Bihar Legislative Assembly: राबड़ी देवी ने डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी पर लगाए आपत्तिजनक आरोप, मंत्री मदन साहनी ने किया पलटवार

- बिहार विधानसभा में एसआईआर को लेकर प्रदर्शन
- राबड़ी देवी को इस तरह की भाषा नहीं चाहिये बोलनी
- राहुल गांधी ने अंग्रेजी भाषा को लेकर कही ये बात
डिजिटल डेस्क, पटना। बिहार विधानसभा में विशेष गहन संशोधन (एसआईआर) के लेकर विपक्ष ने प्रदर्शन किया है। विपक्ष की तरफ से पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने नेतृत्व किया था। इस दौरान उन्होंने उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और सत्तारूढ़ गठबंधन पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
इन आरोपों पर जेडीयू कोटे के मंत्री मदन सहनी ने पलटवार कते हुए कहा, ''राबड़ी देवी को इस तरह की भाषा नहीं बोलनी चाहिये। वह मुख्यमंत्री रही हैं। वह राजद के शासनकाल को भूल गयी क्या? जंगलराज से जुड़ी बहुत यादें हैं।" इसके अलावा उन्होंने राहुल गांधी के अंग्रेजी शिक्षा वाले बयान पर भी पलटवार करते हुए कहा, ''हिंदी, क्षेत्रीय शिक्षा, भाषा ज्यादा प्रभावशाली है। राहुल गांधी को जितनी समझ है उतना बोलते हैं।''
'सोच समझकर सम्राट को बोलना चाहिए'
राबड़ी देवी ने सम्राट चौधरी पर आपत्तिजनक की गई टिप्पणी पर आरजेडी विधायक और पूर्व मंत्री आलोक मेहता ने कहा, ''राबड़ी देवी ने बिलकुल ठीक कहा, सम्राट चौधरी जो करते थे वह बात उन्होंने कही हैं। वह उपमुख्यमंत्री के लायक नहीं हैं। किस तरह की भाषा सदन में वह बोलते हैं, सोच समझकर सम्राट को बोलना चाहिए। खुद को कुशवाहा जाति का बताते हैं। लेकिन कुशवाहा समाज के लोग बहुत सरल स्वभाव के होते हैं। सम्राट वैसे नहीं हैं।"
चौधरी ने लालू यादव को लेकर कही ये बात
राबड़ी देवी ने कहा, ''वो बचपन से बोरिंग रोड इलाके में गुंडई करता है। बोरिंग रोड चौराहे पर लड़कियों को छेड़ते रहे, वो कैसे दूसरे को गुंडा बोल सकते हैं।'' बीते गुरुवार (24 जुलाई) को डिप्टी CM सम्राट चौधरी ने सदन में तेजस्वी से कहा था, ''जिसका बाप अपराधी वो क्या बोलेगा।''
राहुल गांधी ने अंग्रेजी भाषा को लेकर कही ये बात
नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने कहा था, “प्रगति के लिए शिक्षा में सबसे महत्वपूर्ण कारण क्या है? अंग्रेजी। भारत में सफलता और प्रगति का सबसे बड़ा निर्धारक अंग्रेजी शिक्षा है। आज भारत में अंग्रेजी शिक्षा किसी क्षेत्रीय भाषा या हिंदी में दी जाने वाली शिक्षा से कहीं ज़्यादा प्रभावशाली है। यह एक आश्चर्यजनक तथ्य है, लेकिन यह एक सच्चाई है। मैं यह नहीं कह रहा कि हिंदी महत्वपूर्ण नहीं है, क्षेत्रीय भाषाएं महत्वपूर्ण नहीं हैं, वे बहुत महत्वपूर्ण हैं, लेकिन आज भारत में प्रकृति का निर्धारण अंग्रेजी शिक्षा कर रही है।”
Created On :   26 July 2025 1:27 AM IST