पारदर्शिता या प्रतिष्ठा: वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल एपी सिंह के बयान पर विपक्षी सांसदों ने किया तंज

- भारतीय सशस्त्र बलों का पलड़ा भारी था, तब प्रधानमंत्री मोदी ने कौन से वादे किए थे- कांग्रेस
- सशस्त्र बलों पर न तो सवाल उठाए गए और न ही भविष्य में उठाए जाएंगे- आरजेडी
- अमेरिकी राष्ट्रपति का बयान देश के लिए चिंता का विषय है- मनोज झा
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल एपी सिंह के बयान पर कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने कहा प्रधानमंत्री मोदी ने ऑपरेशन सिंदूर क्यों रोका? हमें याद है 1971 में पाकिस्तानी सशस्त्र बलों ने आत्मसमर्पण कर दिया था। हम सभी ने उनके आत्मसमर्पण और हथियार सौंपने की मशहूर तस्वीर देखी हैं। जब भारतीय सशस्त्र बलों का पलड़ा भारी था, तब प्रधानमंत्री मोदी ने कौन से वादे किए थे, कौन से फ़ायदे लिए थे कि उन्होंने युद्ध रोक दिया? उन्होंने आगे कहा भारत का चुनाव आयोग तथ्यों को न दिखाकर और भारत की जनता के सामने पारदर्शिता न लाकर अपनी ही प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचा रहा है।
वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल एपी सिंह के बयान पर RJD सांसद मनोज झा ने कहा हमारे सशस्त्र बलों पर न तो सवाल उठाए गए और न ही भविष्य में उठाए जाएंगे। सेना देश की है, किसी राजनीतिक दल की नहीं। मुद्दा राजनीतिक निर्णय लेने वालों का है। अगर हम इतनी तेज़ी और ज़ोर से आगे बढ़ रहे थे, तो हमें किसने रोका? हमें किस चीज़ ने रोका था? इसके बाद अमेरिकी राष्ट्रपति का बयान देश के लिए चिंता का विषय है। मैंने संसद में भी यही विचार व्यक्त किए हैं। मैंने यह भी सुझाव दिया था कि इसके खिलाफ निंदा प्रस्ताव लाया जाना चाहिए। अगर प्रधानमंत्री मोदी इससे संबंधित कुछ नहीं कहना चाहते हैं, तो संसद को अपनी आवाज़ उठानी चाहिए।
Created On :   10 Aug 2025 5:34 PM IST