दलित वोटबैंक पर सियासत, शिवराज ने किया योजनाओं का ऐलान तो कांग्रेस ने लगाया दिखावे का आरोप
डिजिटलड डेस्क, भोपाल। मध्य प्रदेश में दलित वोट बैंक को लेकर सियासत तेज हो गई है, प्रमुख राजनीतिक दल भाजपा और कांग्रेस अपने को दलित हितैषी बताने में जुटे हैं और दूसरे को दलित विरोधी। संत रविदास की जयंती पर भाजपा ने जगह-जगह कार्यक्रम किए तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस वर्ग के लिए अनेक योजनाएं शुरू करने का ऐलान कर दिया। वहीं कांग्रेस ने भाजपा पर दिखावा करने का आरोप लगाया है। संत रविदास की जयंती पर राज्य के हर हिस्से में कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। सरकारी स्तर पर आयोजन हुए तो वहीं भाजपा और कांग्रेस ने संगठन स्तर पर भी कार्यक्रमों का आयोजन किया।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भोपाल में आयोजित राज्य स्तरीय कार्यक्रम में वर्चुअली उपस्थित रहे। इसके साथ ही प्रदेश भर में जिला, विकासखण्ड और 22 हजार 710 ग्राम पंचायतों में कार्यक्रम आयोजित हुए। मुख्यमंत्री ने संत रविदास जी को नमन करते हुए कहा कि मैं उस कुल को प्रणाम करता हूं, जिस कुल में संत रविदास जी का जन्म हुआ था। मुख्यमंत्री ने भोपाल में बन रहे ग्लोबल स्किल पार्क का नाम संत रविदास के नाम पर रखने का ऐलान करते हुए कहा कि मध्यप्रदेश सरकार के प्रयास करेगी कोई भी भूखा न रहे इसके लिए दीनदयाल रसोई का विस्तारीकरण किया जायेगा। संत रविदास स्वरोजगार योजना शुरू की जाएगी, इस योजना के अंतर्गत 25 लाख तक का लोन उपलब्ध कराया जायेगा, जिसका पांच प्रतिशत ब्याज सरकार भरेगी।
इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार मुख्यमंत्री अनुसूचित जाति विशेष परियोजना प्रारंभ कर रही है, जिसमें अनुसूचित जाति के युवाओं को स्वरोजगार, कौशल उन्नयन, नवाचार के लिए 2 करोड़ तक का अनुदान दिया जायेगा। डॉ भीमराव अंबेडकर आर्थिक कल्याण योजना भी प्रारंभ होगी, जिसमें कम लागत के उपकरण और पूंजी की आवश्यकता होने पर सरकार एक लाख तक का लोन उपलब्ध करायेगी। प्रदेश के सभी अनुसूचित जाति बहुल जिलों में जहां ज्यादा आवश्यकता होगी, ऐसे स्थानों पर संत रविदास सामुदायिक भवनों का निर्माण कराया जायेगा, जिससे सार्वजनकि कार्यक्रम व्यवस्थित हो सकें। संत रविदास के मंदिरों का आवश्यकता अनुसार जीर्णोद्धार किया जायेगा। सामाजिक संस्थाओं को स्कूल खोलने के लिए भूमि और आर्थिक सहायता दी जायेगी।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा ने खजुराहो संसदीय क्षेत्र में रविदास जयंती के मौके पर आयोजित कार्यक्रमों में हिस्सा लिया और सामाजिक प्रतिनिधियों के साथ भोज भी किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि सामाजिक उत्थान केा राज्य सरकार ने मिशन बनाया है। वंचितों को उसके अधिकार मिलें और सरकार की योजनाएं अंतिम व्यक्ति तक पहुंचे इस लक्ष्य के साथ सरकार अपनी जिम्मेदारी निभा रही है।
वहीं प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय के सभाकक्ष में संत शिरोमणि रविदास की जयंती पर कांग्रेसजनों ने उनके चित्र पर माल्यार्पण एवं पुष्प अर्पित कर उनका पुण्य स्मरण किया। पूर्व मुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने संत रविदास की जयंती पर उनका पुण्य स्मरण करते हुए कहा कि 700 साल पहले स्वामी नामानंद जो कि उच्चकुल के थे, उन्होंने भक्तिमार्ग की शुरूआत की थी। उनका मूल विचार था जात पात न पूछ, जो कोई हरि को भजे सो वो हरि को होई।
उन्होंने कहा कि हम केवल आयोजनों तक सीमित न रहें उनके विचारों, उनकी भावनाओं और उनके आचरण का प्रतिपालन करें। संत रविदास की मूल भावनाओं का डॉ. भीम राव अंबेडकर ने संविधान में समावेश किया, जिससे सबको समानता का अधिकार मिला है। सिंह ने कहा कि भाजपा संतों के नाम पर दिखावा और आयोजन करती रहती है और वह केवल आयोजन तक ही सीमित रहती है, बाबा साहेब के संविधान और उनकी भावनाओं, सिद्वातों पर चलना इनके विचारों के खिलाफ है। पूर्व मंत्री पी.सी. शर्मा ने कहा कि संत रविदास ने सद्भावना का पाठ पढ़ाया था। उन्होंने कहा था व्यक्ति जन्म से नहीं कर्म से महान होता है। कांग्रेस पार्टी संत रविदास जी की भावनाओं पर काम करती है। गरीबांे के उत्थान पर काम करती है।
(आईएएनएस)
Created On :   16 Feb 2022 7:01 PM IST