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- UP will have a hand in making the country a gold bird, now laborers will not go to Mumbai: Ravi Kishan
दैनिक भास्कर हिंदी: देश को सोने की चिड़िया बनाने में यूपी का होगा हाथ, अब मजदूर मुंबई नहीं जाने वाले : रवि किशन

हाईलाइट
- देश को सोने की चिड़िया बनाने में यूपी का होगा हाथ, अब मजदूर मुंबई नहीं जाने वाले : रवि किशन
नई दिल्ली, 18 मई(आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश की हाई प्रोफाइल सीट गोरखपुर से सांसद और अभिनेता रवि किशन का कहना है कि सैकड़ों किलोमीटर पैदल चलकर उत्तर प्रदेश लौटे प्रवासी मजदूर अब कभी मुंबई की तरफ पलटकर नहीं देखेंगे। क्योंकि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के शासनकाल में उत्तर प्रदेश बदल रहा है। सभी भाषाओं में छह सौ फिल्में करने का रिकॉर्ड बनाने वाले अभिनेता और सांसद रवि किशन कहते हैं कि जिस तरह से सरकार ने तैयारियां की हैं, उससे देश फिर से सोने की चिड़िया बनेगा और इसमें उत्तर प्रदेश का हाथ होगा।
रवि किशन ने कहा कि चीन से उठने वालीं कंपनियां उत्तर प्रदेश को ठिकाना बनाएंगी, क्योंकि यहां सबसे ज्यादा जमीन और मजदूर हैं। प्रवासी मजदूरों के मुद्दे पर राहुल गांधी के उठाए सवालों को लेकर रवि किशन ने कहा कि वह राजकुमार हैं। राजकुमार गरीबों का दुख नहीं जानते।
रविकिशन ने प्रवासी मजदूरों के मुद्दे पर विपक्ष की घेराबंदी करते हुए आईएएनएस से कहा, अगर सपा-बसपा और कांग्रेस की केंद्र से लेकर राज्यों में रहीं सरकारों ने उत्तर प्रदेश के विकास पर ध्यान दिया होता तो फिर यहां पलायन की समस्या न सामने आती। जिससे मजदूरों को रोजी-रोटी के लिए मुंबई आदि महानगरों में जाने की जरूरत न पड़ती। मैं दावे के साथ कहता हूं जो मजदूर सैकड़ों किलोमीटर पैदल चलकर आया है, समझ लीजिए अब वह मुंबई की तरफ फिर पलटने वाला नहीं है।
मुंबई क्यों नहीं वापस जाएंगे मजदूर? इस सवाल पर रवि किशन ने कहा, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उत्तर प्रदेश में सभी को रोजी-रोटी मुहैया कराने की दिशा में प्रयास तेज किए हैं। 50 लाख लोगों को रोजगार देने की तैयारी है। चीन से उठने वाली कंपनियां उत्तर प्रदेश में ही आएंगी। क्योंकि सबसे ज्यादा जमीन और मजदूर यूपी में ही हैं। ईश्वर की कृपा से अब पन्ना पलटने वाला है। अब गांव-गांव रोजगार मिलेगा। मनरेगा का सफल क्रियान्वयन चल रहा है। एमएसएमई सेक्टर पर भी खूब जोर दिया जा रहा है।
गोरखपुर सांसद रवि किशन ने महाराष्ट्र से मजदूरों के पलायन के मुद्दे पर आईएएनएस से कहा, वैसे यह समय राजनीतिक टीका-टिप्पणी करने का नहीं हैं, लेकिन राज्य सरकार से कुछ तो चूक हुई ही है। जिसके कारण तमाम मजदूर बेचारे सैकड़ों किलोमीटर पैदल ही घर के लिए निकल पड़े। महाराष्ट्र में मजदूरों को मालिकों ने सहयोग नहीं किया। उनके वेतन का भुगतान नहीं हुआ। कई कारणों से मजदूर घर लौटने के लिए मजबूर हुए।
रवि किशन सांसद निधि ही नहीं, अपना पांच साल का वेतन भी कोरोना के खिलाफ लड़ाई में दान कर चुके हैं। लॉकडाउन से मुंबई में ही फंसे होने के वावजूद वह संसदीय क्षेत्र गोरखपुर में बड़े पैमाने पर राहत कार्यो का संचालन कर रहे हैं। उन्होंने गोरखपुर में भाजपा कार्यकर्ताओं की टीम बना रखी है, जिसने अब तक दो लाख 80 हजार किलो राशन का वितरण किया है। मुंबई के आवास से भी रवि किशन राशन वितरण कर रहे हैं। वह फिल्म इंडस्ट्री से जुड़े आर्थिक संकट से जूझते कलाकारों को भी सहायता पहुंचा रहे हैं।
रवि किशन के मुताबिक, लॉकडाउन के कारण वह मुंबई में ही फंस गए। उनकी बिल्डिंग में एक व्यक्ति के कोरोना संक्रमित पाए जाने के कारण वह बाहर नहीं निकल सकते। मुंबई से गोरखपुर अगर पास लेकर गए भी तो वहां 14 दिन क्वारंटाइन रहना पड़ेगा और लोग देखने के लिए उमड़ेंगे, जिससे गोरखपुर में सोशल डिस्टेंसिंग प्रभावित हो सकती है। रवि किशन ने मुंबई में फंसे प्रवासी मजदूरों की घरवापसी के लिए राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी और मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से भी बात की। जिससे गोरखपुर व आसपास के जिलों के 70 से 80 हजार लोगों की घरवापसी का रास्ता साफ हुआ।
आईसेक्ट ग्रुप भोपाल: आईसेक्ट द्वारा ग्लोबल पर्सनल डेवलपमेंट विषय पर विशेष ट्रेनिंग सेशन आयोजित
डिजिटल डेस्क, भोपाल। आईसेक्ट के एचआर एवं लर्निंग एंड डेवलपमेंट डिपार्टमेंट द्वारा एम्पलॉइज के लिए ग्लोबल पर्सनल डेवलपमेंट पर एक विशेष ट्रेनिंग सेशन का आयोजन किया गया। इसमें यूनाइटेड किंगडम के कॉर्पोरेट इंटरनेशनल ट्रेनर जुबेर अली द्वारा प्रशिक्षण प्रदान किया गया। जिसमें उन्होंने प्रशिक्षणार्थियों को अपने अनुभवों, डेमोंस्ट्रेशन, वीडियो, स्लाइड शो के माध्यम से नई स्किल्स को प्राप्त करने और अपनी पर्सनेलिटी को बेहतर बनाने के तरीके बताए। साथ ही उन्होंने पर्सनेलिटी डेवलपमेंट और अपस्किलिंग के महत्व पर बात की और बताया कि करियर ग्रोथ के लिए यह कितना आवश्यक है। इस दौरान उन्होंने सफलता के लिए नौ सक्सेस मंत्र भी दिए। इस दौरान कार्यक्रम में एचआर कंसल्टेंट डी.सी मसूरकर और अल नूर ट्रस्ट के सदस्य उपस्थित रहे।
इस पहल पर बात करते हुए आईसेक्ट के निदेशक सिद्धार्थ चतुर्वेदी ने कहा कि आईसेक्ट कौशल विकास के महत्व को समझता है इसी कारण अपने एम्पलॉइज की अपस्किलिंग के लिए लगातार विभिन्न प्रशिक्षण सेशन का आयोजन करता है। इसी कड़ी में ग्लोबल पर्सनेल डेवलपमेंट पर यह ट्रेनिंग सेशन भी एक कदम है।
स्कोप कैम्पस: खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2022 की मशाल रैली भीमबेटका, ओबेदुल्लागंज, मंडीदीप, भोजपुर होते हुए पहुंची रबीन्द्रनाथ नाथ टैगोर विश्वविद्यालय और स्कोप कैम्पस
डिजिटल डेस्क, भोपाल। रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय और खेल एवं युवा कल्याण विभाग रायसेन के संयुक्त तत्वावधान में खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2022 की मशाल रैली आयोजित की गई। यह यात्रा होशंगाबाद से पर्वतारोही भगवान सिंह भीमबेटका लेकर पहुंचे। फिर भीमबेटका से रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय ने मशाल लेकर ओबेदुल्लागंज की ओर प्रस्थान किया। ओबेदुल्लागंज में रैली का स्वागत किया गया। साथ ही ओबेदुल्लागंज में मशाल यात्रा को विभिन्न स्थानों पर घुमाया गया। तत्पश्चात यात्रा ने मंडीदीप की ओर प्रस्थान किया। मंडीदीप में यात्रा का स्वागत माननीय श्री सुरेंद्र पटवा जी, भोजपुर विधायक ने किया। अपने वक्तव्य में उन्होंने खेलों को बढ़ावा देने के लिए मप्र सरकार द्वारा की जा रही पहलों की जानकारी दी और युवाओं को खेलों को जीवन में अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया। इसके अलावा खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2022 में खिलाड़ियों को जीत के लिए शुभकामनाएं दीं। उन्होंने खेलों इंडिया यूथ गेम्स के आयोजन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मप्र के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के प्रयासों को रेखांकित किया।
साथ ही कार्यक्रम में रायसेन के डिस्ट्रिक्ट स्पोर्ट्स ऑफिसर श्री जलज चतुर्वेदी ने मंच से संबोधित करते हुए कहा कि खेलों को बढ़ावा देने के लिए सरकार की विभिन्न गतिविधियों पर प्रकाश डाला और खेलों इंडिया यूथ गेम्स के खिलाड़ियों को शुभकामनाएं दीं। यहां से धावकों ने मशाल को संभाला और दौड़ते हुए भोजपुर मंदिर तक पहुंचे। मंदिर से फिर यात्रा रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय तक पहुंचती और यहां यात्रा का डीन एकेडमिक डॉ. संजीव गुप्ता द्वारा और उपकुलसचिव श्री समीर चौधरी, उपकुलसचिव अनिल तिवारी, उपकुलसचिव ऋत्विक चौबे और स्पोर्ट्स ऑफिसर सतीश अहिरवार द्वारा भव्य स्वागत किया जाता है। मशाल का विश्वविद्यालय में भी भ्रमण कराया गया। यहां से यात्रा स्कोप कैम्पस की ओर प्रस्थान करती है। स्कोप कैम्पस में स्कोप इंजीनियरिंग कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. डी.एस. राघव और सेक्ट कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. सत्येंद्र खरे ने स्वागत किया और संबोधित किया। यहां से मशाल को खेल एवं युवा कल्याण विभाग के उपसंचालक जोश चाको को सौंपा गया।
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