जम्मू-कश्मीर सियासत: उमर सरकार को झटका, AAP विधायक मेहराज मलिक ने वापस लिया समर्थन

उमर सरकार को झटका, AAP विधायक मेहराज मलिक ने वापस लिया समर्थन
  • उमर सरकार को झटका
  • AAP विधायक मेहराज मलिक ने वापस लिया समर्थन
  • मलिक पहले भी विवादों में रहे हैं

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर की सियासत में उस वक्त हड़कंप मच गया, जब डोडा से आम आदमी पार्टी (AAP) के इकलौते विधायक मेहराज मलिक ने उमर अब्दुल्ला के नेतृत्व वाली नेशनल कॉन्फ्रेंस (NC) सरकार से अपना समर्थन वापस लेने का ऐलान कर दिया। मलिक ने इसे जम्मू-कश्मीर के लोगों के हित में लिया गया फैसला बताया है।

मेहराज मलिक ने शनिवार को अपने एक्स हैंडल पर लिखा, "मैं, डोडा से विधायक मेहराज मलिक, सरकार गठबंधन में नेशनल कॉन्फ्रेंस को अपना समर्थन वापस लेता हूं। यह फैसला मेरे जम्मू-कश्मीर के लोगों के हित में लिया गया है, जिनका विश्वास और कल्याण मेरी पहली प्राथमिकता है।"

'अब बहुत हो गया'

इससे पहले शुक्रवार को मलिक ने सोशल मीडिया पर सरकार के खिलाफ नाराजगी जाहिर करते हुए लिखा था, "अब बहुत हो गया। सरकार को 9 महीने हो चुके हैं। जल्द ही बड़ा फैसला लिया जाएगा। अब जवाबदेही और कार्रवाई का वक्त है।" उनकी यह पोस्ट सरकार के प्रदर्शन, खासकर डोडा में विकास कार्यों और प्रशासनिक खामियों पर सवाल उठाती दिखी।

क्या होगा सियासी असर?

हालांकि AAP का जम्मू-कश्मीर विधानसभा में सिर्फ एक विधायक है, लेकिन मलिक का यह कदम गठबंधन सरकार के लिए सियासी संदेश तो देता ही है। मलिक ने समर्थन वापसी का कोई स्पष्ट कारण नहीं बताया, लेकिन उनकी पोस्ट्स से लगता है कि वह सरकार की कार्यशैली से नाखुश हैं।

मलिक पहले भी विवादों में रहे हैं। मार्च 2025 में उनके एक विवादित बयान के बाद गैर-जमानती वारंट जारी हुआ था, जिसके लिए उन्होंने माफी मांगी थी। अप्रैल 2025 में विधानसभा में वक्फ कानून पर बहस के दौरान उनकी बीजेपी और पीडीपी विधायकों के साथ तीखी झड़प भी सुर्खियों में रही थी।

उमर सरकार पर कितना असर?

नेशनल कॉन्फ्रेंस की सरकार कांग्रेस और अन्य छोटे दलों के समर्थन से चल रही है। मलिक के इस कदम से सरकार की स्थिरता पर तत्काल खतरा नहीं है, लेकिन यह घटना जम्मू-कश्मीर की सियासत में नए समीकरणों की ओर इशारा कर रही है।

Created On :   14 Jun 2025 10:03 PM IST

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