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Arnab WhatsApp chats: एके एंटनी ने कहा- टॉप सीक्रेट मिलिट्री ऑपरेशन की जानकारी लीक करना राजद्रोह, जिसने किया उसे सजा मिले

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। रिपब्लिक टीवी के एडिटर इन चीफ अर्नब गोस्वामी की लीक हुई वॉट्सएप चैट को लेकर पूर्व रक्षा मंत्री एके एंटनी का बयान सामने आया है। एके एंटनी ने मिलिट्री ऑपरेशन से जुड़ी जानकारी के लीक होने को राजद्रोह करार दिया है और इसमें शामिल लोगों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
बता दें कि बीते दिनों BARC के पूर्व CEO पार्थो दासगुप्ता और अर्नब गोस्वामी की वॉट्सएप चैट सामने आई थी जिससे खुलासा हुआ था कि अर्नब गोस्वामी को बालाकोट एयरस्ट्राइक जैसे टॉप सीक्रेट मिलिट्री ऑपरेशन की 3 दिन पहले से ही जानकारी थी।
एके एंटनी ने कहा, 'ये वॉट्सएप चैट पूरे देश के लिए चिंता का विषय है। हर देशभक्त भारतीय स्तब्ध है क्योंकि यह राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा विषय है। यह हमारे सशस्त्र बलों खासकर वायु सेना के जवानों की सुरक्षा से जुड़ा है। राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ी और बहुत संवेदनशील जानकारी कुछ ऐसे लोगों के पास थी जिनके पास नहीं होनी चाहिए। शहीद जवानों के बारे में जिस भाषा का इस्तेमाल किया गया उससे मैं बहुत दुखी हूं।'
उन्होंने सवाल किया, 'सरकार में शीर्ष पदों पर बैठे सिर्फ चार-पांच लोगों को इस तरह के अभियान के बारे में पता होता है, ऐसे में बालाकोट एयर स्ट्राइक से कुछ दिनों पहले एक पत्रकार को इस बारे में कैसे पता चला?' एंटनी ने कहा, 'सेना और राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ी जानकारी लीक करना राष्ट्र विरोधी कृत्य और राष्ट्रद्रोह है। इस तरह की राष्ट्र विरोधी गतिविधियों की जांच जरूरी है।
क्या है वॉट्सएप चैट में?
प्रतीक सिन्हा ने 23 फरवरी 2019 के जो स्क्रीनशॉट शेयर किए हैं, उसमें अर्नब गोस्वामी कह रहे हैं, कुछ बड़ा होना है। यानी बालाकोट स्ट्राइक से 3 दिन पहले। इसी बातचीत में BARC के CEO पूछते हैं, क्या दाऊद? अर्नब कहते हैं- नहीं, पाकिस्तान। कुछ बड़ा होने वाला है। BARC के CEO पूछते हैं कि क्या स्ट्राइक होने वाली है या उससे बड़ा? चैट में अर्नब दावा करते हैं कि सरकार को भरोसा है कि स्ट्राइक जनता को खुश कर देगी।
एक और स्क्रीनशॉट 27 फरवरी 2019 का है। इसमें BARC के CEO कहते हैं कि कल की एयर स्ट्राइक वही है, जिसके बारे में आपने बताया था या फिर कुछ और होने वाला है। इसके जवाब में अर्नब कहते हैं कि और भी कुछ होने वाला है।
14 फरवरी 2019 के एक और स्क्रीनशॉट में अर्नब कह रहे हैं, इस हमले में हमारे चैनल की बड़ी जीत है। अर्नब कहते हैं, साल के सबसे बड़े आतंकी हमले की कवरेज में हम 20 मिनट आगे थे। अकले चैनल जो सबसे पहले ग्राउंड पर मौजूद था।
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ध्यान रखें की प्रॉपर्टी RERA अप्रूव्ड हो
कोई भी प्रॉपर्टी खरीदने से पहले इस बात का ध्यान रखे कि वो भारतीय रियल एस्टेट इंडस्ट्री के रेगुलेटर RERA से अप्रूव्ड हो। रियल एस्टेट रेगुलेशन एंड डेवेलपमेंट एक्ट, 2016 (RERA) को भारतीय संसद ने पास किया था। RERA का मकसद प्रॉपर्टी खरीदारों के हितों की रक्षा करना और रियल एस्टेट सेक्टर में निवेश को बढ़ावा देना है। राज्य सभा ने RERA को 10 मार्च और लोकसभा ने 15 मार्च, 2016 को किया था। 1 मई, 2016 को यह लागू हो गया। 92 में से 59 सेक्शंस 1 मई, 2016 और बाकी 1 मई, 2017 को अस्तित्व में आए। 6 महीने के भीतर केंद्र व राज्य सरकारों को अपने नियमों को केंद्रीय कानून के तहत नोटिफाई करना था।