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राजनीति : सत्ता में वापस नहीं आएगी वाईएसआरसीपी : चंद्रबाबू

डिजिटल डेस्क, अमरावती। आंध्र प्रदेश विधान परिषद चुनाव के नतीजे स्पष्ट रूप से संकेत देते हैं कि वाईएसआर कांग्रेस पार्टी (वाईएसआरसीपी) फिर से सत्ता में नहीं आएगी, पूर्व मुख्यमंत्री और तुलुगू देशम पार्टी (तेदेपा) अध्यक्ष एन. चंद्रबाबू नायडू ने रविवार को यह बात कही।
तीनों स्नातक निर्वाचन क्षेत्रों में तेदेपा की जीत के लिए मतदाताओं को धन्यवाद देते हुए नायडू ने यहां मीडियाकर्मियों से कहा कि परिणाम स्पष्ट रूप से सत्ता विरोधी लहर का संकेत देते हैं। इसे जनता की जीत करार देते हुए तेदेपा सुप्रीमो ने कहा कि तेदेपा उम्मीदवारों को चुनकर लोगों ने पार्टी पर पूरा भरोसा जताया है।
यह देखते हुए कि लोगों ने उगादी से कुछ दिन पहले राज्य के भविष्य की भविष्यवाणी की है, चंद्रबाबू नायडू ने कहा कि चुनाव परिणाम सरकारी कर्मचारियों के अकल्पनीय दर्द, किसानों, वंचितों, आम आदमी और उन छात्रों की पीड़ा को दर्शाते हैं जो हर चीज की बढ़ती कीमत के बोझ से दबे हुए हैं। पूर्व मुख्यमंत्री ने महसूस किया कि एक अराजक शासन के तहत भय में रहने वाले एक औसत व्यक्ति की पीड़ा इन चुनाव परिणामों में पूरी तरह से परिलक्षित होती है।
चंद्रबाबू नायडू ने कहा, मुख्यमंत्री वाई.एस. जगन मोहन रेड्डी हमेशा धन और बाहुबल और अत्याचार में विश्वास करते हैं। उन्होंने इन चार वर्षो में सभी चुनावों को केवल चयन के रूप में बदल दिया, वाईएसआरसीपी को जोड़ना जल्द ही गुमनामी में गायब हो जाएगा।
नवीनतम चुनावों को जगन रेड्डी और राज्य के 5 करोड़ लोगों के बीच युद्ध करार देते हुए तेदेपा सुप्रीमो ने कहा कि उन्होंने राज्य को जो नुकसान पहुंचाया है और बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार निश्चित रूप से उन्हें एक उचित सबक सिखाएगा।
चंद्रबाबू ने महसूस किया कि वाईएसआरसीपी फिर से सत्ता में नहीं होगी और चिंता व्यक्त की कि वरिष्ठ आईएएस और आईपीएस अधिकारी भी जगन रेड्डी द्वारा किए जा रहे अपराधों में भागीदार बन रहे हैं। उन्होंने टिप्पणी की, हालांकि अदालतों ने कई बार इस सरकार की खिंचाई की है, लेकिन सत्तारूढ़ पार्टी के नेताओं ने कोई सबक नहीं सीखा है।
उन्होंने विपक्ष पर प्रतिबंध लगाने के लिए वाईएसआरसीपी सरकार की आलोचना की। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में कुछ नियंत्रण और संतुलन होते हैं और लोगों का विश्वास जीतने के लिए सत्तारूढ़ पार्टी को उनका धार्मिक रूप से पालन करना चाहिए। उन्होंने आश्चर्य व्यक्त किया कि चुनाव आयोग के निर्देशों का भी सम्मान नहीं किया जा रहा है और महसूस किया कि नौकरशाह केवल जगन का विश्वास जीतने के लिए अत्याचार का सहारा ले रहे हैं।
उन्होंने हैरानी जताई कि कैसे अधिकारी चुनाव जीतने वाले उम्मीदवारों को घोषणापत्र सौंपने से इनकार कर देते हैं। तेदेपा नेता ने महसूस किया कि नौकरशाहों को प्रगति में भागीदार होना चाहिए, लेकिन अपराध करने में भागीदार नहीं होना चाहिए। नायडू ने कहा कि चुनाव में निर्वाचित घोषित किए गए राम गोपाल रेड्डी को अवैध रूप से गिरफ्तार किया गया था।
स्नातक निर्वाचन क्षेत्रों के चुनावों में 108 विधानसभा क्षेत्रों को कवर किया गया और प्रत्येक खंड में 5,000 से 25,000 मतदाताओं ने अपना मत डाला, पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा और कहा कि हर जगह मतदाताओं को पैसा, चांदी के लेख और अन्य सामग्री वितरित की गई।यहां तक कि मतदाताओं को भी फर्जी स्नातक प्रमाणपत्रों के साथ नामांकित किया गया था, उन्होंने कहा और देखा कि इस तरह के अत्याचारों के बावजूद मतदाताओं ने केवल तेदेपा में विश्वास जताया।
(आईएएनएस)
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भोपाल: आईसेक्ट द्वारा डॉ. सी.वी. रामन विश्वविद्यालय में आयोजित किया गया फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम
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भोपाल: रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय में पांचवां वूमेन एक्सीलेंस अवॉर्ड
डिजिटल डेस्क, भोपाल। रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय के वूमेन डेवलपमेंट सेल द्वारा 5वां वूमेन एक्सिलेंस अवार्ड का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि सुश्री अनुभा श्रीवास्तव (आईएएस), कमिश्नर, हैंडलूम एंड हैंडीक्राफ्ट विभाग, मध्य प्रदेश , विशिष्ट अतिथि के रूप में डॉ रूबी खान, डायरेक्टर, डायरेक्टोरेट आफ हेल्थ सर्विसेज, सुश्री रवीशा मर्चेंट, प्रिंसिपल डिजाइनर, ट्रीवेरा डिजाइंस, बट ब्रहम प्रकाश पेठिया कुलपति आरएनटीयू उपस्थित थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ. अदिति चतुर्वेदी वत्स, प्रो-चांसलर, आरएनटीयू एंड डायरेक्टर, आइसेक्ट ग्रुप आफ यूनिवर्सिटीज ने की।
इस अवसर पर सुश्री अनुभा श्रीवास्तव ने महिलाओं को अपनी बात रखने एवं निर्णय क्षमता को विकसित करने पर जोर दिया। महिलाओं को अपने व्यक्तिगत विकास की जिम्मेदारी लेने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने महिला सशक्तिकरण पर भी अपने विचार साझा किए। डॉ. अदिति चतुर्वेदी वत्स ने कहा कि हम सभी जानते हैं कि हमारे जीवन में महिलाओं का एक अहं रोल होता है। चाहे वो रोल हमारी मां के रूप में हो या फिर बहन या पत्नी के रूप में। हमें हर रूप में महिला का साथ मिलता है। लेकिन ऐसा काफी कम होता है जब हम इन्हें इनके कार्य के लिए सम्मानित करते हैं। ऐसे में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस हमें यह अवसर देता है कि हम अपने जीवन की महिलाओं को उनके कार्यों और उनके रोल के लिए सम्मानित करें। इसी तारतम्य में आरएनटीयू पांचवां वूमेन एक्सीलेंस अवॉर्ड से इन्हें सम्मानित कर रहा है।
डॉ रूबी खान ने महिलाओं के स्वास्थ्य संबंधी जानकारी एवं अपने स्वास्थ्य का ध्यान कैसे रखें इसकी जानकारी दी। वहीं सुश्री रवीशा मर्चेंट ने महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त रहने एवं किसी भी परिस्थिति पर हार ना मानना एवं परिवार और काम में संतुलन बनाए रखने के विषय में विस्तृत जानकारी दी। डॉ ब्रम्ह प्रकाश पेठिया ने देश की बढ़ती जीडीपी में महिलाओं का अहम योगदान माना। उन्होंने बताया कि जल थल एवं हवाई सीमा में भी विशेष योगदान महिलाएं दे रही हैं।
कार्यक्रम में रायसेन और भोपाल जिले की शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाली महिलाओं को वूमेन एक्सीलेंस अवार्ड से नवाजा गया। साथ ही पूर्व में आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं में विजेता महिलाओं को भी पुरस्कृत किया गया। कार्यक्रम के अंत में डॉ संगीता जौहरी, प्रति-कुलपति, आरएनटीयू ने सभी का आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम का संयोजन एवं समन्वयन नर्सिंग एवं पैरामेडिकल विभाग की अधिष्ठाता एवं महिला विकास प्रकोष्ठ की अध्यक्ष डॉ मनीषा गुप्ता द्वारा किया गया। मंच का संचालन डॉ रुचि मिश्रा तिवारी ने किया।