उप-चुनाव का थमा शोर, सबने लगाया जोर

The noise of the by-election stopped, everyone put emphasis
उप-चुनाव का थमा शोर, सबने लगाया जोर
मध्यप्रदेश उप-चुनाव का थमा शोर, सबने लगाया जोर

डिजिटल डेस्क, भोपाल। मध्य प्रदेश में हो रहे विधानसभा और लोकसभा के उप-चुनाव के लिए प्रचार का शोर थम गया है। प्रचार थमने से पहले दोनों ही प्रमुख दलों भाजपा और कांग्रेस के नेताओं ने पूरा जोर लगाने में कसर नहीं छोड़ी। मतदान 30 अक्टूबर को होना है और उससे 72 घंटे पहले प्रचार थम गया है। राज्य में तीन विधानसभा रैगांव, पृथ्वीपुर व जोबट के अलावा खंडवा लोकसभा क्षेत्र में उप-चुनाव हो रहा है। इन चारों ही स्थानों पर निर्वाचित प्रतिनिधियों का निधन होने की वजह से यह चुनाव हो रहे हैं। इनमें से दो स्थान रैगांव और खंडवा भाजपा के पास थे तो पृथ्वीपुर व जोबट में कांग्रेस का कब्जा था। उप-चुनाव में दोनों ही दलों ने पूरी ताकत झोंक दी है, प्रचार का दौर भले ही थम गया हेा मगर दोनों दल अब घर-घर दस्तक देने की तैयारी में लग गए हैं। बड़े नेताओं का तो दौरा नहीं होगा, आम कार्यकर्ता व पदाधिकारी मतदाता तक पहुंचने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे।

भाजपा की ओर से अंतिम दिन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान व प्रदेशाध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा की अगुवाई में हुआ। दोनों नेताओं ने रैगांव व पृथ्वीपुर में जनसभाएं कीं। इन सभाओं में नेताओं ने खुले तौर पर आरोप लगाया कि कांग्रेस ने प्रदेश को बदहाल कर दिया था। प्रदेश में विकास की यात्रा भाजपा की सरकार आने के बाद ही शुरू हुई है। 15 महीनों की सरकार के दौरान भी कांग्रेस ने यह बता दिया कि वह प्रदेश के विकास के लिए कुछ नहीं कर सकती। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि मैं विकास के लिए घोषणा करता हूं, तो कमलनाथ ट्वीट करते हैं-मामा बहुत घोषणा करता है। कमलनाथ , जो वीर होता है, वहीं घोषणा करता है और उसे पूरा करता है। मैंने कोठी को तहसील बनाने की घोषणा की, आज कोठी तहसील है। रैगांव में कॉलेज की घोषणा की, वहां कॉलेज खुला। मामा जो कहता है, उसे पूरा करता है। वहीं कमलनाथ धरती पर कम रहते हैं, ट्विटर की चिड़िया की तरह उड़ते रहते हैं।

भाजपा प्रदेशाध्यक्ष शर्मा ने कहा है कि एक तरफ देश-प्रदेश में भाजपा सरकार विकास का पर्याय बन रही है तो दूसरी तरफ कांग्रेस की घटिया मानसिकता भी सामने आ रही है। देश के जवान सीमा पर अपने प्राणों की आहूति दे रहे हैं, लेकिन कांग्रेस और उसके कमलनाथ, दिग्विजय सिंह जैसे नेताओं को उनके परिजनों को सांत्वना देने की फुर्सत नहीं है। ये तो सर्जिकल स्टाइक का भी सबूत मांगते हैं। कांग्रेस के तो जींस में ही घटियापन है। वहीं दूसरी ओर कांग्रेस की ओर से प्रचार की पूरी कमान कमल नाथ के हाथ रही और उन्होंने लोगों से कांग्रेस के पक्ष में मतदान करने की अपील की। चुनाव प्रचार समाप्ति के अंतिम दिन पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सचिन पायलट, पूर्व प्रदेशाध्यक्ष अरुण यादव के साथ खंडवा लोकसभा क्षेत्र की बड़वाह विधानसभा के सनावद में एक विशाल आम सभा को संबोधित किया।

बड़वाह से कांग्रेस के विधायक सचिन बिरला द्वारा दल बदल किए जाने का जिक्र करते हुए कमल नाथ ने कहा, मैं दावे से कह सकता हूं कि भाजपा यह जान ले, कुछ नेता बिकाऊ हो सकते हैं लेकिन क्षेत्र की जनता कभी बिकाऊ नहीं हो सकती है और बड़वाह की इस ईमानदार जनता को कभी कोई नहीं खरीद सकता है। एक बिक गया लेकिन यहां की जनता बेहद ईमानदार है और वो भाजपा की इस बिकाऊ राजनीति का बदला जरूर लेगी। उन्होने खाद समस्या का हवाला देते हुए कहा, आज किसान परेशान है, उसे खाद नहीं मिल रही है, वह न्याय मांग रहा है और हमारे शिवराज ढोलकी बजा रहे हैं। मुझे आज दुख होता है कि शिवराज को किसानों का दर्द दिखाई नहीं देता,उनके आंख, कान नहीं चलते, उनका तो सिर्फ मुंह चलता है।

(आईएएनएस)

Created On :   27 Oct 2021 3:00 PM GMT

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