णय को ऐतिहासिक बताया और भरोसा दिया है कि जब भी मुझे उनकी आवश्यकता होगी वे मौजूद रहेंगे। शिंदे की इस बयान के बाद राजनीतिक गर्मी और बढ़ गई है। कयास लगाए जा रहे हैं कि अब महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे की कुर्सी पूरी तरह से संकट से घिर चुकी है।
— ANI (@ANI) June 23, 2022
महाराष्ट्र सियासत में जारी घमासान के बीच एनसीपी प्रमुख प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे है। पार्टी की तरफ से अपना पक्ष रहे हैं और मीडिया के सावालों का जवाब दे रहे हैं। शरद पवार ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि बागी विधायकों को कीमत चुकानी होगी। उन्होंने का कहा कि उद्धव ठाकरे ने अपनी सरकार में बेहतरीन काम किया है। पवार ने कहा वो सरकार बचाने के लिए हरसंभव प्रयास करेंगे। आगे उन्होंने कहा कि एमवीए ने सीएम उद्धव ठाकरे को समर्थन देने का फैसला किया। मेरा मानना है कि एक बार (शिवसेना) विधायक मुंबई लौट आएंगे तो स्थिति बदल जाएगी। शरद पवार ने कहा कि बहुमत का फैसला विधानसभा में होगा।
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महाराष्ट्र में सिसासी हलचल के बीच बड़ी खबर आ रही है। शिवसेना के बागी विधायकों ने एक वीडियो जारी किया है। एएनआई न्यूज के मुताबिक, गुवाहाटी में महाराष्ट्र के बागी शिवसेना विधायकों ने सर्वसम्मति से एकनाथ शिंदे को अपना नेता चुना। वीडियो में साफतौर पर देख जा सकता है कि शिवसेना के सभी बागी विधायक हाथ उठाकर एकनाथ शिंदे का समर्थन करते हुए नजर आ रहे हैं। विधायकों ने कहा कि हर अच्छे व बुरे समय में आपके साथ हैं। शिंदे के समर्थन में विधायकों ने हुंकार भर दी है। अब सीएम उद्धव के लिए बागी विधायकों का ये वीडियो संदेश हैरान करने वाला है।
— ANI (@ANI) June 23, 2022
इस वक्त महाराष्ट्र की सियासत में बयानबाजी जारी है। राकांपा नेता जयंत पाटिल ने कहा है कि अभी बहुमत साबित करने का सवाल नहीं है, एमवीए के पास बहुमत है और वह अभी भी सत्ता में है। बात बस इतनी सी है कि शिवसेना के कुछ विधायक दुखी होकर दूसरे राज्य चले गए हैं लेकिन हमें विश्वास है कि शिवसेना उन्हें वापस लाने में कामयाब होगी।
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महाराष्ट्र में कांग्रेस नेता पृथ्वीराज चव्हाण ने बीजेपी पर जमकर हमला बोला है और आरोप लगाया है कि बीजेपी महाराष्ट्र में उभरने के लिए सरकार को अस्थिर कर शिवसेना को नष्ट करना चाहती है। उन्होंने बताया कि इस ऑपरेशन को दिल्ली से ऑर्केस्ट्रेटेड किया जा रहा है। बीजेपी के वरिष्ठ नेता देवेंद्र फडणवीस वहीं से दिशा निर्देश और साजो सामान लेने दिल्ली जा रहे हैं।
— ANI (@ANI) June 23, 2022
महाराष्ट्र की सियासत में इस तरह का भूकंप आया है कि शिवसेना उसकी पूरी चपेट में आ चुकी है। इसी घटनाक्रम को लेकर सीएम उद्धव ठाकरे जिलास्तरीय नेताओं के साथ कुछ ही देर में बड़ी बैठक करने जा रहे हैं। शिवसेना की तरफ से लगातार बैठकों का दौर जारी है, हालांकि अभी बागी विधायकों को उद्धव ठाकरे मनाने में नाकाम रहे हैं।
सूत्रों के हवाले से खबर है कि सियासी हलचल के बीच बीजेपी नेता देवेन्द्र फडणवीस दिल्ली के लिए रवाना हो चुके हैं। राजनीतिक जानकारों की माने तो बीजेपी इस वक्त महाराष्ट्र में सरकार बनाने के मूड में है। प्रत्येक दिन सियासी पारा चढ़ता ही जा रहा है। अब देखने वाली बात है कि कब तक सियासी ड्रामा चलता रहेगा।
राकांपा नेता छगन भुजबल पार्टी की बैठक के बाद मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि हम सीएम उद्धव ठाकरे के साथ खड़े हैं और अंतिम क्षण तक उनका समर्थन करेंगे। हमारे पास सरकार के लिए नंबर हैं, क्योंकि शिवसेना के किसी विधायक ने इस्तीफा नहीं दिया है और न ही शिवसेना ने किसी को पार्टी से निष्कासित किया है।
— ANI (@ANI) June 23, 2022
एनसीपी नेता और महाराष्ट्र सराकर में उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि हम अंत तक उद्धव ठाकरे जी के साथ खड़े रहेंगे। हम मौजूदा राजनीतिक स्थिति पर नजर रख रहे हैं। उन्होंने आगे कहा कि सरकार को बचाना तीनों दलों (एनसीपी, कांग्रेस और शिवसेना) की जिम्मेदारी है। संजय राउत ही जानते हैं कि उन्होंने ऐसा बयान क्यों दिया (शिवसेना एमवीए से बाहर निकलने पर विचार कर रही है)।
— ANI (@ANI) June 23, 2022
महाराष्ट्र में सियासी खीचतान के बीच सीएम उद्धव ठाकरे ने आज शाम 7 बजे बैठक बुलाई है। इसी बीच सहयोगी दल एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने कहा है कि जब तक उद्धव ठाकरे अपने पद से इस्तीफा नहीं देते हैं। तब तक हम महाराष्ट्र विकास अघाड़ी सरकार के साथ हैं। उनके इस बयान के बाद सियासत में तरह-तरह की अटकलें लगनी शुरू हो गई हैं।
महाराष्ट्र सियासी संकट के बीच प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने बीजेपी पर बड़ा हमला बोला है, उन्होंने कहा है कि भाजपा सरकार को अस्थिर करने की कोशिश कर रही है व शिवसेना को विभाजित करने की कोशिश कर रही है। हम इस पर काम कर रहे हैं कि इसे कैसे सुलझाया जाए। उन्होंने दावा किया है कि महा विकास अघाड़ी सरकार जारी रहेगी और 5 साल पूरे करेगी। हम स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं। कांग्रेस एमवीए के साथ खड़ी है।
— ANI (@ANI) June 23, 2022
महाराष्ट्र में सियासी हलचल के साथ बयानबाजी का दौर जारी है। शिवसेना के बागी विधायक तानाजी सावंतो की तरफ से कहा जा रहा है कि एकनाथ शिंदे के ऊपर विधायकों के साथ जोर जबरदस्ती का आरोप निराधार है।
उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि विधायक कैलाश पाटिल कहानियां गढ़कर 'मातोश्री' (उद्धव ठाकरे) की हमदर्दी हासिल करने की कोशिश कर रहे हैं। वह मीडिया के सामने झूठ बोल रहे हैं। हमने उनके सूरत से मुंबई लौटने की व्यवस्था की थी। एकनाथ शिंदे ने किसी विधायक को अपने साथ आने के लिए मजबूर नहीं किया।
— ANI (@ANI) June 23, 2022
इस वक्त महाराष्ट्र की सरकार पूरी तरह से मुसीबतों से घिर चुकी है। खबर आ रही है कि शिवसेना के एक और विधायक गुवाहाटी पहुंच गए हैं। उद्धव ठाकरे सरकार की समस्याओं में लगातार इजाफा हो रहा है।
महाराष्ट्र सियासत में दोनो पक्षों की तरफ से जबरदस्त बयानबाजी जारी है। एक तरफ जहां संजय राउत शिवसेना का पक्ष रखते नजर आ रहे हैं तो वहीं बागी विधायकों की तरफ से संख्या बल दिखाकर बताया जा रहा है कि महाराष्ट्र सरकार को गिराने में वो सक्षम हैं। इसी कड़ी में संजय राउट ने ट्वीट कर कहा कि विचार-विमर्श मार्ग प्रशस्त कर सकता है। चर्चा हो सकती है। घर के दरवाजे खुले हैं। जंगल क्यों भटकता है? आइए गुलामी के बजाय स्वाभिमान से फैसला करें! जय महाराष्ट्र!
— Sanjay Raut (@rautsanjay61) June 23, 2022
दो शिवसेना विधायक रैडिसन ब्लू होटल से बाहर निकलते देखे गए, दोनों विधायकों के मुंबई आने की खबर। राज्य सभा में प्रतिपक्ष नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने केंद्र की बीजेपी सरकार पर महाराष्ट्र सरकार को गिराने का आरोप लगाया।
बीजेपी महाराष्ट्र में सरकार गिराने की कोशिश कर रही है। शिवसेना के विधायकों को वो पहले सूरत लेकर गए, सूरत में किसकी सरकार है आप जानते हैं। फिर उसके बाद गुहवाटी लेके गए। ये बीजेपी का खेल है: राज्य सभा में प्रतिपक्ष नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, दिल्ली pic.twitter.com/WRr7hKzdjr
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 23, 2022
बैठक से पहले NCP नेता जयंत पाटिल ने कहा हम अंत तक मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे जी के साथ मजबूती से खड़े रहेंगे। हम इस सरकार को बचाने की पूरी कोशिश करेंगे
हम अंत तक मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे जी के साथ मजबूती से खड़े रहेंगे। हम इस सरकार को बचाने की पूरी कोशिश करेंगे: महाराष्ट्र में चल रहे राजनीतिक संकट के बीच NCP की बैठक से पहले NCP नेता जयंत पाटिल, मुंबई pic.twitter.com/pnpDO1EsaD
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 23, 2022
शिंदे खेमे से वापस लौटे नितिन देशमुख ने शिवसेना प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा विधायकों को डराया, धमकाया जा रहा हैं, 21 विधायक वापस मुंबई लौटना चाहते हैं। विधायक देशमुख ने बीजेपी पर साजिश करने का भी आरोप लगाया हैं।
असम की राजधानी गुवाहाटी के रैडिसन ब्लू होटल में एकनाथ शिंदे सहित महाराष्ट्र के बागी विधायक एक साथ बैठे दिखाई दिए। वीडियो में बागी विधायक "शिंदे साहब तुम आगे बढ़ो, हम तुम्हारे साथ हैं" के नारे लगा रहे हैं। एक तरफ गुवाहाटी में शिंदे के पक्ष में नारे लग रहे हैं,वहीं दूसरी तरफ मुंबई में शिवसेना विधायकों की बैठक में 13 विधायकों के शामिल होने की खबर सामने आ रही हैं। ऐसे में ये माना जाने लगा है कि शिंदे के पास 37 का दो तिहाई जादुई आंकड़ें छू लिया हैं। जो रैडिनस होटल से जारी तस्वीरों से साफ नजर आ रहा हैं। अब बारी शिंदे के अगले कदम की हैं , कि वे क्या कदम उठाते हैं। बीजेपी से हरी झंडी मिलने के बाद ये साफ स्पष्ट हो जाएंगा।
#WATCH असम: गुवाहाटी के रैडिसन ब्लू होटल में एकनाथ शिंदे सहित महाराष्ट्र के बागी विधायक एक साथ बैठे दिखाई दिए। वीडियो में बागी विधायक "शिंदे साहब तुम आगे बढ़ो, हम तुम्हारे साथ हैं" के नारे लगा रहे हैं। pic.twitter.com/QrmTeQJrwq
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 23, 2022
इससे पहले संजय शिरसाट के लिखे भावनात्मक खत को शिंदे ने ट्विटर पर साझा किया। खुले खत्र में लिखा है ये विधायकों की भावना हैं। पत्र में उन्होंने अब से पहले मातो श्री के दरावाजे बंद थे,हमें सीएम से मिलने के लिए दूसरों से मिन्नतें करनी पड़ती थी।
ही आहे आमदारांची भावना... pic.twitter.com/U6FxBzp1QG
— Eknath Shinde - एकनाथ शिंदे (@mieknathshinde) June 23, 2022
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के मुंबई पहुंचने की खबर हैं । हालांकि उनके दौरे को निजी बताया जा रहा हैं। इस दौरान वे कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले से भी मुलाकात करेगी। इसी बीच खबर आ रही है कि एनसीपी नेताओं कार्यकर्ताओं और विधायकों की शरद पवार के घर हुई बैठक खत्म हो गई हैं। आगे ऐसी अटकले है कि जल्द ही एनसीपी और कांग्रेस नेताओं की मीटिंग होने वाली हैं.
प्रियंका गांधी मुंबई पहुँची, NCP_CONGRESS की बैठकें जारी, क्या है आगे की नई रणनीति? #MaharashtraPoliticalCrisis#MaharashtraPoliticalCrisis #Shivsena @INCIndia @BJP4India @ShivSena
— KHABAR TODAY (@KHABARTODAY4) June 23, 2022
महाराष्ट्र विधानसभा के डिप्टी स्पीकर बोले कानून के मुताबिक होगा सब कुछ, 24 से 48 घंटे में सब साफ हो जाएगा। आज तक निजी न्यूज चैनल के एक सवाल का जवाब देते हुए डिप्टी स्पीकर ने कहा एकनाथ शिंदे ने कोई लेटर भेजा हैं तो उस पर कानून के मुताबिक विचार किया जाएगा। विचार करने और फैसला लेने में कुछ घंटों का समय लग सकता हैं।
ठाकरे के साथ कमजोर होती शिवसेना, शिंदे के साथ बढ़ रहे बागी, महाराष्ट्र महाखेला में कूदी TMC#MaharashtraPoliticalCrisis#MaharashtraPoliticalCrisis #Shivsena @INCIndia @BJP4India @ShivSena
— KHABAR TODAY (@KHABARTODAY4) June 23, 2022
TMC कार्यकर्ताओं ने रैडिसन होटल के बाहर किया प्रदर्शन, तृणमूल कांग्रेस के विरोध से महाराष्ट्र सियासी संकट में ममता बनर्जी की एंट्री हो चुकी हैं।
#WATCH असम: TMC के सदस्यों और कार्यकर्ताओं ने गुवाहाटी में रैडिसन ब्लू होटल के बाहर विरोध प्रदर्शन किया, जहां शिवसेना के एकनाथ शिंदे सहित महाराष्ट्र के बागी विधायक ठहरे हुए हैं।
प्रदर्शन की अगुवाई पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष रिपुन बोरा कर रहे हैं। pic.twitter.com/ri7zxClPAM
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 23, 2022
सूत्रों से मिली जानकारी और शिंदे के दावा के बाद विधायकों का जादुई आंकड़ा एकनाथ के पक्ष में आते हुए दिखाई दे रहा हैं। अगर शिवसेना के 37 विधायक शिंदे के साथ आ गए तब शिंदे के साथ मौजूद विधायक दलबदल कानून से बच जाएंगे। और वो अपना फैसला खुद कर सकते हैं। ऐसे में शिवसेना और उद्धव की कुर्सी छिन सकती हैं।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बीजेपी इसी वेट एंड वॉच की स्थिति का इंतजार कर रही है कि शिवसेना के दो तिहाई विधायक शिंदे के साथ आ जाते हैं,तभी आगे की कार्यवाही की जाएंगी। क्योंकि इससे पहले के प्रयास में बीजेपी की किरकिरी हो चुकी थी। बीजेपी नहीं चाहती कि ये फिर हों, इसलिए पूरी स्थिति साफ होने के बाद ही बीजेपी अपना कदम उठाएंगी।
महाराष्ट्र में चल रहा सियासी घमासान थमने का नाम नहीं ले रहा हैं। शिवसेना से बागी बने मंत्री एकनाथ शिंदे के साथ 33 विधायकों के ग्रुप में लगातार एमएलए की संख्या बढ़ती जा रही हैं। कल देर रात शिवसेना के चार विधायक विशेष विमान से असम गुवाहाटी के रैडिसन ब्लू होटल पुहंचे थे, उसके बाद आज सुबह होते ही तीन और शिवसेना विधायक रैडिसन होटल पहुंच गए। इस पूरे आवागमन ने महाराष्ट्र की सियासत में तूफान ला दिया हैं। और उद्धव के साथ शिवसेना को खतरे में डाल दिया हैं।
भले ही मंत्री शिंदे ने अपने आपको सच्चा शिवसैनिक बताते हुआ कहा कि गद्दी के लिए शिवसेना से गद्दारी नहीं करूंगा। लेकिन बागी शिंदे के समूह में शिवसेना विधायकों के बढ़ती संख्या महाराष्ट्र सरकार के साथ साथ शिवसेना के लिए खतरे की घंटे बजना तय माना जा रहा हैं। हालांकि शिंदे ने शिवसेना प्रमुख व सीएम उद्धव के सामने एक बड़ी चुनौतीपूर्ण शर्त रखने के साथ कहा कि एनसीपी और कांग्रेस के साथ समर्थित सरकार बनाना साथी सभी शिवसेना विधायकों को खल रहा है, कांग्रेस और एनसीपी पर निशाना साधते हुए शिंदे ने कहा था कि उनके साथ समर्थन करने से शिवसेना को नुकसान हो रहा हैं। जो सच्चा शिवसैनिक होने नहीं देगा। शिंदे ने उद्धव से शर्त रखते हुए कहा कि आइए शिवसेना की पुरानी सहयोगी बीजेपी के साथ सरकार बनाइए। शिवसैनिक हिंदुत्व की विचारधारा को मानता है, जिसे नुकसान हो रहा हैं।
जारी है शिवसेना में टूट, बढ़ रहा है शिंदे का गुट
, संकट में उद्धव और शिवसेना, उद्धव ने छोड़ा cm आवास शिवसेना समर्थकों ने की नारेबाजी #MaharashtraPoliticalCrisis#MaharashtraPoliticalCrisis #Shivsena @INCIndia @BJP4India @ShivSena
— KHABAR TODAY (@KHABARTODAY4) June 23, 2022
शिवसेना के तीन और विधायक गुवाहाटी पंहुचे, देर रात पहुंचे थे चार शिवसेना विधायक
शिवसेना के तीन और विधायक गोवाहाटी पंहुचे, देर रात पहुंचे थे चार शिवसेना mla#MaharashtraPoliticalCrisis#MaharashtraPoliticalCrisis #Shivsena @INCIndia @BJP4India @ShivSena
— KHABAR TODAY (@KHABARTODAY4) June 23, 2022
महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ महाविकास अघाड़ी सरकार में राजनीतिक अस्थिरता के बीच शिवसेना के तीन और बागी विधायक गुवाहाटी के रैडिसन ब्लू होटल पहुंचे।
#WATCH असम: महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ महाविकास अघाड़ी सरकार में राजनीतिक अस्थिरता के बीच शिवसेना के तीन और बागी विधायक गुवाहाटी के रैडिसन ब्लू होटल पहुंचे। pic.twitter.com/MmrHE1AE8N
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 23, 2022
#WATCH असम: कल रात चार और विधायकों के रेडिसन ब्लू होटल पहुंचने के बाद शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे अन्य विधायकों के साथ दिखे। pic.twitter.com/Gs21bElwwC
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 23, 2022
सामाजिक समागम 2022: रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय में एनएसएस ईकाई द्वारा सामाजिक समागम 2022 का आयोजन
डिजिटल डेस्क, भोपाल। राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय तथा आंतरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ के संयुक्त तत्वावधान में सामाजिक समागम 2022 का आयोजन विश्वविद्यालय में किया गया। जिसमे समाजसेवा, साहित्य, संस्कृति, पर्यावरण इत्यादि क्षेत्रों में कार्य करने वाले गैर सरकारी संगठनों के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया। 'परस्पर सहयोग एवं समायोजन का भाव' के उद्देश्य के साथ आयोजित इस समागम में 'बचपन निवसिड' के श्री राजीव भार्गव ने बच्चों, युवाओं व महिलाओं पर किए जा रहे प्रयासों पर चर्चा करते हुए कहा कि वर्तमान में अनेक योजनाएं होने के बावजूद उन पर अलग से विस्तृत नीति न होने के कारण उनके अनेक मुद्दे हाशिए पर पड़े हुए हैं। जैसे कुपोषण आज भी एक चुनौती बना हुआ है। इसके जैसी समस्याओं को दूर करने के लिए सरकार के अलावा यूथ को भी आगे आना होगा। बिना यूथ की सक्रियता के किसी भी समस्या का समाधान संभव नहीं है। वर्तिका कल्चरल एंड सोशल वेलफेयर सोसाइटी की अध्यक्ष दुर्गा मिश्रा ने राष्ट्रीय सेवा योजना के साथ मिलकर शास्त्रीय नृत्य एवं संगीत को गरीब बस्तियों में ले जाने की बात कही।
वहीं 'सुख-शांति भवन' की प्रोग्राम ऑर्गनाइज़र सुश्री हेमा दीदी ने विश्वविद्यालय के साथ 'नशामुक्ति अभियान' को बड़े पैमाने पर चलाए जाने की बात कही। यूथ फार सेवा के श्री अतुल विश्वकर्मा ने ऐसी सरकारी योजनाओं पर काम करने की इच्छा जताई जिनको तात्कालिक फायदों से अधिक दीर्घकालिक फायदे अधिक होते हैं। अपना भोपाल ग्रुप के संस्थापक डॉ अरुणेश्वर सिंह सुनहरा ने रक्तदान सहित सभी तरह की सामाजिक गतिविधियों में सहयोग करने तथा उसको राष्ट्रीय स्तर पर प्रसारित करने का जिम्मा लिया। साथ ही उन्होंने हस्तशिल्पी जैसे कलाकारों को भी एक मंच पर लाने का सुझाव दिया।
कार्यक्रम में स्वागत उद्बोधन तथा विश्वविद्यालय का परिचय देते हुए कुलसचिव डॉ विजय सिंह ने कहा कि रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय ने अपनी स्थापना के समय से ही समाज की सेवा को अपना प्राथमिक उद्देश्य माना है। क्योंकि समाज से ही व्यक्ति का अस्तित्व होता है बिना समाज के या तो कोई देवता ही रह सकता है या कोई पशु। आज का यह समागम समाजसेवा का मिनी कुंभ साबित हो ऐसा प्रयास हम करेंगे। समागम का परिचय प्रो वाइस चांसलर डॉ संगीता जौहरी ने दिया ।कार्यक्रम का संयोजन एवं संचालन कार्यक्रम अधिकारी श्री गब्बर सिंह ने एवं आभार ज्ञापन डॉ रेखा गुप्ता ने किया। मुख्य उपस्थिति आईक्यूऐसी के एकेडमिक कोर्डिनेटर श्री पद्मेश चतुर्वेदी की रही।
बचपन निवसिड, 'यूथ फॉर सेवा', 'हम साथ हैं', हार्टफुलनेस मेडिटेशन सेंटर, 'वर्तिका कल्चरल एंड सोशल वेलफेयर सोसाइटी', 'अपना भोपाल ग्रुप', 'सुख-शांति भवन', 'ई-पोस्ट भोपाल', 'रोटरी क्लब' सहित 12 सामाजिक संगठनों ने सहभागिता की।
मुख्य भूमिका श्रेया शर्मा, यूथ लीडर शबनम कुमारी, ज़िकरा खान, दलनायिका चित्रांशी मीना तथा अविनाश कुमार, अनुराग भारती, प्रिंस ठाकुर, दिलशाद खान इत्यादि स्वयंसेवकों की रही।
क्लोजिंग बेल: सपाट स्तर पर बंद हुआ बाजार, सेंसेक्स- निफ्टी में मामूली गिरावट
डिजिटल डेस्क, मुंबई। जून माह के फ्यूचर तथा ऑप्शन सौदों के कटान के दिन आज गुरुवार को दलाल स्ट्रीट में तेजड़ियों एवं मंदड़ियों के मध्य कड़ी स्पर्धा देखने को मिली। यूएस जीडीपी के प्रथम तिमाही में 1.6 प्रतिशत सिकुड़ने के कारण वैश्विक बाजारों में नकारात्मक प्रभाव पड़ा। सेंसेक्स 0.02 प्रतिशत की सीमित गिरावट के साथ 53018.94 पर बंद हुआ जबकि निफ्टी 0.12 प्रतिशत गिरकर 15780.25 पर बंद हुआ।
बैंक निफ्टी ने 0.47 प्रतिशत लाभ के साथ 33425.10 पर समाप्ति दी। इंडिया विक्स 21 के ऊपर बना रहा जो तेजड़ियों के लिए परेशानी बनी रहने का संकेत है। निवेशक तथा ट्रेडर्स अभी भी आने वाले दिनों के लिए तेजी या मंदी, किस दिशा में ट्रेड करे, इसको ले कर असमंजस में हैं।
क्षेत्र विशेष में निफ्टी एनर्जी तथा निफ्टी फाइनेंसियल सर्विस में क्रमशः आधे प्रतिशत की सामान्य तेजी रही जबकि निफ्टी मेटल,ऑटो तथा रियलिटी एक प्रतिशत से अधिक गिरे।निफ्टी के शेयरों में एक्सिस बैंक, एसबीआई तथा डिविज लैब में सर्वोच्च लाभ रहा जबकि आइशर मोटर, सिप्ला, बीपीसीएल सबसे अधिक हानि में रहे। तकनीकी रूप से निफ्टी ने लांग टेल डोजी के जैसा एक प्रारूप बनाया है जो आने वाले दिनों के लिए अनिश्चितता की स्थिति दर्शाता है। जून माह में निफ्टी 5.29 प्रतिशत फिसला है।
आवरली चार्ट पर निफ्टी में अगले कुछ दिनों के लिए 15700 पर हल्का सपोर्ट है। वॉल्यूम प्रोफाइल के आधार पर 15500 निफ्टी आनेवाले सप्ताह के लिए एक शक्तिशाली सपोर्ट का कार्य करेगा। एटीआर तथा एडीएक्स जैसे संकेतक दैनिक चार्ट पर दुर्बलता का संकेत दे रहे हैं। निफ्टी का सपोर्ट 15700 है,तेजी में 16000 अवरोध है। बैंक निफ्टी का सपोर्ट 33000 तथा उसके पश्चात 32700 है जबकि अवरोध 33800 है। कुलमिला कर मंदी की चाल से उबरने के लिए मार्किट को एक अच्छी शक्तिशाली तेजी पर बंद होने की आवश्यकता है।
ओम मेहरा
रिसर्च एसोसिएट
चॉइस ब्रोकिंग (Choice Broking)
Source: Choice India
३२ साल के डॉ. राज पढियार ने देश भर में बनायी विशेष पहचान: गुजरात के गृहमंत्री, तेलंगाना एवं पोंडिचेरी के गवर्नर सहित देश विदेश की नामी हस्तियाँ करती है फ़ॉलो
डिजिटल डेस्क, भोपाल। थाने ज़िला के मीरा भायंदर के युवा उधमी - डॉ. राज पढियार ने अपने आंट्रेप्रेनरशीप और डिजिटल मीडिया से देश भर में अपनी विशेष पहचान बनायी हैं । इसका अंदाज़ा इसी बात से लगाया जा सकता है की उन्हें ट्विटर पर गुजरात के गृह मंत्री - हर्ष संघवीजी, तेलंगाना एवं पोंडिचेरी गवर्नर - डॉ. तमिलिसाई सौंदराराजन, तहसीन पूनावाला, कोंग्रेस के राष्ट्रीय युवा अध्यक्ष - बी श्रीनिवास, भाजपा के राष्ट्रीय युवा अध्यक्ष एव सांसद - तेजस्वी सूर्या, उद्धव ठाकरे साहेब के पीए - बी के राजपूत, इनकम टैक्स कमिशनर - सुग्रीव मीना, ABP न्यूज़ के ऐंकर - विकास भदोरिया, राहुल गांधी के पीएस - कौशल विद्यार्थी, बोलीवुड अभिनेता अमित साध, WTO के भारत के डिरेक्टर - आशीष चंडोरकर, दुबई के शेख़ - डॉ. मोहम्मद अल हेमीयरी समित भारत सरकार के कई मंत्रालय, विभिन्न राज्य के प्रदेशध्यक्ष, सांसद, अभिनेता, सामाजिक कार्यकर्ता एवं नामी हस्तियाँ फ़ॉलो करती है । यह सभी लोग डॉ. राज के शिक्षण एवं डिजिटल मीडिया के क्षेत्र के बदोलत इनके सम्पर्क में रहकर निरंतर चर्चा एवं वार्ता विमश करते रहते है ।
डॉ. राज पढियार - एशिया की प्रसिद्ध एजुकेशन कंपनी -
डिजिटल गुरुकुल के संस्थापक है जिसने अभी तक पूरी दुनिया में ४५,०००+ से ज़्यादा छात्रों को डिजिटल क्षेत्र में प्रशिक्षा देकर उन्हें रोज़गार एवं स्टार्टअप के हेतु योग्य बनाया है । कोरोना काल में डॉ. राज की संस्था ने १५००+ से ज़्यादा भारत, दुबई के युवाओं को डिजिटल स्किल की निशुल्क शिक्षा देकर उन्हें रोज़गार प्राप्त करने में सहायता करी ।
डॉ. राज पढियार अब तक ५०००+ से ज़्यादा लेक्चर ले चुके है जिसमें ३१,०००+ छात्रों को ट्रेनिंग देके उन्हें रोज़गार हेतु योग्य बना चुके है । उन्होंने अब तक अपनी २ किताबें पब्लिश करी है १ - सोशल मीडिया एंड पॉलिटिक्स इन इंडिया - जिसे भारत के अग्रणी राजनेताओ ने पढ़कर उसकी सराहना की है, २ - फ़ंडामेंटलस ओफ़ डिजिटल मार्केट जो डिजिटल मीडिया विषय पर लिखी हुई भारत की पहली एकाडेमिक बुक है - यह बुक भारत के २५० से ज़्यादा कॉलेज के लाइब्रेरी में उपलब्ध है।
डॉ. राज पढियार को शिक्षा एवं डिजिटल क्षेत्र में योगदान के चलते उन्हें “दुनिया के सर्वश्रेस्ठ १०० डिजिटल लीडर” में स्थान मिला जो भारत के लिए बहोत गर्व की बात थी । इसके अलावा उन्हें बॉलीवुड अभिनेत्री सोहा अली खान, कलाकार मुकेश खन्ना एवं कई बड़े कलाकारों ने विभिन्न पुरस्कारों से सम्मानित किया है ।
अपने स्टार्टप के शुरुआती दौर में काफ़ी स्ट्रगल करने के बाद डॉ. राज पढियार ने अपने अथाग परिश्रम एवं मेहनत से आज जो मुक़ाम तक पहोचे है जिससे उनकी देश विदेश में लोग सराहना कर रहे है और भारत का नाम और रोशन किया है।
मूवर्स और पैकर्स: कैसे एश्योरशिफ्ट ने भारत में स्थानांतरण के अनुभव को बेहतर बनाया है
डिजिटल डेस्क, भोपाल। देश में बढ़ती जनसंख्या, शैक्षिक प्रगति और मूल तोर से नौकरी के अवसर के कारण, देश के अंदर और विदेश के कई शहरों में, प्रवास करने वाले अन्य शहरों के लोगों की संख्या उल्लेखनीय मत्रा से वृद्धि पाई है।
इस कारण से स्थानांतरण सेवा के मांग में तेजी से वृद्धि हुई। कई पैकर्स एंड मूवर्स कंपनियों की स्थापना भी हुई है जो घर, कार्यालयों के सामना, कार, बाइक, आदि को स्थानांतरित करने के लिए आवश्यक सेवाएं प्रदान करती हैं। हालांकि, किसी भी नए उत्पाद के साथ, कई नकली और गैर-पेशेवर चलती कंपनि स्थापित होते हैं। धीरे-धीरे भारतीय स्थानांतरण बाजार में इस तरह के कंपनि आकर बेहद कम लागत वाली कोटेशन की पेशकश करके निर्दोष ग्राहकों का शिकार करना शुरू कर दिया। वे गुणवत्ता सेवाओं, अतिरिक्त सहायता आदि जैसे कई वादे करते हैं, लेकिन अंत में अक्सर ग्राहकों के पैसे और सामान लूट लेते हैं।
स्व-चलन के साथ आने वाली कठिनाइयों और जोखिमों को ध्यान में रखते हुए, पेशेवर स्थानांतरण सेवा प्रदाताओं को नियुक्त करने की सलाह दी जाती है लेकिन कंपनी के इतिहास और पृष्ठभूमि की जांच कर लेने के बाद। आपको एक पैकर्स मूवर्स कंपनी के पंजीकरण दस्तावेजों और पहले के ग्राहकों की कई समीक्षाएं पढ़ कर, उनका व्यापक शोध करना चाहिेए। लेकिन सामान्य ज्ञान के अनुसार, दस्तावेज़ीकरण, कंपनी विवरण, कार्यालय स्थान आदि की पुष्टि करना आसान काम नहीं है और पहली बार जांच करने वाले के लिए अत्यधिक समय लग सकता है।
प्रत्येक ग्राहक पहली कोशिश में अपने निकट के ईमानदार पैकर्स एंड मूवर्स कंपनी से संपर्क कर रहा है और बाजार में धोखाधड़ी सेवा प्रदाताओं का खात्मा हो रहा है, यह सुनिश्चित करने के लिए एश्योरशिफ्ट की स्थापना की गई थी।
AssureShift Packers and Movers एक मानक बन गया है यह भारत का सबसे अच्छी ऑनलाइन पैकर्स और मूवर्स निर्देशिका है, जिसमें 25 से अधिक शहरों के शीर्ष पैकर्स और मूवर्स की सूची है। 2017 की शुरुआत में लॉन्च होने के बाद से, एश्योरशिफ्ट ने देश भर में 50,000 से अधिक परिवारों और व्यक्तियों को सफलतापूर्वक स्थानांतरित किया है। हमारे पार्टनर पैकर्स और मूवर्स के पास पर्याप्त अनुभव है और वे घरेलू सामान पैकिंग और मूविंग, कार ट्रांसपोर्टेशन सर्विसेज, बाइक शिफ्टिंग सर्विसेज, ऑफिस शिफ्टिंग आदि जैसे सभी प्रकार के सामानों को स्थानांतरित करने के लिए अच्छी तरह से प्रशिक्षित हैं। हम सुनिश्चित करते हैं इस दौरान हमारी पार्टनर कंपनियां उच्च गुणवत्ता वाली सेवाओं, किफायती शुल्क, समय पर घर से पिकअप और डिलीवरी, पेशेवर व्यवहार जैसे पूर्ण ग्राहक सहायता का आश्वासन दे रही हैं।
एक बार जब ग्राहक पूछताछ फॉर्म भरते हैं, तो मुश्किल से 10 क्लिक के भीतर, एश्योरशिफ्ट निर्दिष्ट स्थानांतरण आवश्यकताओं के अनुसार ग्राहक के निकटतम 3 शीर्ष पैकर्स एंड मूवर्स कंपनियों को संदर्भित करता है। ग्राहक सटीक स्थानांतरण शुल्क प्राप्त करने के लिए प्री-मूव सर्वेक्षण कर सकते हैं और दरों, प्रोफाइल, समीक्षाओं और रेटिंग की तुलना करके सबसे उपयुक्त पैकर्स और मूवर्स कंपनी के साथ सौदा कर रहे हैं।
एश्योरशिफ्ट का 4-चरणीय तरीका एक सुनिश्चित स्थानांतरण के लिए
#1 पूर्ण तरह से बैकग्राउंड की जांच
एक पैकर्स और मूवर्स कंपनी की विश्वसनीयता साबित करने वाले मुख्य कागज-पत्र में से एक यह है कि उनके पास सरकार द्वारा दिए गए आवश्यक पंजीकरण दस्तावेज होना चाहिए। एश्योरशिफ्ट निम्न प्रकार से जाँच करके स्थानांतरण सेवा प्रदाताओं की पूरी गहराई से पृष्ठभूमि का सत्यापन करता है:
- कंपनी जीएसटी पंजीकरण,
- कार्यालय सेटअप, स्थान और प्रमाण,
- ओनर आईडी प्रूफ,
- संपर्क विवरण,
- ग्राहक प्रतिक्रिया के साथ पूर्व कार्य अनुभव,
- Google रेटिंग और समीक्षाएं।
एश्योरशिफ्ट ग्राहकों को परेशानी मुक्त और विश्वसनीय पैकिंग मूविंग सेवाएं प्रदान करने और उनके स्थानांतरण के अंत में 100% संतुष्टि की सुनिश्चित करता है।
#2 बजट के अनुकूल दरों पर सर्वोत्तम मिलान वाली सेवाएं
हमारे पार्टनर पैकर्स एंड मूवर्स के पास रिलोकेशन सेवाओं की एक विस्तृत श्रृंखला प्रदर्शन करने का अच्छा अनुभव है और ग्राहकों की आवश्यकता के अनुसार किसी भी आइटम को स्थानांतरित करने के लिए अच्छी तरह से प्रशिक्षित हैं। वे शुरू से अंत तक पूरी प्रक्रिया को संभालने में सक्षम हैं, यानी, एक अच्छी तरह से नियोजित रणनीति तैयार करना, पैकिंग, लोडिंग, पूरी सुरक्षा के साथ वस्तुओं का परिवहन, और गंतव्य पर अनलोडिंग और अनपैकिंग करना।
युक्ति: भारत में सबसे सटीक पैकर्स और मूवर्स शुल्क प्राप्त करने के लिए (किसी भी आइटम को देश में किसी भी स्थान पर ले जाने के लिए), हमेशा एक भौतिक प्री-मूव सर्वेक्षण अनुरोध करें। जब मूवर्स व्यक्तिगत रूप से वस्तुओं का सर्वेक्षण करते हैं, तो उन्हें सटीक आवश्यकताओं का बेहतर विचार मिलता है और वे स्थानांतरण लागत की अधिक सटीक गणना करने में सक्षम होते हैं।
#3 लाइटनिंग-फास्ट रिस्पांस और एंड-टू-एंड सपोर्ट
एश्योरशिफ्ट ग्राहकों के किसी भी प्रश्न का तुरंत जवाब देकर आपके हर कदम को परेशान मुक्त बनाने के लिए निरंतर काम करता है।
- फॉर्म जमा करते ही ग्राहकों को तुरंत रेफर किए गए मूवर्स की पूरी जानकारी मिल जाएगी।
- हमारे मूवर्स भी जल्दी से स्थानांतरण लागत का अनुमान लगाते हैं या भौतिक पूर्व-चाल सर्वेक्षण के लिए घर भी आ सकते हैं।
- एश्योरशिफ्ट के उपयोग सेआसान इंटरफेस के साथ, कई मूवर्स के विवरणों की तुलना कम समय में आसानी से की जा सकती है (जैसे, चेकिंग शुल्क, सेवाओं की पेशकश, रेटिंग, समीक्षा, आदि)।
साथ ही, एश्योरशिफ्ट सुनिश्चित करता है कि ग्राहकों को पूरी स्थानांतरण प्रक्रिया के दौरान आवश्यक समर्थन मिले, यानी अनुरोध जमा करने के समय से लेकर सामान की अंतिम डोरस्टेप डिलीवरी तक।
# 4 नियमित प्रतिक्रिया और गुणवत्ता संरक्षण
एश्योरशिफ्ट ग्राहकों की पूर्ण संतुष्टि सुनिश्चित करने के लिए काम करता है। ग्राहकों से नियमित फीडबैक लेने से संभावित ग्राहकों को अच्छी तरह से सूचित निर्णय लेने में मदद मिलती है और साथ ही साथ हर दिन काम करने की प्रक्रिया में सुधार होता है। एश्योरशिफ्ट को ग्राहकों द्वारा सामना की स्थानांतरण के समय आने वाली विभिन्न समस्याओं जैसे कि अचानक मूल्य वृद्धि, सामान का नुकसान, स्थानांतरण के दौरान मूवर्स के अनैतिक व्यवहार पता चलता रहता है।
प्राप्त शिकायतों की गंभीरता के आधार पर, एश्योरशिफ्ट सेवा की गुणवत्ता को बनाए रखने के लिए आवश्यक कार्रवाई करता है, :जैसे
- गैर-पेशेवर मूवर्स और पैकर्स को अस्थायी रूप से निलंबित या वेबसाइट से उनके व्यावसायिक प्रोफाइल को स्थायी रूप से हटाकर दंडित करना, साथ ही साथ
- लिस्टिंग में उच्च रैंक मैं रख के शीर्ष प्रदर्शन करने वाली कंपनियों को पुरस्कृत करना ।
निष्कर्ष के तौर पर
एश्योरशिफ्ट समझती है कि कई सारे सामान ले जाना जोखिम भरा हो सकता है और वित्तीय, मानसिक और शारीरिक दबाव पैदा कर सकता है, खासकर बिना किसी पूर्व अनुभव से किया गया हो तो। इसके अलावा, बहुत से ग्राहक वास्तव में भरोसेमंद स्थानांतरण सेवा प्रदाताओं को किराए पर लेने का सही तरीका भी नहीं जानते हैं। और तो और क्योंकि वर्तमान समय में कई धोखाधड़ी करने वाली कंपनियां भी बाजार में स्थापित हैं।
धोखेबाज पैकर्स और मूवर्स को खत्म करने के मिशन के साथ, एश्योरशिफ्ट ने स्थानांतरण कंपनियों के काम काज़ की प्रक्रिया में सुधार लाई हे, और इसके परिणामस्वरूप, भारत में पैकिंग और स्थानांतरित करने की प्रक्रिया में क्रांतिकारी बदलाव आया है। एश्योरशिफ्ट के माध्यम से जाने का सबसे महत्वपूर्ण लाभ यह है कि भरोसेमंद पैकर्स और मूवर्स ढूंढना आसान हो जाता है, और बजट के अनुसार सही कंपनी मिनटों के अंदर मिल जाता है।
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