जलपाईगुड़ी में अचानक आई बाढ़ में आठ लोगों की मौत हादसा नहीं हत्या
डिजिटल डेस्क, कोलकाता। पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी के मालबाजार में बुधवार की रात विजया दशमी के अवसर पर मूर्ति विसर्जन के दौरान मल नदी में आई अचानक आई बाढ़ दुर्घटना नहीं बल्कि एक गैर इरादतन हत्या थी, यह आरोप भाजपा प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों ने लगाया है। शुक्रवार को कुछ पीड़ितों के परिवारों के सदस्यों के साथ भाजपा प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों ने बातचीत की।
हादसे में कम से कम आठ लोगों के मारे जाने की खबर है जबकि कई अभी भी लापता हैं। सिलीगुड़ी विधानसभा क्षेत्र के भाजपा विधायक शंकर घोष ने शुक्रवार को मीडियाकर्मियों को बताया कि जिला प्रशासन के रवैये के कारण इतने लोगों की मौत हुई है। उन्होंने आरोप लगाया, ये आकस्मिक मौतें नहीं, ये गैर इरादतन हत्याएं हैं।
भाजपा प्रतिनिधिमंडल ने मालबाजार नगर पालिका और राज्य सिंचाई विभाग के खिलाफ स्थानीय पुलिस थाने में शिकायत भी दर्ज कराई, जिसमें दोनों पर माल नदी के मार्ग को जानबूझकर मोड़ने का आरोप लगाया गया।
इस बीच, पश्चिम बंगाल में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष और पार्टी सांसद, सुकांत मजूमदार ने कहा था कि मलबाजार नगर पालिका और राज्य सिंचाई विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों के एक वर्ग द्वारा क्षेत्र में भूमि और पत्थर माफियाओं की सुविधा के लिए मल नदी पर यह अवैध और कृत्रिम तटबंध लंबे समय से जारी है। हादसे के लिए सीधे तौर पर जिम्मेदार प्रशासन है।
आरोपों का खंडन करते हुए तृणमूल कांग्रेस के प्रदेश महासचिव और पार्टी प्रवक्ता कुणाल घोष ने कहा कि, जल स्तर बढ़ने के बाद से पुलिस कर्मी लगातार लोगों को नदी से बाहर निकलने की घोषणा और चेतावनी दे रहे थे। उन्होंने कहा, कोई भी मौत दुखद होती है। लेकिन इससे भी ज्यादा दुखद है मौतों पर राजनीति।
(आईएएनएस)
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Created On :   7 Oct 2022 11:30 PM IST