पैसों को लेकर असमंजस के बीच कांग्रेस ने पदाधिकारियों से खर्च घटाने को कहा

Amid confusion over money, Congress asks office bearers to reduce expenditure
पैसों को लेकर असमंजस के बीच कांग्रेस ने पदाधिकारियों से खर्च घटाने को कहा
नई दिल्ली पैसों को लेकर असमंजस के बीच कांग्रेस ने पदाधिकारियों से खर्च घटाने को कहा

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। वित्त संकट से जूझ रही कांग्रेस ने अपने पदाधिकारियों से खर्च में कटौती के उपाय करने को कहा है। पार्टी के कोषाध्यक्ष पवन कुमार बंसल द्वारा पार्टी के पदाधिकारियों और सचिवों को लिखे पत्र में उन्हें अपने निर्धारित राज्यों में रहने को कहा गया है। पदाधिकारियों को 1400 किलोमीटर तक की यात्रा के लिए कोई हवाई किराया नहीं दिया जाएगा और उससे लंबी यात्रा के लिए सबसे कम हवाई किराया दिया जाएगा, जबकि महासचिव और सांसद अपना खर्च स्वयं वहन करेंगे।

बंसल के पत्र में कहा गया है : एआईसीसी सचिवों को अपने संबंधित राज्यों में कम से कम 15-20 दिन बिताने होंगे। एआईसीसी सचिवों के मुख्यालय को उन राज्यों में स्थानांतरित कर दिया जाएगा, जहां का प्रभार उन्हें सौंपा गया है। हालांकि, उन्हें बैठकों, परामर्श आदि के लिए कभी-कभी एआईसीसी मुख्यालय में आना होगा।

पत्र में कहा गया है कि अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सचिवों को 1400 किमी तक का रेल किराया वापस किया जाएगा। 1400 किमी से ऊपर की दूरी के लिए सचिवों को सबसे कम हवाई किराया दिया जाएगा। हवाई किराया महीने में दो बार ही दिया जाएगा। यदि ट्रेन का किराया हवाई किराए से अधिक है, तो वे हवाई यात्रा करना चुन सकते हैं।

यह भी कहा गया है कि महासचिव/प्रभारी जो संसद सदस्य हैं, से अनुरोध है कि वे यात्रा के लिए अपनी हवाई सुविधा का उपयोग करें।

पत्र में कहा गया है कि कैंटीन, स्टेशनरी, बिजली, समाचारपत्र, ईंधन आदि पर होने वाले खर्च को एआईसीसी के पदाधिकारियों द्वारा स्वयं कम से कम किया जाना चाहिए। एआईसीसी के सभी महासचिव/प्रभारी, आईसीसी सचिव, फ्रंटल संगठनों के प्रमुख, विभागों/प्रकोष्ठों के प्रमुख, कैंटीन और कंप्यूटर सहायक उपकरण: एआईसीसी परिसर में स्थित महासचिव/प्रभारी, फ्रंटल प्रमुख, विभागों के प्रमुख और प्रकोष्ठ कृपया अपने स्टाफ सदस्यों में से एक को जरूरती कागजात पर हस्ताक्षर करने के लिए जिम्मेदार नामित कर सकते हैं और कोषाध्यक्ष कार्यालय में लेखा अधिकारी को एक साप्ताहिक खाता दे सकते हैं।

आगे कहा गया है कि जब कार्यालय से बाहर हों, तो कृपया बिजली बचाने के लिए बिजली के उपकरणों को बंद कर दें। यह अनुरोध किया जाता है कि पदाधिकारी और वरिष्ठ नेता कृपया सहयोग करें और देखें कि उपरोक्त दिशानिर्देशों का अनुपालन किया गया है।

एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स की एक विस्तृत रिपोर्ट से पता चलता है कि भारतीय जनता पार्टी को वित्तवर्ष 2021-22 में चुनावी ट्रस्टों द्वारा सबसे अधिक चंदा प्राप्त हुआ है। विभिन्न ईटी से पार्टी द्वारा प्राप्त कुल राशि (351.50 करोड़ रुपये) सभी राजनीतिक दलों द्वारा प्राप्त कुल दान का 72.17 प्रतिशत है।

 

 (आईएएनएस)

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Created On :   29 Dec 2022 10:31 PM IST

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