बिना हिजाब दुष्कर्म का जोखिम है तो यह टिप्पणी मुस्लिम पुरुषों के लिए है

Without hijab there is a risk of rape so this comment is for Muslim men
बिना हिजाब दुष्कर्म का जोखिम है तो यह टिप्पणी मुस्लिम पुरुषों के लिए है
संघ नेता बिना हिजाब दुष्कर्म का जोखिम है तो यह टिप्पणी मुस्लिम पुरुषों के लिए है

डिजिटल डेस्क, बेंगलुरु। कर्नाटक के राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) नेता कल्लडका प्रभाकर भट ने मंगलवार को कहा कि कांग्रेस विधायक बी. जेड. जमीर अहमद खान का यह बयान कि हिजाब मुस्लिम महिलाओं को भारत में दुष्कर्म से रोकता है, मुस्लिम पुरुषों की ओर इशारा करता है।

भट ने कहा, विधायक जमीर ने अपने समुदाय के बारे में बात की है। मुस्लिम महिलाएं घर के अंदर बुर्का पहनती हैं और वे परिवार में पुरुषों के एक्शन से डरती हैं। अरब देशों में महिलाएं दुष्कर्म के डर से बुर्का पहनती हैं। इसी तरह यहां भारत में भी बुर्का पहनने वाली मुस्लिम महिलाओं को अपने समुदाय के सदस्यों से सुरक्षा मिलती है।

उन्होंने कहा कि हिंदू छात्रों द्वारा भगवा शॉल पहनना सिर्फ एक प्रतिक्रिया है। आरएसएस नेता ने कहा, हमारे देश में क्या हुआ है कि हिंदुओं को इतना कुचला जाता है कि उनकी कार्रवाई के लिए कोई प्रतिक्रिया नहीं होती है। मैं उन लड़कों की सराहना करता हूं जिन्होंने स्कूलों और कॉलेजों में भगवा शॉल पहनी थी।

आरएसएस ने उन्हें प्रशिक्षित नहीं किया है, बल्कि छात्र खुद ही भगवा शॉल दिखाकर अपनी बात रख रहे हैं। उन्होंने जोर देकर कहा कि सरकार को इस संबंध में कार्रवाई शुरू करने में संकोच नहीं करना चाहिए। हिजाब विवाद सामने आने के बाद स्कूलों और कॉलेजों में अवकाश घोषित नहीं करना चाहिए।

भट ने कहा कि हिंदू किसी भी समय कार्रवाई के लिए नहीं जाते हैं, हालांकि वे प्रतिक्रिया तो देंगे। उन्होंने सवाल पूछते हुए कहा, आप चाहते हैं कि वे प्रतिक्रिया भी न दें? भट ने कहा, हाईकोर्ट ने अंतरिम आदेश दिया है, मगर इसके बावजूद छात्राएं हिजाब पहनकर स्कूलों में आ रही हैं।

अगर भविष्य में सुप्रीम कोर्ट का भी आदेश आता है, तब भी वे हिजाब पहनेंगी। भट ने कहा कि भगवा सेवा, बलिदान, वीरता का प्रतीक है और हमारा पूरा देश भगवा है। हिजाब विवाद इस देश को विभाजित करने का एक एजेंडा है। इससे पहले कि स्थानीय मीडिया हिजाब पर विरोध के मुद्दे को उठा पाता, पाकिस्तानी मीडिया और अन्य अंतर्राष्ट्रीय मीडिया ने इस मुद्दे को उठाया है।

बता दें कि हिजाब विवाद पर कर्नाटक के कांग्रेस नेता जमीर अहमद ने विवादास्पद बयान दिया था। उन्होंने रविवार को कहा था कि इस्लाम में हिजाब का मतलब है पर्दा और महिलाएं जब हिजाब नहीं पहनतीं तो उनके साथ दुष्कर्म होता है। उन्होंने कहा कि जब लड़कियां बड़ी होती हैं तो उन्हें हिजाब से अपनी सुंदरता को ढंकना चाहिए।

कांग्रेस पार्टी ने भी जमीर के इस बयान की आलोचना की है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डी. के. शिवकुमार ने कहा कि पार्टी उनके बयान का समर्थन नहीं करती है और उनसे अपने शब्द वापस लेने का आग्रह किया। हालांकि शुरू में तो जमीर ने अपना बयान वापस लेने से इनकार कर दिया था, लेकिन बाद में उन्होंने कि उन्हें अपने बयान पर पछतावा हुआ है।

(आईएएनएस)

Created On :   15 Feb 2022 4:00 PM GMT

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