श्रद्धालुओं की संख्या को सीमित रखने के प्रस्ताव को टाल सकती है सरकार

District Mineral Fund is not being used in Gadchiroli!
गड़चिरोली में जिला खनिज निधि का नहीं हो रहा कोई उपयाेग!
चारधाम यात्रा श्रद्धालुओं की संख्या को सीमित रखने के प्रस्ताव को टाल सकती है सरकार

डिजिटल डेस्क, देहरादून। चारधाम यात्रा से जुड़े कारोबारियों और तीर्थपुरोहितों के मुखर विरोध के चलते उत्तराखंड सरकार श्रद्धालुओं की संख्या को सीमित रखने के प्रस्ताव को टाल सकती है। सरकार के स्तर पर तीन धामों बदरीनाथ, गंगोत्री, यमुनोत्री में श्रद्धालुओं की संख्या पर पाबंदी न लगाने पर विचार शुरू हो गया है।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इसके संकेत दिए हैं। उन्होंने कहा कि केदारनाथ में यात्रियों की संख्या का कोटा तय हो सकता है। बाकी धामों के बारे में सरकार विचार कर रही है।

धामी ने कहा कि चारधाम यात्रा से जुड़े सभी हितधारकों के हित सुरक्षित रखना सरकार की प्राथमिकता है। उनकी हर शंका का हम समाधान करेंगे। उनको कोई परेशानी नहीं होने दी जाएगी। धामों में संख्या सीमित करने के बारे में भी हम विचार कर रहे हैं। उनका कारोबार वैसे ही चलेगा, जैसा पिछली यात्रा में चला।

चारधाम यात्रा में बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री व यमुनोत्री धाम की धारण क्षमता के आधार पर पर्यटन विभाग ने दर्शन के लिए प्रतिदिन श्रद्धालुओं का कोटा निर्धारित करने का प्रस्ताव तैयार किया है। चारधाम यात्रा से जुड़े तीर्थ पुरोहित, होटल, ढाबा व्यवसायी, टैक्सी ऑपरेटरों ने श्रद्धालुओं का कोटा निर्धारित करने के प्रस्ताव का विरोध किया। इस पर सरकार ने प्रस्ताव पर निर्णय लिया। साथ ही अधिकारियों को हितधारकों के साथ बैठक करने के निर्देश दिए थे।

अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी की अध्यक्षता में सभी हितधारकों के साथ बैठक की जा चुकी है, जिसमें चारधाम तीर्थ पुरोहित महापंचायत होटल व्यवसायी और टैक्सी आपरेटरों ने श्रद्धालुओं की संख्या सीमित करने का पुरजोर समर्थन किया था। 22 अप्रैल से चारधाम यात्रा शुरू होनी है। हितधारकों के विरोध को देखते हुए सरकार केदारनाथ को छोड़ गंगोत्री, यमुनोत्री व बदरीनाथ में श्रद्धालुओं के कोटे को समाप्त कर सकती है।

साथ ही केदारनाथ धाम में पुनर्निर्माण कार्य चल रहा है। पीएमओ से सीधे केदारनाथ धाम की निगरानी की जा रही है। केदारनाथ धाम के लिए लगभग 18 किमी का पैदल चढ़ाई है। साथ ही केदारपुरी में श्रद्धालुओं के ठहरने के लिए पर्याप्त होटल व धर्मशाला नहीं है। केदारनाथ धाम की विकट भौगोलिक परिस्थिति को देखते हुए सरकार केदारनाथ धाम के लिए श्रद्धालुओं का कोटा तय कर सकती है।

वहीं पिछले साल तीन मई 2022 को चारधाम यात्रा शुरू हुई थी। एक माह में बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री व यमुनोत्री धाम में 1.35 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने दर्शन किए थे। 6 मई को केदारनाथ धाम के कपाट खुलने के दिन ही 25 हजार से अधिक तीर्थयात्रियों ने दर्शन किए थे।

 

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ bhaskarhindi.com की टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.

Created On :   23 March 2023 12:30 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story