सिद्धू ने पंजाब एजी पर राजनीतिक लाभ के लिए काम करने का आरोप लगाया
- सिद्धू ने सिलसिलेवार ट्वीटों में दिया जवाब
डिजिटल डेस्क,नई दिल्ली/चंडीगढ़। पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने रविवार को राज्य के महाधिवक्ता ए.पी.एस. देओल पर राजनीतिक लाभ के लिए काम करने के एक दिन बाद ने उन पर राजनीतिक लाभ लेने का आरोप लगाया। एक दिन पहले देओल ने यही आरोप उन पर लगाया था।
सिद्धू ने सिलसिलेवार ट्वीटों में कहा, मिस्टर एजी-पंजाब, न्याय अंधा है, लेकिन पंजाब के लोग नहीं। हमारी कांग्रेस पार्टी बेअदबी मामलों में न्याय देने के वादे के साथ सत्ता में आई थी, जिसमें आप मुख्य साजिशकर्ता/आरोपी व्यक्तियों की ओरर से उच्च न्यायालय के समक्ष पेश हुए थे और हमारी सरकार के खिलाफ गंभीर आरोप लगाए थे।
आप (एजी) आरोपी के लिए पेश हुए और अब राज्य का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। बहुत जल्द आप न्यायाधीश के रूप में पदोन्नति की मांग करेंगे, ताकि आप इस मामले का फैसला कर सकें। आप सर्वोच्च कानून अधिकारी हैं, मगर आपका ध्यान राजनीति और राजनीतिक लाभ पर है।
सिद्धू ने सवाल किया, क्या आप उन लोगों के इशारे पर काम कर रहे हैं, जिन्होंने आपको इस संवैधानिक पद पर नियुक्त किया है और अपने राजनीतिक लाभ को पूरा कर रहे हैं? क्या आपने सरकार को सलाह दी थी कि आप अपने द्वारा प्राप्त कंबल जमानत आदेश या किसी अन्य प्रतिकूल आदेश को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी जाए?
सिद्धू ने आगे कहा, राजनीति को राजनेताओं पर छोड़ दें और अपने व्यक्तिगत विवेक, अखंडता और पेशेवर नैतिकता पर ध्यान दें, जो आपके पेशे की जरूरत है।
आज, आप सत्ता में उसी राजनीतिक दल की सरकार का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं और मुझ पर गलत सूचना फैलाने का आरोप लगा रहे हैं, जबकि, मैं बेअदबी के मामलों में न्याय के लिए लड़ रहा हूं और आप आरोपी व्यक्तियों के लिए कंबल जमानत खरीद रहे थे।
उन्होंने कहा, मेरा मानना है कि नैतिकता चीजों के तरीके के बारे में है, न कि जो चीजें हैं, उनके बारे में। नैतिक लोग अक्सर कानून की जरूरत से ज्यादा और इसी की इजाजत से काम करते हैं। जब नैतिकता की बात आती है, तो मकसद बहुत महत्वपूर्ण होता है।
देओल ने शनिवार को सिद्धू को फटकार लगाई थी, क्योंकि उन्होंने बेअदबी और पुलिस फायरिंग मामले में दो आरोपियों का प्रतिनिधित्व करने के लिए उनके (देओल के) इस्तीफे की मांग की थी।
देओल ने कहा था कि सिद्धू राजनीतिक फायदा उठाने के लिए गलत सूचना फैला रहे हैं।
देओल ने एक बयान में कहा, सिद्धू के बार-बार के बयान नशीले पदार्थो और बेअदबी मामले में न्याय सुनिश्चित करने के पंजाब सरकार के प्रयासों को पटरी से उतारने की कोशिश करते हैं।
उन्होंने कहा, निहित स्वार्थी तत्वों द्वारा पंजाब के महाधिवक्ता के संवैधानिक कार्यालय का राजनीतिकरण कर अपने स्वार्थी राजनीतिक लाभ के लिए पंजाब में आगामी चुनावों के मद्देनजर कांग्रेस पार्टी के कामकाज को खराब करने का एक ठोस प्रयास किया जा रहा है।
(आईएएनएस)
Created On :   7 Nov 2021 7:30 PM IST