बीजेवाई का जय महाराष्ट्र: छत्रपति की धरती से निकले राहुल गांधी, कल एमपी में प्रवेश

Jai Maharashtra of BJY: Rahul Gandhi left Chhatrapatis land, will enter MP tomorrow
बीजेवाई का जय महाराष्ट्र: छत्रपति की धरती से निकले राहुल गांधी, कल एमपी में प्रवेश
भारत जोड़ो यात्रा-2022 बीजेवाई का जय महाराष्ट्र: छत्रपति की धरती से निकले राहुल गांधी, कल एमपी में प्रवेश

डिजिटल डेस्क, जलगांव। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने जय महाराष्ट्र के साथ हस्ताक्षर करते हुए इस राज्य के महान नायकों और आम लोगों की सराहना की, क्योंकि बुधवार सुबह से भारत जोड़ो यात्रा (बीजेवाई) पड़ोसी राज्य मध्य प्रदेश में प्रवेश कर रही है। गांधी ने 150-दिवसीयभारत जोड़ो यात्रा के 77वें दिन मध्य प्रदेश में प्रवेश करने से पहले छत्रपति शिवाजी महाराज की भूमि पर श्रद्धांजलि अर्पित की।

महाराष्ट्र के चरण में गुलदस्ते, 10,000 वर्ग फुट की रंगोली, गांधी को गले लगाने वाली दादी, चारों ओर बच्चों की भीड़ और पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के जन्मदिन के दौरान खास  कार्यक्रम देखे- कुछ अप्रिय राजनीतिक विवादों का उल्लेख नहीं किया गया है। अपने अनुभवों पर गांधी ने कहा कि उन्होंने उन लोगों को सुना जो कड़ी मेहनत करते हैं, लेकिन अपनी तपस्या के फल से वंचित हैं, किसानों की गहरी व्यथा, अपने भविष्य को लेकर चिंतित युवा या साधारण आदिवासी कानून और अधिकारों के हर दिन कमजोर होते जा रहे अपने जायज हक के लिए संघर्ष कर रहे हैं।

उन्होंने कहा, इसका मूल कारण भाजपा सरकार की कार्रवाईयां हैं, जो धन और शक्ति के कुछ लोगों के हाथों में केंद्रित हैं। संस्कृति, धर्म, जाति और भाषा का उपयोग करके भारतीयों को एक-दूसरे के खिलाफ विभाजित करने के अपने एजेंडे से यह और भी बदतर हो गया है। उन्होंने उल्लेख किया कि छत्रपति शिवाजी महाराज को श्रद्धांजलि देकर बीजेवाई ने महाराष्ट्र में पदार्पण किया और मार्ग में सभी बिंदुओं पर लोगों की भीड़ के साथ उनकी मां राजमाता जीजामाता की जन्मस्थली बुलढाणा से गुजरी।

गांधी ने कहा, उनके साथ-साथ महाराष्ट्र के महान समाज सुधारकों और संतों जैसे शाहूजी महाराज, महात्मा ज्योतिबा और सावित्रीबाई फुले, अहिल्याबाई होल्कर, बी. आर. अम्बेडकर, शिरडी साईंबाबा, गजानन महाराज और कई अन्य लोगों से प्रेरणा लेना हमारे लिए सौभाग्य की बात है। उन्होंने कहा कि सदियों से इन महान व्यक्तियों ने समानता, बंधुत्व और सामाजिक न्याय का संदेश फैलाया, जो कि डॉ. अंबेडकर द्वारा तैयार किए गए संविधान और भारत जोड़ो यात्रा का भी संदेश है।

गांधी ने स्वीकार किया- हम उनके नक्शेकदम पर चलने के लिए विनम्र हैं। हम महाराष्ट्र के लोगों की भारी प्रतिक्रिया के लिए बहुत आभारी हैं, बड़ी भीड़ जो ठंड के बावजूद हर सुबह हमारे साथ चली, उन लाखों लोगों के लिए जो नांदेड़ और शेगांव में हमारी सार्वजनिक रैलियों में शामिल हुए। बड़ी संख्या में महिलाएं और युवा हमसे जुड़े जो विशेष रूप से हृदयस्पर्शी था। उन्होंने अपनी समृद्ध परंपराओं के माध्यम से भाजपा के एजेंडे के खिलाफ खड़े होने, एक समर्पित नागरिक समाज आंदोलन के साथ जीवंत रहने, सांस्कृतिक, साहित्यिक और फिल्मी क्षेत्रों के दूरदर्शी कलाकारों के लिए राज्य के आतिथ्य को सलाम किया।

(आईएएनएस)

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Created On :   22 Nov 2022 9:00 PM IST

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