दिल्ली के नजफगढ़ में लगातार दूसरे दिन पारा 46 डिग्री के पार, जल्द राहत की उम्मीद

दिल्ली के नजफगढ़ में लगातार दूसरे दिन पारा 46 डिग्री के पार, जल्द राहत की उम्मीद
New Delhi: Women cover their face with scarves to shield themself from the scorching heat during a hot summer afternoon, on Thursday, April 11, 2023. (Photo:IANS/Anupam Gautam)
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। दिल्ली में सोमवार को भीषण गर्मी की स्थिति बनी रही, जिससे राजधानी के लोगों को काफी परेशानी हुई। हालांकि मौसम विभाग के अनुसार, जल्द ही राहत मिलने की उम्मीद है।

मौसम विभाग के अनुसार, नजफगढ़ में सोमवार को राज्य का सबसे अधिक अधिकतम तापमान 46.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि पीतमपुरा और नरेला में पारा क्रमश: 45.8 डिग्री और 45.3 डिग्री सेल्सियस तक चढ़ा।

आयानगर में 44.4 डिग्री सेल्सियस और पालम में 44.2 डिग्री रिकॉर्ड किया गया।

भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) ने भविष्यवाणी की कि बुधवार से बारिश से कुछ राहत मिलने तक इसी तरह की स्थिति बनी रहेगी।

विभाग ने कहा कि पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र पर सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ बुधवार से शुरू होने वाले उत्तर-पश्चिमी मैदानी इलाकों में बारिश, ओलावृष्टि और तेज हवाएं लाएगा। गुरुवार तक अधिकतम तापमान 36 डिग्री सेल्सियस तक गिर जाएगा।

आईएमडी के मुताबिक, रविवार को नजफगढ़ में सबसे ज्यादा 46.3 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया था।

ज्यादा तापमान वाले अन्य क्षेत्रों में पीतमपुरा, रोहिणी, बवाना, आयानगर, रिज और पालम आदि शामिल थे, जहां तापमान 43.8 से 45 डिग्री सेल्सियस के बीच था।

सफदरजंग ऑब्जर्वेटरी में अधिकतम तापमान 42.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो दीर्घकालीन औसत से तीन डिग्री सेल्सियस अधिक था।

दिल्ली पर भीषण गर्मी का उल्लेखनीय प्रभाव पड़ा। दोपहर के समय सड़कों पर कम वाहन दिखाई दिए। आमतौर पर व्यस्त रहने वाली सड़कें सुनसान नजर आ रही हैं क्योंकि लोग चिलचिलाती धूप से बचने के लिए आश्रय ढूंढते हैं। पूरे दिन सापेक्षिक आद्र्रता के स्तर में 25 प्रतिशत से 74 प्रतिशत के बीच रही।

राष्ट्रीय राजधानी में तापमान काफी ज्यादा है और लू की स्थिति में देखी जा रही है। डॉक्टरों ने सोमवार को लोगों को प्रतिकूल स्वास्थ्य प्रभावों के प्रति आगाह किया।

इंद्रप्रस्थ अपोलो अस्पताल नई दिल्ली में आंतरिक चिकित्सा के वरिष्ठ सलाहकार डॉ. राकेश गुप्ता ने आईएएनएस को बताया, लंबे समय तक उच्च तापमान के संपर्क में रहने से हीट एग्जॉशन और हीटस्ट्रोक जैसी गर्मी से संबंधित बीमारियां हो सकती हैं। इसके अतिरिक्त लू से श्वसन तथा हृदय संबंधी बीमारियां और बढ़ सकती हैं। यहां तक कि मृत्यु दर में वृद्धि भी हो सकती है।

फोर्टिस एस्कॉर्ट्स - ओखला के डॉ. प्रदीप कवात्रा ने कहा, लू का संपर्क वृद्ध लोगों और पुरानी बीमारी वाले लोगों के लिए बहुत हानिकारक हो सकता है। लंबे समय तक सीधे संपर्क में रहने से शरीर में पानी की कमी और हाइपरथर्मिया (शरीर का असामान्य रूप से उच्च तापमान) हो सकता है।

(आईएएनएस)

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Created On :   22 May 2023 9:49 PM IST

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