Bihar Election 2020: दूसरे चरण में पटना सहित 17 जिलों की 94 विधानसभा सीटों पर आज सुबह 7 बजे से होगा मतदान, NDA की साख दांव पर

Bihar Election 2020: दूसरे चरण में पटना सहित 17 जिलों की 94 विधानसभा सीटों पर आज सुबह 7 बजे से होगा मतदान, NDA की साख दांव पर

डिजिटल डेस्क, पटना। बिहार विधानसभा चुनाव 2020 के लिए दूसरे चरण के तहत आज सुबह 7 बजे से 17 जिलों की 94 विधानसभा सीटों पर मतदान होंगे। पोलिंग पार्टियां हर बूथ पर पहुंच गई हैं। सुरक्षा बलों ने सुरक्षा की कमान संभाल ली है, ईवीएम को सुरक्षा के घेरे में रखा गया है। दूसरा चरण राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के साथ-साथ राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के नेतृत्व वाले महागठबंधन के लिए भी बेहद अहम है।

द्वितीय चरण में 41,362 ईवीएम में 2,86,11,164 मतदाता 1463 प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला करेंगे। इसमें 1316 पुरुष और 146 महिला के साथ एक ट्रांसजेंडर प्रत्याशी शामिल हैं। दूसरे चरण के मतदान में पुरुष वोटरों की संख्या 1,50,33,034 है जबकि महिला वोटर्स 1,35,16,271 हैं, थर्ड जेंडर मतदाता की संख्या 980 है। प्रदेश में सर्विस वोटर्स की कुल संख्या 60,879 है जिसमें 57,300 पुरुष 3579 महिलाएं हैं। सर्विस वोटर्स मतदान करने के बाद सोमवार को रवाना हुए हैं।

मतदान का समय
दरभंगा के कुशेश्वर स्थान, गौड़ा बौराम और मुजफ्फरपुर के मीनापुर, पारु, साहेबगंज वैशाली के राघोपुर, खगड़िया के अलौली और बेलदौर में मतदान का समय अन्य बूथों से अलग होगा। यहां सुबह 7 बजे से शाम 4 बजे तक मतदान होगा। द्वितीय चरण के मतदान में इन विधानसभा के अलावा जो भी विधानसभा है वहां सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे तक चुनाव होगा।

सबसे अधिक राष्ट्रीय जनता दल के प्रत्याशी मैदान में
द्वितीय चरण के मतदान में सबसे अधिक राष्ट्रीय जनता दल के प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं। राष्ट्रीय जनता दल के कुल 56 प्रत्याशी मैदान में हैं जबकि बीजेपी के 46 प्रत्याशी हैं। जनता दल यूनाइटेड के 43 प्रत्याशी मैदान में हैं। बीएसपी के 33, सीपीआई के 4, सीपीआई एम के 4, कांग्रेस के 24, एनसीपी के 29, एलजेपी के 52, आरएलएसपी के 36 प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला 3 नवंबर को हो जाएगा।

राजग के साथ नीतीश, बदले समीकरण
2015 में जब राजद, कांग्रेस और जनता दल (यूनाइटेड) ने गठबंधन करके चुनाव लड़ा था और इन 94 सीटों में से 70 सीटें हासिल की थीं। तब आरजेडी ने 33, जेडीयू ने 30 और कांग्रेस ने 7 सीटें हासिल की थीं। इस बार नीतीश कुमार के महागठबंधन से बाहर होने के चलते समीकरण बदल गए हैं। नीतीश कुमार के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ रही बीजेपी के लिए दूसरा चरण बेहद अहम है, क्योंकि जिन क्षेत्रों में दूसरे चरण की वोटिंग होनी है, वहां बीजेपी की पकड़ मजबूत मानी जा रही है। जिन क्षेत्रों में पहले चरण का चुनाव हो चुका है, वे महागठबंधन के प्रभाव वाले क्षेत्र हैं। इन नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में वाम दलों, सीपीआई, सीपीएम और सीपीआई (एमएल) ने महागठबंधन के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

2015 में BJP ने जमाया था 20 सीटों पर कब्जा
दूसरे चरण में जिन 94 सीटों पर चुनाव होने जा रहा है, 2015 में बीजेपी ने इनमें से 20 सीटें जीती थीं। पहले चरण की 71 सीटों में से बीजेपी ने 29 पर चुनाव लड़ा है, जबकि जेडीयू 35 पर। ये स्पष्ट संकेत है कि पहले चरण का चुनाव बीजेपी से ज्यादा नीतीश कुमार के लिए अहम था। बिहार में सत्तारूढ़ एनडीए गठबंधन के लिए दूसरा चरण क्यों महत्वपूर्ण है? दूसरे चरण की 94 सीटों में से 46 पर बीजेपी चुनाव लड़ रही है। तीनों चरणों में से इसी चरण में बीजेपी के पास सबसे ज्यादा सीटें हैं।

बीजेपी के लिए अहम हैं ये दो कारण
जिन क्षेत्रों में दूसरे चरण का चुनाव हो रहा है वहां उच्च जाति और अति पिछड़ी जाति (ईबीसी) के वोटों की अच्छी खासी संख्या है। भागलपुर, खगड़िया और वैशाली जैसे जिलों में ईबीसी वोटरों की आबादी निर्णायक स्थिति में है। ECB जातियां बिहार में "पचपनिया" (55 जातियों/उप-जातियों का समूह) के रूप में जानी जाती हैं. इनमें मल्लाह (निषाद), लोहार, कुम्हार, सुनार, तेली, कहार और केवट जैसी जातियां  शामिल हैं. इन जातियों में मल्लाह/निषाद की दरभंगा, मधुबनी, खगड़िया और मुजफ्फरपुर जैसे जिलों में बहुत महत्वपूर्ण संख्या है, जिनमें भाजपा और जदयू की पकड़ है।

पटना में 4830 मतदान केंद्र
पटना में कुल 4830 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। इसमें मूल मतदान केंद्रों की संख्या 3024 है और सहायक मतदान केंद्र 1806 हैं। बख्तियारपुर में 410, दीघा में 711, बांकीपुर में 589, कुम्हरार में 662, पटना साहिब में 542, फतुहा में 405, दानापुर में 515, मनेर में 471 और फुलवारी शरीफ में 525 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। शांतिपूर्ण मतदान के लिए 365 सेक्टर दंडाधिकारी, 84 सुपर सेक्टर दंडाधिकारी, 29 जोनल दंडाधिकारी, 9 सुपर जोनल दंडाधिकारी, 305 माइक्रोऑब्जर्वर, 27 फ्लाइंग स्क्वायड, 27 एसएसटी, 1432 पीसीसीपी, 336 एमओ, 5321 पीठासीन पदाधिकारी तैनात किए गए हैं।

Created On :   2 Nov 2020 6:28 PM GMT

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