वंशवाद लोकतंत्र के लिए घातक : प्रशांत किशोर
डिजिटल डेस्क, हाजीपुर। चुनावी रणनीतिकार के पहचान बना चुके प्रशांत किशोर इन दिनों बिहार में पद यात्रा कर रहे हैं। जन सुराज पदयात्रा के दौरान वैशाली के हाजीपुर में उन्होंने कहा कि वंशवाद लोकतंत्र के लिए घातक है।पत्रकारों से चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि वंशवाद आज समाज की सच्चाई है और इसके साथ ही राजनीतिक व्यवस्था की भी सच्चाई है।उन्होंने कहा कि वर्ष 1952 में दो तिहाई से ज्यादा सांसद 50 वर्ष से कम आयु के थे। आज बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार वंशवाद की राजनीति नहीं कर रहे हैं, लेकिन यह भी सच है कि जदयू में पार्टी का नेता वही बनेगा जिसे नीतीश कुमार चाहेंगे।प्रशांत ने कहा कि गलती सोनिया गांधी और लालू यादव में नहीं है कि वो वंशवाद कर रहे हैं। कोई भी अपने बेटे को आगे बढ़ाना ही चाहेगा। कमी उस दल में हैं जहां दल का मालिकाना हक किसी एक इंसान के हाथ में दे दी जाती है।
प्रशांत किशोर ने कहा कि बिहार में पार्टी अगर बिहार के लोगों का होगा तभी आप उस से निकल पाएंगे। वंशवाद तब खत्म होगा जब पूरे बिहार के लोग मिलकर अपना दल बनाएंगे, तब सबको अपने बच्चों की चिंता होगी और लोग वंशवाद नहीं करेंगे।
प्रशांत किशोर ने कहा कि बिहार में आज सरकार की जवाबदेही खत्म हो गई है। सरकार को समझ आ गया है कि वह कुछ करे न करें लोग उनको वोट करते रहेंगे।उन्होंने कहा कि नेताओ के अंदर से डर खत्म हो गया है, उन्हें पता चल गया है कि जाति और धर्म के नाम पर उन्हें वोट मिल जाएगा इसलिए वह काम करने का इरादा छोड़ दिए हैं।प्रशांत 2 अक्तूबर 2022 से अपनी जन सुराज पदयात्रा के माध्यम से बिहार के गांवों का दौरा कर रहे हैं। उनकी पदयात्रा अबतक लगभग 2500 किलोमीटर से अधिक की दूरी तय कर चुकी है।
डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ bhaskarhindi.com की टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.
Created On :   10 April 2023 8:30 PM IST