अमित शाह ने अहोम जनरल लचित बोरफुकन को दी श्रद्धांजलि

Amit Shah pays tribute to Ahom General Lachit Borphukan
अमित शाह ने अहोम जनरल लचित बोरफुकन को दी श्रद्धांजलि
तीन दिवसीय समारोह अमित शाह ने अहोम जनरल लचित बोरफुकन को दी श्रद्धांजलि
हाईलाइट
  • भूमि के बड़े पैमाने पर इस्लामीकरण

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली/गुवाहाटी। 17वीं सदी की अहोम आर्मी के जनरल लचित बोरफुकन की 400वीं जयंती के तीन दिवसीय समारोह के दूसरे दिन केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह गुरुवार को मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। समारोह राष्ट्रीय राजधानी के विज्ञान भवन में आयोजित किया जा रहा है।

शाह ने लाचित बोरफुकन को मुगल बादशाह औरंगजेब की दक्षिण पूर्व एशिया के राष्ट्रों के प्रति विस्तारवादी महत्वाकांक्षाओं के लिए एक ब्रेकवाटर के रूप में संदर्भित करते हुए उन्हें एक केंद्रीय बल होने का श्रेय दिया, जिसने कई राष्ट्रों, सांस्कृतिक पहचानों और जातीयताओं में फैले भूमि के बड़े पैमाने पर इस्लामीकरण को रोक दिया।

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि लचित बोरफुकन सिर्फ सेनापति नहीं थे, बल्कि देशभक्ति के प्रतीक थे, जिनकी वीरता और साहस की गाथा केवल असम की सीमाओं तक सीमित नहीं होनी चाहिए, बल्कि पूरे देश में फैलनी चाहिए।

शाह ने आगे कहा कि उन पर अध्ययन किया जाना चाहिए और चर्चा होनी चाहिए। उन्होंने संख्यात्मक और सैन्य रूप से मजबूत मुगल सेना के खिलाफ कूटनीति और युद्ध रणनीति का उपयोग करने में लचित बोरफुकन के कौशल की भी सराहना की। उन्होंने हमलावर मुगल सेना के खिलाफ संयुक्त मोर्चा बनाने में असम में रहने वाली विभिन्न जातियों के नेताओं के साथ अहोम आर्मी जनरल की कुशल वार्ता की भी प्रशंसा की।

शाह ने नए जमाने के इतिहासकारों से भी अपील की कि वे अपने पूर्ववर्तियों द्वारा लाचित बोरफुकन की गाथा की उपेक्षा के बारे में रोना बंद करें और यह सुनिश्चित करने की दिशा में काम करें कि आने वाले दिनों में इतिहास में उन्हें सही स्थान दिया जाए। उन्होंने यह विश्वास भी जताया कि राष्ट्रीय राजधानी में लचित बोरफुकन की 400वीं जयंती समारोह आयोजित करने की पहल आने वाले दिनों में अहोम सेना के जनरल को एक घरेलू नाम बनाने की दिशा में बड़ा कदम होगी।

शाह ने असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा से देश की कम से कम 10 मान्यता प्राप्त भाषाओं में महान अहोम जनरल के वीर जीवन पर एक पुस्तक प्रकाशित करने की भी अपील की। शाह ने कहा, यह लचित बोरफुकन के आदर्शो को पूरे भारत में नुक्कड़ और कोनों में नागरिकों के बीच फैलाने में मदद करेगा।

पूर्ण सत्र में असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा, केंद्रीय बंदरगाह, नौवहन और जलमार्ग मंत्री सर्बानंद सोनोवाल, केंद्रीय पेट्रोलियम राज्य मंत्री रामेश्वर तेली, असम के कैबिनेट मंत्री पीजूष हजारिका, सांसद तपन गोगोई, सांसद रंजन गोगोई, असम विधानसभा के अध्यक्ष बिस्वजीत दायमारी सहित अन्य भी शामिल हुए।

 

आईएएनएस

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ bhaskarhindi.com की टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.

Created On :   25 Nov 2022 12:30 AM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story