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IND vs ENG 5th test: राहुल की जगह मिल सकता है पृथ्वी को मौका

हाईलाइट
- भारत के पास सम्मान बचाने का आखिरी मौका।
- इंग्लैंड और भारत का पाचंवा और अंतिम टेस्ट शुक्रवार से ओवल में खेला जाएगा।
- सीरीज के आखिरी टेस्ट में प्रतिभाशाली बल्लेबाज पृथ्वी शॉ को मौका मिल सकता है।
डिजिटल डेस्क,लंदन। इंग्लैंड के खिलाफ चल रही पांच मैचों की टेस्ट सीरीज में भारत इंग्लैंड से 3-1 से पिछड़ रहा है। अगर भारत को अब अपना सम्मान बचाना है, तो यह अब भारत के पास अंतिम मौका है। भारत को किसी भी तरह से आखिरी टेस्ट मैच में जीत हासिल करनी होगी। इंग्लैंड और भारत का पाचंवा और अंतिम टेस्ट शुक्रवार से ओवल में खेला जाएगा। भारतीय टीम इस टेस्ट में जीत हासिल करने के लिए भरपूर कोशिश करेगी। इस टेस्ट में 2018 अंडर -19 विश्वकप जीतने वाली टीम के कप्तान पृथ्वी शॉ को मौका दिया जा सकता है।
अगर इस टेस्ट में पृथ्वी खेलते हैं तो यह उनका टेस्ट में डेब्यू होगा। दरअसल, भारतीय टीम में विराट कोहली को छोड़ कर कोई बल्लेबाज अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पा रहा है। सलामी बल्लेबाज केएल राहुल और शिखर धवन भी इस सीरीज में फ्लॉप साबित हुए हैं। ऐसे में उम्मीद है कि, सीरीज के आखिरी टेस्ट में प्रतिभाशाली बल्लेबाज पृथ्वी शॉ को मौका मिल सकता है।
बीसीसीआई की वरिष्ठ चयन समिति ने इंग्लैंड के खिलाफ शेष दो टेस्ट मैचों के लिए मुरली विजय और कुलदीप यादव की जगह पृथ्वी शॉ और हनुमा विहारी को टीम में शामिल किया गया था। पृथ्वी को मुरली विजय की जगह टीम में चुना गया। वहीं हनुमा को चाइनामैन कुलदीप यादव की जगह टीम में चुना गया था, लेकिन दोनों खिलाड़ीयों को चौथे टेस्ट में मौका नहीं मिला।
पृथ्वी और हनुमा को लगातार घरेलू क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन की वजह से टीम में शामिल किया गया था। शॉ और विहारी दोनों बल्लेबाजी में जबरदस्त फॉर्म में हैं। इस महीने की शुरुआत में दोनों खिलाड़ीयों ने दक्षिण अफ्रीका ए के खिलाफ शतक लगाए गए थे। इंग्लैंड दौरे पर भी दोनों ने काफी प्रभावित किया है। पृथ्वी इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में दिल्ली डेयरडेविल्स की ओर से खेले थे। इसके अलावा पृथ्वी के नेतृत्व में भारतीय अंडर -19 टीम फरवरी में विश्वकप जीती थी। 18 वर्षीय शॉ भारत की ए टीम का हिस्सा भी हैं। वहीं हनुमा विहारी आंध्र प्रदेश टीम के कप्तान रह चुके हैं।
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ध्यान रखें की प्रॉपर्टी RERA अप्रूव्ड हो
कोई भी प्रॉपर्टी खरीदने से पहले इस बात का ध्यान रखे कि वो भारतीय रियल एस्टेट इंडस्ट्री के रेगुलेटर RERA से अप्रूव्ड हो। रियल एस्टेट रेगुलेशन एंड डेवेलपमेंट एक्ट, 2016 (RERA) को भारतीय संसद ने पास किया था। RERA का मकसद प्रॉपर्टी खरीदारों के हितों की रक्षा करना और रियल एस्टेट सेक्टर में निवेश को बढ़ावा देना है। राज्य सभा ने RERA को 10 मार्च और लोकसभा ने 15 मार्च, 2016 को किया था। 1 मई, 2016 को यह लागू हो गया। 92 में से 59 सेक्शंस 1 मई, 2016 और बाकी 1 मई, 2017 को अस्तित्व में आए। 6 महीने के भीतर केंद्र व राज्य सरकारों को अपने नियमों को केंद्रीय कानून के तहत नोटिफाई करना था।