35 साल बाद कुरेन ने भारत से लिया पिता की हार का बदला
- 92 रन देकर लिए 5 विकेट।
- सैम कुरेन ने टीम इंग्लैड को दिलाई जीत।
- सैम कुरेन ने लिया पिता की हार का बदला ।
डिजिटल डेस्क, बर्मिंघम। इंग्लैंड के खिलाफ बर्मिंघम के एजबेस्टन क्रिकेट ग्राउंड में खेला गया पहला टेस्ट टीम इंडिया हार गई है। इंग्लैंड टीम ने यह टेस्ट 31 रन से जीत लिया है। मैच के चौथे दिन टीम इंडिया अपने स्कोर में महज 52 रन और जोड़ सकी और 162 रन पर ऑलआउट हो गई। इंग्लिश बॉलर सैम कुरन को अपने हरफनमौला प्रदर्शन के चलते मैन ऑफ द मैच चुना गया। जिन्होंने मैच में 92 रन देकर पांच विकेट (पहली पारी में चार विकेट) लेने के अलावा 87 रन (दूसरी पारी में 63 रन) का अहम योगदान दिया था। ऐसा कर उन्होंने अपने पिता की 35 साल पुरानी हार का बदला पुरा किया।
इंग्लैंड ने भारत को हराकर पांच मैचों की इस सीरीज में 1-0 की बढ़त हासिल कर ली है। भारतीय टीम को चौथी पारी में मैच जीतने के लिए 194 रन का लक्ष्य मिला था, लेकिन कप्तान कोहली की 51 रन की शानदार पारी के बावजूद पूरी टीम 162 रन पर ढेर होकर मैच 31 रन से गंवा बैठी।
इससे पहले चौथे दिन का खेल शुरू होते ही टीम इंडिया के बल्लेबाज एक के बाद एक पवेलियन लौट गए। तीसरे दिन के नाबाद बल्लेबाज दिनेश कार्तिक और विराट कोहली ज्यादा कुछ नहीं कर सके और क्रमश 20 और 51 रन बनाकर चलते बने। हार्दिक पंड्या (31) ने कुछ देर जरूर संघर्ष किया लेकिन यह नाकाफी रहा। इससे पहले तीसरे दिन का खेल खत्म होने तक भारत ने पांच विकेट पर 110 रन बनाए थे। कप्तान विराट कोहली 43 रन और विकेटकीपर बल्लेबाज दिनेश कार्तिक 18 रन बनाकर नाबाद थे। भारत को चौथे दिन टेस्ट जीतने के लिए 84 रन की जरूरत थी।
मैच के तीसरे दिन इंग्लैंड ने दूसरी पारी में एक विकेट के नुकसान पर 9 रन से आगे खेलना शुरु किया था। इसके बाद इंग्लैंड के कप्तान भी कुछ खास नहीं कर सके। इंग्लैंड की टीम इससे उबर नहीं सकी। भारतीय तेज गेंदबाज इशांत शर्मा ने इसका जमकर फायदा उठाया। उन्होंने अपने कहर बरपाती गेंद से मेजबान टीम के चार विकेट गिरा दिये। एक वक्त इंग्लैंड ने अपने सात विकेट सिर्फ 87 रन पर खो दिये थे। हालांकि इसके बाद इंग्लैंड के हरफनमौला खिलाड़ी सैम कुरन ने 63 रन से इंग्लैंड की वापसी कराई। उन्होंने आउट होने से पहले बेहतरीन 63 रनों का योगदान दिया और इंग्लैंड को सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाया था। आखिरकार उनका ओवरऑल प्रदर्शन टीम इंडिया के लिए हार का कारण बना गया।
ऐसे लिया पिता की हार का बदला
इस मैच में इंग्लैंड को जीत दिलाकर सैम ने 35 साल पहले अपने पिता को मिली हार का बदला भी भारत से पूरा किया। 1983 वनडे वर्ल्ड कप के जब कप्तान कपिल देव ने नाबाद 175 रन की अविश्वसनीय पारी खेलकर जिंबाब्वे के सपनों को चकनाचूर कर दिया था। कपिल ने 17 रन पर 5 विकेट गंवाने वाली टीम को 266/8 के स्कोर तक पहुंचाया था। उस वक्त 267 रन का लक्ष्य लेकर उतरी जिंबाब्वे की तरफ से केविन मार्शल कुरन ने 73 रन की अच्छी पारी खेली थी और 63 रन देकर तीन भारतीय बल्लेबाजों को भी अपना शिकार बनाया था। कुरेन एक खानदानी क्रिकेटर हैं। केविन मार्शल सैम कुरन के पिता हैं, जो कि जिंबाब्वे की वर्ल्ड कप टीम का हिस्सा थे। यही नहीं, सैम के दादा केविन पैट्रिक ने भी जिंबाब्वे के लिए 7 फर्स्ट क्लास मैच खेले थे। सैम के बड़े भाई टॉम कुरन भी इंग्लैंड के लिए तीनों फॉर्मेट में खेलते हैं। कुरेन के मंझले भाई बेन भी इंग्लैंड में घरेलू क्रिकेट खेलते हैं।
Created On :   5 Aug 2018 9:15 AM GMT