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दैनिक भास्कर हिंदी: जानिए जन्मदिन पर धोनी के करियर की 37 अहम बातें
डिजिटल डेस्क। टीम इंडिया के पूर्व कप्तान, विश्व के सबसे सफल कप्तानों में से एक, कैप्टन कूल, विश्व के बेस्ट मैच फिनिशर... ऐसे अनेक नामों से मशहूर महेंद्र सिंह धोनी शनिवार को 37 साल के हो गए। रांची के इस क्रिकेटर के फैंस दुनियाभर में मौजूद हैं, लेकिन उनमें से कुछ ही धोनी के करियर के बारे में ये खास बातें जानते होंगे जो हम आपको बताने जा रहे हैं।
1. टीम इंडिया के पूर्व कप्तान एमएस धोनी, क्रिकेट के तीनों ही फॉर्मेट (टेस्ट, वनडे, टी20) में भारत की कप्तानी करने वाले पहले विकेटकीपर बल्लेबाज हैं।
2. साल 2007 में टीम इंडिया को वर्ल्ड टी20 का खिताब दिलाने वाले धोनी ऐसा करने वाले दुनिया के पहले कप्तान हैं।
3. इंटरनेशनल वनडे मैचों में किसी भी विकेटकीपर बल्लेबाज का सर्वोच्च स्कोर 183 रनों का है जो कि धोनी ने बनाया है।
4. एम एस धोनी के नाम टेस्ट क्रिकेट में दोहरा शतक लगाने वाले पहले और इकलौते भारतीय विकेटकीपर कप्तान होने का भी रिकॉर्ड दर्ज है।
5. इंटरनेशनल वनडे क्रिकेट मैचों में धोनी ने 217 छक्के लगाए हैं जो कि भारत की तरफ से सबसे ज़्यादा और दुनिया में चौथे सबसे ज़्यादा छक्के हैं।
6. वनडे में सबसे ज़्यादा रन बनाने वाले भारतीय विकेटकीपर बल्लेबाज़ हैं महेन्द्र सिंह धोनी।
7. धोनी 500 अंतर्राष्ट्रीय मुकाबले खेलने वाले दुनिया के पहले और इकलौते विकेटकीपर बल्लेबाज़ हैं।
8. 500 अंतर्राष्ट्रीय मुकाबले खेलने वाले तीसरे भारतीय क्रिकेटर, उनसे पहले ये कारनामा सिर्फ़ सचिन तेंदुलकर और राहुल द्रविड़ ने किया था।
9. धोनी ने वनडे डेब्यू 2004 में बांग्लादेश के खिलाफ किया था, जिसमें वह शून्य पर रनआउट हो गए थे।
10. टेस्ट मैचों में धोनी ने अपना पहला मैच 2005 में श्रीलंका के खिलाफ खेला था।
11. महेंद्र सिंह धोनी ने वनडे और टेस्ट दोनों में ही अपना पहला शतक पाकिस्तान के खिलाफ बनाया था और दोनों ही बार उन्होंने 148 रनों की पारी खेली थी।
12. धोनी ने 90 टेस्ट मैचों में भारत का प्रतिनिधित्व किया है जिसमें उनके नाम 6 शतक हैं।
13. एम एस धोनी ने अब तक 318 वनडे खेले हैं जिसमें उनकी औसत 51.37 की है और वह 10,000 क्लब में शामिल होने से बस 33 रन दूर हैं।
14. धोनी के नाम अब तक 92 टी20 अंतर्राष्ट्रीय मुकाबले दर्ज हैं और वह अब भी टीम इंडिया के शानदार फिनिशर की भूमिका में हैं।
15. 2008 और 2009 में लगातार दो साल धोनी को आईसीसी की ओर से वनडे प्लेयर ऑफ द ईयर के खिताब से नवाजा गया।
16. आईसीसी के वनडे प्लेयर ऑफ द ईयर का अवॉर्ड लगातार दो बार जीतने वाले धोनी दुनिया के पहले क्रिकेटर हैं।
17. एम एस धोनी को 2007 में राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार से नवाजा गया था।
18. 2009 में उन्हें भारत के चौथे सबसे प्रतिष्ठित अवॉर्ड पद्मश्री से भा नवाजा गया।
19. इसी साल यानी 2018 में धोनी को देश के तीसरे सबसे प्रतिष्ठित पुरस्कार पद्म भूषण से भी नवाजा गया।
20. 2009, 2010 और 2013 में महेंद्र सिंह धोनी को आईसीसी ने आईसीसी टेस्ट-XI का कप्तान चुना।
21. धोनी 8 बार आईसीसी वनडे-XI का भी हिस्सा रह चुके हैं जिसमें 5 बार उन्हें कप्तान चुना गया, जो एक रिकॉर्ड है।
22. 1 नवंबर 2011 को भारतीय आर्मी की तरफ से एम एस धोनी को लेफ्टिनेंट की उपाधि से भी सम्मानित किया गया।
23. कपिल देव के बाद इस सम्मान को पाने वाले महेंद्र सिंह धोनी सिर्फ दूसरे क्रिकेटर हैं।
24. धोनी के नाम टेस्ट, वनडे और टी20 अंतर्राष्ट्रीय में सबसे ज़्यादा कप्तानी और अपनी कप्तानी में मैच जिताने का रिकॉर्ड है।
25. एम एस धोनी को पहली बार भारतीय क्रिकेट टीम की कप्तानी का मौका 2007 टी20 वर्ल्डकप में मिला था, जहां उन्होंने टीम इंडिया को वर्ल्ड चैंपियन बना दिया था।
26. वनडे में पहली बार एम एस धोनी ने टीम इंडिया की कप्तानी भी 2007 में की थी, उन्हें राहुल द्रविड़ की जगह कप्तान बनाया गया था।
27. धोनी की कप्तानी में ही पहली बार टीम इंडिया टेस्ट की नंबर वन टीम बनी थी।
28. 2011 में धोनी की कप्तानी में भारत ने 50 ओवर का वर्ल्डकप भी जीता, कपिल देव के बाद भारत को वनडे का वर्ल्ड चैंपियन बनाने वाले धोनी सिर्फ दूसरे कप्तान हैं।
29. 2011 वर्ल्डकप फाइनल में एम एस धोनी ने श्रीलंका के खिलाफ 79 गेंदों में 91 रनों की नाबाद पारी खेली थी और छक्के के साथ टीम इंडिया को चैंपियन बनाया था।
30. 2011 वर्ल्डकप के फाइनल में मैन ऑफ द मैच रहे एम एस धोनी पहले और इकलौते भारतीय कप्तान हैं जिन्हें वर्ल्डकप के फाइनल में इस अवॉर्ड से नवाजा गया।
31. 2013 में एम एस धोनी की कप्तानी में भारत इंग्लैंड में खेली गई चैंपियंस ट्रॉफी में चैंपियन रही थी, जिसके बाद धोनी के नाम आईसीसी की तीनों ट्रॉफी जीतने का रिकॉर्ड दर्ज हो गया।
32. 2013 में 40 सालों में पहली बार भारत ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज में क्लीन स्वीप किया था, और ये जीत एम एस धोनी की ही कप्तानी में हासिल की गई थी।
33. 2015-16 में भारत पहली टीम बनी थी जिसने ऑस्ट्रेलिया का उसी की सरज़मीं पर व्हाइटवॉश किया हो, भारत ने तब एम एस धोनी की कप्तानी में 3 मैचों की टी20 सीरीज में कंगारुओं को 3-0 से हराया था।
34. 2011 में प्रतिष्ठित टाइम मैगज़ीन ने धोनी को दुनिया के 100 प्रभावशाली शख़्सियत में जगह दी थी।
35. 2015 में प्रतिष्ठित मैगज़ीन फ़ोर्ब्स ने एम एस धोनी को दुनिया का 23वां सबसे अमीर एथलीट करार दिया था।
36. एम एस धोनी ने 500 अन्तर्राष्ट्रीय मुकाबलों में कुल 780 शिकार किए हैं और ऐसा करने वाले वह पहले भारतीय और दुनिया के तीसरे विकेटकीपर हैं, उनसे ऊपर सिर्फ़ दक्षिण अफ़्रीका के मार्क बाउचर (998) और ऑस्ट्रेलिया के एडम गिलक्रिस्ट (905) हैं।
37. विश्व क्रिकेट में सबसे ज़्यादा 178 स्टंपिंग का वर्ल्ड रिकॉर्ड भी धोनी के नाम है, टी20 अंतर्राष्ट्रीय में धोनी के नाम 82 स्टंपिंग का वर्ल्ड रिकॉर्ड है।
आईसेक्ट ग्रुप भोपाल: आईसेक्ट द्वारा ग्लोबल पर्सनल डेवलपमेंट विषय पर विशेष ट्रेनिंग सेशन आयोजित
डिजिटल डेस्क, भोपाल। आईसेक्ट के एचआर एवं लर्निंग एंड डेवलपमेंट डिपार्टमेंट द्वारा एम्पलॉइज के लिए ग्लोबल पर्सनल डेवलपमेंट पर एक विशेष ट्रेनिंग सेशन का आयोजन किया गया। इसमें यूनाइटेड किंगडम के कॉर्पोरेट इंटरनेशनल ट्रेनर जुबेर अली द्वारा प्रशिक्षण प्रदान किया गया। जिसमें उन्होंने प्रशिक्षणार्थियों को अपने अनुभवों, डेमोंस्ट्रेशन, वीडियो, स्लाइड शो के माध्यम से नई स्किल्स को प्राप्त करने और अपनी पर्सनेलिटी को बेहतर बनाने के तरीके बताए। साथ ही उन्होंने पर्सनेलिटी डेवलपमेंट और अपस्किलिंग के महत्व पर बात की और बताया कि करियर ग्रोथ के लिए यह कितना आवश्यक है। इस दौरान उन्होंने सफलता के लिए नौ सक्सेस मंत्र भी दिए। इस दौरान कार्यक्रम में एचआर कंसल्टेंट डी.सी मसूरकर और अल नूर ट्रस्ट के सदस्य उपस्थित रहे।
इस पहल पर बात करते हुए आईसेक्ट के निदेशक सिद्धार्थ चतुर्वेदी ने कहा कि आईसेक्ट कौशल विकास के महत्व को समझता है इसी कारण अपने एम्पलॉइज की अपस्किलिंग के लिए लगातार विभिन्न प्रशिक्षण सेशन का आयोजन करता है। इसी कड़ी में ग्लोबल पर्सनेल डेवलपमेंट पर यह ट्रेनिंग सेशन भी एक कदम है।
स्कोप कैम्पस: खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2022 की मशाल रैली भीमबेटका, ओबेदुल्लागंज, मंडीदीप, भोजपुर होते हुए पहुंची रबीन्द्रनाथ नाथ टैगोर विश्वविद्यालय और स्कोप कैम्पस
डिजिटल डेस्क, भोपाल। रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय और खेल एवं युवा कल्याण विभाग रायसेन के संयुक्त तत्वावधान में खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2022 की मशाल रैली आयोजित की गई। यह यात्रा होशंगाबाद से पर्वतारोही भगवान सिंह भीमबेटका लेकर पहुंचे। फिर भीमबेटका से रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय ने मशाल लेकर ओबेदुल्लागंज की ओर प्रस्थान किया। ओबेदुल्लागंज में रैली का स्वागत किया गया। साथ ही ओबेदुल्लागंज में मशाल यात्रा को विभिन्न स्थानों पर घुमाया गया। तत्पश्चात यात्रा ने मंडीदीप की ओर प्रस्थान किया। मंडीदीप में यात्रा का स्वागत माननीय श्री सुरेंद्र पटवा जी, भोजपुर विधायक ने किया। अपने वक्तव्य में उन्होंने खेलों को बढ़ावा देने के लिए मप्र सरकार द्वारा की जा रही पहलों की जानकारी दी और युवाओं को खेलों को जीवन में अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया। इसके अलावा खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2022 में खिलाड़ियों को जीत के लिए शुभकामनाएं दीं। उन्होंने खेलों इंडिया यूथ गेम्स के आयोजन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मप्र के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के प्रयासों को रेखांकित किया।
साथ ही कार्यक्रम में रायसेन के डिस्ट्रिक्ट स्पोर्ट्स ऑफिसर श्री जलज चतुर्वेदी ने मंच से संबोधित करते हुए कहा कि खेलों को बढ़ावा देने के लिए सरकार की विभिन्न गतिविधियों पर प्रकाश डाला और खेलों इंडिया यूथ गेम्स के खिलाड़ियों को शुभकामनाएं दीं। यहां से धावकों ने मशाल को संभाला और दौड़ते हुए भोजपुर मंदिर तक पहुंचे। मंदिर से फिर यात्रा रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय तक पहुंचती और यहां यात्रा का डीन एकेडमिक डॉ. संजीव गुप्ता द्वारा और उपकुलसचिव श्री समीर चौधरी, उपकुलसचिव अनिल तिवारी, उपकुलसचिव ऋत्विक चौबे और स्पोर्ट्स ऑफिसर सतीश अहिरवार द्वारा भव्य स्वागत किया जाता है। मशाल का विश्वविद्यालय में भी भ्रमण कराया गया। यहां से यात्रा स्कोप कैम्पस की ओर प्रस्थान करती है। स्कोप कैम्पस में स्कोप इंजीनियरिंग कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. डी.एस. राघव और सेक्ट कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. सत्येंद्र खरे ने स्वागत किया और संबोधित किया। यहां से मशाल को खेल एवं युवा कल्याण विभाग के उपसंचालक जोश चाको को सौंपा गया।