बिहार विधानसभा चुनाव 2025: परिसीमन के बाद तरारी विधानसभा सीट का बदला समीकरण, बना सीपीआई(एमएल) का गढ़

डिजिटल डेस्क, पटना। 243 विधानसभा सीट वाले बिहार में तरारी विधानसभा क्षेत्र भोजपुर जिले में आती है, जबकि संसदीय क्षेत्र आरा है। 1951 में स्थापित तरारी-पीरो विधानसभा सीट को नाम 1957 में पीरो कर दिया था, 2008 में परिसीमन के बाद, इस सीट को पुनः तरारी के नाम से 2010 में पुनर्स्थापित किया गया। 2010 में जेडीयू, 2015 व 2020 में सीपीआई(एमएल)(लिबरेशन) ने चुनाव जीता। सीपीआई(एमएल)(लि) की तरारी में मजबूत पकड़ है। तरारी में 18.32% एससी और 10.6% मुस्लिम वोटर्स है। क्षेत्र मुख्यतः ग्रामीण है, यहां केवल 8.25% मतदाता शहरी हैं। अबकी चुनाव में गठबंधनों के बीच कड़ा मुकाबला देखने को मिल सकता है।
शिक्षा,स्वास्थ्य, सड़क, सिंचाई की बेसिक सुविधाओं की कमी है। बढ़ती महंगाई और बेरोजगारी के चलते हजारों की तादाद में लोग पलायन कर जाते है। पलायन यहां की सबसे बड़ी समस्या है। क्षेत्र को हर साल मौसमी मार झेलनी पड़ती है। समतल व उपजाऊ भूमि होने की वजह से यहां की आर्थिक व्यवस्था का आधार कृषि है।
बिहार में दो चरणों में 6 नवंबर और 11 नवंबर को वोटिंग होगी, नतीजे 14 नवंबर को आएंगे। आज 17 नवंबर को पहले चरण के नामांकन की आखिरी तारीख है। दूसरे चरण के लिए नामांकन की अंतिम तारीख 20 अक्टूबर रही।
Created On :   5 Nov 2025 2:47 PM IST












