त्रिपुरा हिंसा के खिलाफ देशव्यापी प्रदर्शन करेगी सीपीआई (एम)
डिजिटल डेस्क,नई दिल्ली। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी-मार्क्सवादी (सीपीआई एम) ने त्रिपुरा में चुनावों के बाद अपराधी घटना और नृशंस हिंसा के पीछे बीजेपी है। और इस संबंध में पार्टी ने देशव्यापी धरना प्र्दशन करने का ऐलान किया है। सीपीआई (एम) ने दावा किया कि 16 फरवरी को विधानसभा चुनाव परिणाम की घोषणा के बाद से 2 मार्च को त्रिपुरा में हिंसा की कई घटनाएं हुई। जिससे बीजेपी को पूर्वोत्तर राज्य में अपने दूसरे कार्यकाल के लिए सत्ता में वापसी हुई, माकपा ने कहा कि लगातार दर्जनभर से अधिक घटनाएं हुई कम से कम तीन लोग मारे गए, जबकि 100 से अधिक घायल हुए।
पार्टी का दावा है कि 16 फरवरी के विधानसभा चुनावों में, 61 प्रतिशत से अधिक लोगों ने भाजपा के पक्ष में अपना वोट नहीं डाला, यह कहते हुए कि 2018 के विधानसभा चुनावों के परिणामों की तुलना में भगवा पार्टी के 11 प्रतिशत वोट शेयर में गिरावट आई है। पार्टी ने कहा त्रिपुरा में पिछले 2 दिनों में राज्यपाल से मिलने में नाकाम रहने पर कार्रवाई की मांग को लेकर मुख्य सचिव को 668 हमले की सूची दी गई है। और अब पार्टी के पोलित ब्योरो से सोमवार को संबंध में पार्टी ने देशव्यापी धरना प्र्दशन करने का ऐलान किया है।
सीपीआई (एम) के त्रिपुरा सचिव जितेंद्र चौधरी, पूर्व मंत्री तपन चक्रवर्ती और वाम मोर्चा के संयोजक नारायण कार के साथ रविवार को मुख्य सचिव जे.के. सिन्हा से मुलाकात की और उन्हें त्रिपुरा में मौजूदा हिंसक स्थिति से अवगत कराया। हमलों की श्रृंखला के मद्देनजर, महिलाओं और बच्चों सहित हजारों लोग अपने घरों से भाग गए। उन्होंने जंगल में और राज्य के बाहर शरण ली। उन्होंने कहा कि पिछले चार दिनों के दौरान बड़ी संख्या में वाहन, दुकानें, व्यापारिक प्रतिष्ठान, घर, रबर गार्डन, मछली तालाब और विपक्षी पार्टी के समर्थकों की अन्य संपत्तियों को जला दिया गया या नष्ट कर दिया गया। गौरतलब है कि स्थानीय पुलिस के मुताबिक राज्य में चुनाव के बाद हिंसा की घटनाओं के सिलसिले में 20 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
(आईएएनएस)
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Created On :   6 March 2023 5:30 PM IST