बदहाल व्यवस्था: जिला अस्पताल के हालात... तकनीकि फॉल्ट से मशीनें बंद, ब्लड जांच के लिए भटक रहे मरीज
- जिला अस्पताल में स्वास्थ्य सेवाएं बदहाल
- ओपीडी के मरीजों को लौटाया
- सिर्फ भर्ती मरीजों की कर रहे जांच
डिजिटल डेस्क, छिंदवाड़ा। मेडिकल कॉलेज से संबद्ध जिला अस्पताल के पैथालॉजी लैब की स्थिति बदहाल है। यहां तकनीकि फॉल्ट आने से जांच मशीनें बंद है। जिसकी वजह से मरीज ब्लड जांच के लिए भटक रहे है। गुरुवार को ओपीडी के लगभग चार सौ मरीजों को लौटा दिया गया। वार्ड में भर्ती मरीजों के सैंपलों की सौंसर व सिवनी भेजकर जांच कराई जा रही है।
बताया जा रहा है कि भोपाल की एक कंपनी के पास पैथालॉजी लैब की जांच का ठेका है। पिछले तीन दिनों से मशीनें खराब पड़ी है। मशीनें बंद होने से मरीजों की आफत हो गई है। गुरुवार को पैथालॉजी प्रबंधन ने भी हाथ खड़े कर लिए। ओपीडी में जांच कराने आ रहे मरीजों को मशीन खराब होने का हवाला देकर लौटा दिया गया। दोपहर तक लगभग चार सौ मरीज लैब से वापस लौटाएं गए। ऐसे में परेशान हो रहे कई मरीजों ने निजी संस्थानों में जाकर ब्लड जांच कराई। प्रबंधन का कहना है कि इंजीनियर को बुला लिया गया है। मशीनों का सुधार कार्य कर शुक्रवार से जांचें शुरू कर दी जाएगी।
15 दिनों से लैब के यही हालात-
बताया जा रहा है कि पिछले 15-20 दिनों से लैब में यही स्थिति बनी हुई है। मशीनें कभी भी बंद हो जाती है। लैब प्रबंधन द्वारा ठेका कंपनी से सुधार कार्य के लिए लगातार पत्राचार किया जा रहा है। पिछले दिनों जैसे-तैसे मशीनों का मेंटेनेंस किया गया, लेकिन दोबारा मशीन बंद हो गई।
एक दिन में 1700 तक होती है जांचें
रोजाना एक हजार से अधिक लोग जिला अस्पताल आकर इलाज कराते है। इनमें से लगभग 350 से 400 मरीजों को ब्लड व यूरिन संबंधी जांचें चिकित्सक लिखते है। कई मरीजों की तीन से चार प्रकार की जांचें होती है। ऐसे में लैब में रोजाना लगभग 15 से 17 सौ जांचें होती है। मशीनों के बंद होने से मरीज खासे परेशान है।
निजी संस्थानों में जांच कराने मजबूर
कई मामलों में जांच रिपोर्ट के आधार पर ही चिकित्सक आगे का इलाज करते है। ऐसे में मरीजों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। सरकारी मशीन बंद होने की वजह से मरीजों को निजी संस्थानों में शुल्क देकर जांच कराना पड़ रहा है।
क्या कहते हैं अधिकारी
प्रभारी पैथालॉजी डॉ. ममता आनदेव ने बताया कि मशीन बंद होने से ओपीडी के मरीजों को लौटाना पड़ा था। कंपनी से इंजीनियर बुलाकर मशीनों का सुधार कार्य करा लिया गया है। शुक्रवार से रोजाना की तरह सैंपलों की जांच शुरू कर दी जाएगी।
Created On :   28 Jun 2024 10:42 AM IST