मध्यप्रदेश में यात्रा पॉलिटिक्स से हुआ विधानसभा चुनावों का शंखनाद, बीजेपी विकास यात्रा से देगी कांग्रेस के हाथ जोड़ो अभियान का जवाब
डिजिटल डेस्क,नई दिल्ली। मध्यप्रदेश में आगामी विधानसभा चुनावों को देखते हुए सभी दलों ने तैयारियों को लेकर कमर कस ली है। प्रदेश की दोनों मुख्य पार्टी बीजेपी और कांग्रेस ने हर हाल में चुनावी जीत हासिल करने के लिए अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। इसके लिए दोनों दलों की तरफ से यात्राएं निकालने की प्लानिंग शुरू कर दी है। कांग्रेस और बीजेपी दोनों ही यात्राओं के बहाने जनता तक पहुंचने के प्रयास में है। एक तरफ कांग्रेस ने राहुल गांधी के नेतृत्व में निकाली गई भारत जोड़ो यात्रा की सफलता, और उसके उद्देश्यों और बीजेपी सरकार की असफलता बताने को लेकर हाथ से हाथ जोड़ो अभियान निकाल रही है। इसके जरिए वह मतदाताओं के बीच पैठ बिठाने की कोशिश में है। कांग्रेस ने हाथ से हाथ जोड़ो यात्रा की शुरूआत 26 जनवरी से कर दी। कांग्रेस अपने अभियान में महंगाई, बेरोजगारी, कानून व्यवस्था की बिगड़ती स्थिति का मुद्दा उठाने के साथ ही कांग्रेस सरकार के समय जन हित में किए गए कार्यों की जानकारी जनता को देगी।
वहीं कांग्रेस की राह पर बीजेपी भी विकास यात्रा निकालने के मूड में है, भाजपा ने हर जिले, गांव और घर पहुंचकर योजनाओं की जानकारी जनता तक पहुंचाने के लिए विकास यात्रा की प्लानिंग की है, जिसकी शुरूआत पांच फरवरी से भाजपा करने जा रही है। भाजपा की इस यात्रा में मंत्री, सांसद, विधायक और पार्टी के वरिष्ठ नेता मौजूद रहेंगे।
हाथ से जोड़ों हाथ अभियान के तहत कांग्रेस जिला, ब्लॉक, मंडल और फिर गांव-गांव के बाद हर घर तक पहुंचेगी। गणतंत्र दिवस 26 जनवरी से शुरू हुए इस अभिायन से कांग्रेस कार्यकर्ता पार्टी को जमीनी स्तर पर मजबूत करने की कोशिश में हैं। हाथ से हाथ जोड़ो अभियान के अंतर्गत कांग्रेस बूथ लेवल तक पदयात्रा निकालेगी। बूथ से लेकर घर- घर, गांव- गांव, और जिले स्तर से निकलते हुए कांग्रेस इन यात्राओं के बाद प्रदेश स्तर पर एक महारैली का आयोजन भी करेगी, जिसमें प्रियंका गांधी की मौजूदगी में पार्टी घोषणा पत्र भी जारी करेगी। कांग्रेस यूपी की तर्ज पर मध्यप्रदेश में भी महिलाओं के लिए भी अलग से घोषणा पत्र जारी करेगी। जबकि कांग्रेस के हाथ से हाथ जोड़ो अभियान का जवाब भाजपा विकास यात्रा के जरिए देगी।
प्रदेश राजनीति में यात्राओं की हवाओं को चुनावी शंखनाद की शुरूआत माना जा रहा है। अब देखना ये होगा कि यात्राओं की सफलता किस राजनैतिक दल को सत्ता की कुर्सी पर पहुंचायेगा। कांग्रेस 2018 की तर्ज पर 2023 में सफलता हासिल करने की चाहत में है, वहीं बीजेपी फिर से सत्ता में टिकी रहने की फिराक में हैं।
Created On :   30 Jan 2023 7:11 PM IST