ऑन कोर्ट कोचिंग में कुछ भी गलत नहीं
- खिलाड़ी ने कहा
- मैच के दौरान फीडबैक लेना वास्तव में अच्छा है
डिजिटल डेस्क, मुंबई। दुनिया के दूसरे नंबर के खिलाड़ी डेनियल मेदवेदेव ने ऑस्ट्रेलियन ओपन सेमीफाइनल के दौरान प्रतिद्वंद्वी स्टेफानोस सितसिपास के पिता के खिलाफ शिकायत की थी कि वह अपने बेटे को कोर्ट पर कोचिंग दे रहे थे, इस बात को लेकर उन्होंने चेयर अंपायर के खिलाफ भी नाराजगी जाहिर की थी। अब यह विवाद का विषय बन गया है।
मेदवेदेव, जिन्होंने राफेल नडाल के साथ एक खिताबी मुकाबले को सुरक्षित करने के लिए सितसिपास को हराने के लिए आगे बढ़े, मैच के बाद गलत आचरण के लिए उन पर 12 हजार अमरीकी डालर का जुर्माना लगाया गया।
टाटा ओपन महाराष्ट्र में हिस्सा लेने के लिए मुंबई में मौजूद इतालवी टेनिस खिलाड़ी लोरेंजो मुसेट्टी ने कहा कि मैच के बीच में कोचिंग अच्छी है और इसकी अनुमति दी जानी चाहिए। दुनिया के 60वें नंबर के खिलाड़ी ने कहा कि मैचों के दौरान फीडबैक से खिलाड़ियों को मदद मिलती है और इसलिए इसे अन्य खेलों की तरह अपनाया जाना चाहिए।
19 वर्षीय खिलाड़ी ने कहा, मैच के दौरान फीडबैक लेना वास्तव में अच्छा है। इसलिए मुझे लगता है कि यह खिलाड़ियों के लिए अच्छा है और भविष्य के लिए एक अच्छा विचार हो सकता है। मुसेटी ने कहा, मैच के दौरान कोचिंग बहुत उपयोगी है। यह अन्य खेलों में भी मौजूद है, इसलिए मुझे उम्मीद है कि इसे जल्द ही दौरे पर अपनाया किया जाएगा।
मुसेटी ऑस्ट्रेलियन ओपन के पहले दौर में ऑस्ट्रेलिया के 42वें नंबर के एलेक्स डि मिनौर से 3-6, 6-3, 6-0, 6-3 से हार गए थे, लेकिन इतालवी खिलाड़ी ने कहा कि उन्हें विश्वास है कि 2022 उनके लिए शानदार साल होगा।
आईएएनएस
Created On :   30 Jan 2022 7:00 PM IST