चर्चा के लिए इसी महीने हो सकती है एनर्जी पर संसदीय समिति की बैठक
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। ऊर्जा संबंधी संसदीय स्थायी समिति इस महीने बिजली संशोधन विधेयक 2022 पर चर्चा के लिए अपनी पहली बैठक बुला सकती है।
8 अगस्त को लोकसभा में पेश किए जाने के तुरंत बाद प्रस्तावित कानून को पैनल के पास भेज दिया गया था।
ऊर्जा पर संसदीय पैनल की अध्यक्षता जद (यू) सांसद राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह कर रहे हैं।
सूत्रों ने कहा कि बिजली क्षेत्र के हितधारकों जैसे वितरण कंपनियों के प्रतिनिधियों, बिजली इंजीनियरों के महासंघ के साथ-साथ बिजली मंत्रालय के अधिकारियों और यहां तक कि किसान संघ के प्रतिनिधियों को भी बैठक की तारीख अधिसूचित होने के बाद पैनल के समक्ष बुलाया जा सकता है।
सूत्रों के अनुसार, पैनल इस महीने के अंत में बिल पर चर्चा करने के लिए बैठक कर सकता है, जो वितरण लाइसेंस प्राप्त करने वाली किसी भी इकाई द्वारा वितरण नेटवर्क के उपयोग को सुविधाजनक बनाने का प्रयास करता है। यह उपभोक्ताओं को किसी विशेष क्षेत्र में काम करने वाले कई दिग्गजों में से किसी भी बिजली आपूर्तिकर्ता की सेवाओं को चुनने की अनुमति देगा, जैसे ग्राहकों के पास मोबाइल नेटवर्क चुनने का विकल्प होता है।
सूत्रों ने यह भी कहा कि विधेयक पर चर्चा के लिए बैठक करने के लिए संसदीय समिति के सभी सदस्यों की सहमति ली जाएगी।
कांग्रेस और किसान संघों के नेतृत्व वाली विपक्षी पार्टियों की शिकायत रही है कि संपन्न उपभोक्ता राज्य के स्वामित्व वाली वितरण कंपनियों के बजाय निजी वितरकों का विकल्प चुनेंगे।
उन्होंने यह भी आरोप लगाया है कि कानून में संशोधन निजी कंपनियों को लाभदायक वितरण नेटवर्क चुनने की अनुमति देगा।
किसान बिजली संशोधन विधेयक का विरोध करते हुए कह रहे हैं कि बिजली एक आवश्यक वस्तु है जिसके लिए उचित नियमन की जरूरत है और निजी वितरण कंपनियों का प्रभुत्व इस क्षेत्र को नुकसान पहुंचा सकता है।
8 अगस्त को, लोकसभा में बिजली संशोधन विधेयक पेश करने के तुरंत बाद, केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आर. के. सिंह ने सदन को सूचित किया था कि इसे संसदीय समिति के पास भेज दिया गया है।
(आईएएनएस)
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Created On :   18 Aug 2022 10:30 PM IST