पांच हजार लोगों ने मेरे प्रॉपर्टी के दस्तावेज डाउनलोड किए, भाजपा की साजिश: शिवकुमार
डिजिटल डेस्क, मांड्या। कर्नाटक कांग्रेस अध्यक्ष डी.के. शिवकुमार ने शुक्रवार को कहा कि पांच हजार लोगों ने उनके प्रॉपर्टी के दस्तावेज डाउनलोड किए हैं और भाजपा समेत कोई भी इसका दुरुपयोग कर सकता है। उन्होंने संवाददाताओं से बात करते हुए कहा, हमारी अपनी रणनीति है..। वह (डीके सुरेश) नामांकन क्यों नहीं दाखिल कर सकते? हम अपनी राजनीतिक गणना कर रहे हैं। हम अपने राज पर से पर्दा नहीं हटा सकते। एक-दो दिन में सब कुछ स्पष्ट हो जाएगा। हमें पता है कि राजनीति कैसे की जाती है। मेरी संपत्ति के दस्तावेज को 5,000 लोगों ने डाउनलोड किए हैं। इसके पीछे भाजपा की साजिश है।
शिवकुमार ने नामांकन पत्र में 1,414 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति घोषित की है। संपत्ति का विवरण 108 से अधिक पृष्ठों में दिया गया है। शिवकुमार अकेले 1,214 करोड़ रुपये से अधिक के मालिक हैं। हलफनामे के मुताबिक उनकी पत्नी उषा शिवकुमार के पास 133 करोड़ रुपये और उनके बेटे आकाश के पास 66 करोड़ रुपये की संपत्ति है।
उन्होंने बताया है कि उनके पास 970 करोड़ रुपये की अचल संपत्ति और 244 करोड़ रुपये की चल संपत्ति है। उन्होंने यह भी उल्लेख किया है कि उन पर 226 करोड़ रुपये का कर्ज है। उनकी सालाना आय 14 करोड़ रुपए बताई गई है। शिवकुमार परिवार का कुल टर्नओवर वर्ष 2013 में 252 करोड़ रुपये था जो 2018 में बढ़कर 840 करोड़ रुपये हो गया।
राज्य चुनाव आयोग शुक्रवार को नामांकन पत्रों का सत्यापन करने जा रहा है। शिवकुमार को 10 मई को होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए अपनी उम्मीदवारी खारिज होने का डर सता रहा है।
नामांकन पत्र में किसी भी तरह की विसंगति के कारण उनकी उम्मीदवारी रद्द कर दी जा सकती है। अस्वीकृति के डर से, शिवकुमार ने गुरुवार को अपने भाई और बेंगलुरु ग्रामीण लोकसभा सीट से सांसद डी.के. सुरेश का नामांकन कनकपुरा निर्वाचन क्षेत्र से दाखिल करवाया।
सूत्रों के मुताबिक, आयकर (आई-टी) अधिकारियों ने चार दिन पहले शिवकुमार को पूछताछ के लिए बुलाया था। कनकपुरा सीट से शिवकुमार के नामांकन दाखिल करने के बाद आयकर अधिकारियों ने विवरण एकत्र किया था। वे कनकपुरा शहर भी आए थे और शिवकुमार की संपत्ति और अन्य विवरण के बारे में जानकारी एकत्र की थी।
सूत्रों ने आगे खुलासा किया कि आईटी अधिकारी पिछले पांच साल से शिवकुमार की संपत्ति के विवरण और कर भुगतान विवरण पर फोकस कर रहे हैं। आयकर अधिकारियों ने इस संबंध में विसंगतियां पाई हैं। सूत्रों ने बताया कि आयकर विभाग को सौंपे गए विवरण और नामांकन पत्रों में विवरण अलग-अलग पाए गए हैं।
चुनाव अधिकारी शिवकुमार द्वारा प्रस्तुत संपत्ति के विवरण को सत्यापित करेंगे और उनके द्वारा प्रस्तुत किसी भी गलत जानकारी के मामले में वे उनके नामांकन पत्र को खारिज कर सकते हैं। किसी भी विसंगति की स्थिति में शिवकुमार खुद को कानूनी पचड़े में भी पा सकते हैं।
इन घटनाक्रमों के बीच उन्होंने अपने भाई सुरेश को मैदान में उतारा है ताकि नामांकन पत्र खारिज होने की स्थिति में सीट पर उनकी परोक्ष दावेदारी बनी रहे। शिवकुमार का मुख्यमंत्री पद के लिए नेता प्रतिपक्ष सिद्धारमैया से मुकाबला है। यह पूरा घटनाक्रम शिवकुमार के लिए एक झटका है।
(आईएएनएस)
डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ bhaskarhindi.com की टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.
Created On :   21 April 2023 2:30 PM IST