लोकसभा चुनाव 2024: सीट बंटवारे को लेकर संजय राउत के बयान से इंडिया में मची खलबली,कांग्रेस नेताओं की नाराजगी के बाद उद्धव ने किया किनारा

सीट बंटवारे को लेकर संजय राउत के बयान से इंडिया में मची खलबली,कांग्रेस नेताओं की नाराजगी के बाद उद्धव ने किया किनारा
  • इंडिया गठबंधन में सीटों के बंटवारे को लेकर खींचतान
  • 48 में से 23 सीटों पर चुनाव लड़ेंगी शिवसेनाउद्धव गुट-राउत
  • कांग्रेस नेता की नाराजगी, उद्धव की नसीहत

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर इंडिया गठबंधन में सीटों के बंटवारे को लेकर दावेदारी के साथ खींचतान शुरू हो गई है। साझा सीटों के बीच इंडिया गठबंधन में शामिल दल अपने अपने राज्य में अधिक से अधिक सीटों पर चुनाव लड़ने की कोशिश कर रहे है। उत्तरप्रदेश में सपा नेता अखिलेश यादव के बाद महाराष्ट्र में शिवसेना यूबीटी नेता संजय राउत ने कुछ दिन पहले राज्य की 48 में से 23 सीटों पर चुनाव लड़ने की बात कही थी। जिस पर इंडिया का नेतृत्व कर रही कांग्रेस पार्टी के नेता नाराज हो गए।

आपको बता दें अभी औपचारिक रूप से गठबंधन में सीटों के बंटवारे पर चर्चा की शुरूआत नहीं हुई है लेकिन, राज्य स्तर पर गठबंधन से जुड़ी पार्टियां ने दावेदारी शुरू कर दी है। हाल ही में महाराष्ट्र में सीटों के बंटवारे को लेकर शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत के बयान ने सियासी गलियारों में सनसनी मचा दी। राउत ने कहा था कि उनकी पार्टी अगले साल होने जा रहे लोकसभा चुनाव में महाराष्ट्र की 48 में से 23 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। इसके अलावा राउत ने यह भी कहा कि सीट बंटवारे को लेकर कांग्रेस के साथ बातचीत की शुरूआत शून्य से होगी क्योंकि, राज्य में कांग्रेस के पास एक भी सीट नहीं है।

राउत का कहना है कि हमने तय किया है कि हमने जो सीट जीती हैं, उन पर बाद में चर्चा की जाएगी। इसमें कांग्रेस का नाम शामिल नहीं है, क्योंकि उसने महाराष्ट्र में कोई सीट नहीं जीती । इसलिए राज्य में कांग्रेस के साथ बातचीत शून्य से शुरू करनी होगी। राउत के इस बयान पर महाराष्ट्र कांग्रेस नेताओं ने नाराजगी जताई ।

प्रदेश कांग्रेस नेता संजय निरूपम और मिलिंद देवड़ा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर संजय राउत के बयान की तीखी आलोचना की। संजय राउत के बयान से नाराज प्रदेश कांग्रेस नेता संजय निरूपम ने कहा कि शिवसेना (यूबीटी) अकेले अपवे दम पर कोई भी सीट नहीं जीत सकती है। कांग्रेस और शिवसेना दोनों पार्टियों को एक-दूसरे की जरूरत है। संजय निरूपम ने यह भी कहा कि पिछली बार अविभाजित शिवसेना ने जो 18 सीट जीती थी उनमें से एक दर्जन से ज्यादा सांसदों ने पार्टी बदल ली है।

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मिलिंद देवड़ा ने भी राउत के बयान पर नाराजगी व्यक्त करते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में लिखा कि वह उस पार्टी की बात कर रहे हैं जो महाराष्ट्र विधानसभा में सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी है। मैं राउत को बताना चाहता हूं कि कोई भी गठबंधन महाराष्ट्र के स्थानीय परामर्श के बिना आगे नहीं बढ़ सकता है।

नाराजगी के बाद शिवसेना यूबीटी के प्रमुख पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने राउत के बयान से पल्ला झाड़ लिया है। ठाकरे ने राउत के बयान से किनारे करते हुए मीडिया से कहा कि वो ऐसा कोई भी काम नहीं करेंगे जिससे महाविकास आघाडी गठबंधन (एमवीए) को नुकसान पहुंचे। आपको बता दें कि एमवीए गठबंधन में उद्धव ठाकरे-नीत शिवसेना, कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरद पवार गुट) शामिल हैं।

अब देखना है कि लोकसभा चुनाव को लेकर महाराष्ट्र में सीटों के बंटवारे पर संजय राउत के बयान से मची खलबली क्या आकर ठहरती है। हालफिलहाल उद्धव ने राउत को नसीहत दे दी है।

आपको बता दें इससे पहले गठबंधन में कांग्रेस ने सीटों के बंटवारे को लेकर पांच सदस्यीय राष्ट्रीय गठबंधन समिति का गठन कर चुकी है। समिति इंडिया में शामिल पार्टियों के बीच सींट बंटवारे को अंतिम रूप देगी। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मुकुल वासनिक को इस समिति का संयोजक बनाया गया है। वहीं अशोक गहलोत, भूपेश बघेल, सलमान खुर्शीद और मोहन प्रकश इस समिति के सदस्य हैं। कई राज्यों में स्थानीय स्तर पर सीटों के बटवारे को लेकर अनौपचारिक चर्चा भी शुरू हो गई है। सहयोगी दलों से बातचीत के बाद रिपोर्ट सौंपी जाएगी। राष्ट्रीय स्तर पर समीकरण के आधार पर सहमति के बाद सीटों के बंटवारे से संबंधित फैसला लिया जाएगा।

Created On :   31 Dec 2023 5:58 AM GMT

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