गुजरात विधानसभा चुनाव करवाने में इस बार होगा दोगुना खर्च! चुनाव का बजट बढ़ने के आसार
डिजिटल डेस्क, गांधीनगर। गुजरात विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान हो चुका है। पहले चरण का चुनाव 1 दिसंबर व दूसरे चरण का चुनाव 5 दिसंबर को होना प्रस्तावित है, जबकि चुनाव के नतीजे 8 दिसंबर को आएंगे। इस बार गुजरात विधानसभा चुनाव को कराने में केंद्रीय राजकीय कोष से करीब 450 करोड़ रूपए खर्च होने के अनुमान हैं।
चुनाव आयोग की निगरानी में इसका देखरेख गुजरात के चीफ इलेक्टोरल ऑफिसर करेंगे। गौरतलब है कि हर लोकसभा व विधानसभा चुनाव के सारे खर्चे का हिसाब चीफ इलेक्शन ऑफिसर के पास ही रहता है। हर इलेक्शन के बाद सीईओ कार्यालय की तरफ से चुनाव में खर्च रूपए का सारा ब्योरा दिया जाता है।
गुजरात सरकार का बजट
गुजरात सरकार ने विधानसभा चुनाव कराने के लिए 387 करोड़ रूपए देने की बात अपने सालाना बजट में कही है। वैसे टीओआई को राज्य के इलेक्शन के अधिकारियों ने इस चुनाव का खर्च करीब 450 करोड़ रूपए बताया है। वर्ष 2017 में हुए विधानसभा चुनाव के लिए सरकार ने 250 करोड़ देने की बात कही थी, लेकिन चुनाव खत्म होने के बाद यह आंकड़ा बढ़कर 326 करोड़ तक चला गया था।
साल 2012 में भी इसी तरह 175 करोड़ का बजट बनाया गया था, लेकिन चुनाव खत्म होने तक यह भी आंकड़ा बहुत आगे बढ़ गया था। ऐसे में तय माना जा रहा है कि इस बार भी गुजरात चुनाव में बजट अनुमानित आंकड़ों के पार जाने का आसार है।
खर्च बढ़ाने के आसार
सूत्रों के हवाले से खबर है कि इस चुनाव में 387 करोड़ का बजट मिलने के बाद भी चुनाव को शांतिपूर्ण तरीके से करान के लिए 450 करोड़ का खर्च आ सकता है। इसके पीछे की वजह है कि चुनाव में पोलिंग बूथ बढ़ेंगे साथ ही कर्मचारियों की संख्या बढ़ेंगी। पोलिंग बूथ तक अधिकारियों व कर्मचारियों को पहुंचाने के लिए चुनाव में गाड़ियों के बढ़ने की संभावना है। जिसमें तेल की काफी खपत होगा।
2017 में राजनीतिक पार्टियों ने इतने रूपए खर्च किए
पिछले गुजरात विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने कुल 111 करोड़ रूपए खर्च होने की बात कही थी, वहीं कांग्रेस ने 18 करोड़ रूपए खर्च किया था। सूत्रों की माने तो इस बार राजनीतिक पार्टियों का दोगुना खर्च होने का आसार है।
Created On :   7 Nov 2022 5:02 PM IST