कबाड़ हो चुकी एंबुलेंस का पर्यटन के लिए हो रहा उपयोग

कबाड़ हो चुकी एंबुलेंस का पर्यटन के लिए हो रहा उपयोग
  • स्वास्थ्य सुविधा की दरकार
  • 20 वर्ष से अधिक पुरानी है एम्बुलेंस
  • अपने पैसे से वाहन सुधारने का दावा

डिजिटल डेस्क, चंद्रपुर । चिमूर तहसील के सावरी बिडकर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र अनेक समस्याओं की वजह से पहचाना जाता है। इन दिनों यहां की कबाड़ घोषित की गई एम्बुलेंस का उपयोग पर्यटन के लिए किया जा रहा है। चिमूर, वरोरा तहसील के अंतिम छोर पर सावरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र है। इस स्वास्थ्य केंद्र से वरोरा और चिमूर तहसील के अनेक गांव जुड़े हुए हैं। किसी मरीज को अस्पताल पहुंचाने में एम्बुलेंस काफी कारगर साबित होती है। ऐसे में मरीज की जान बचायी जा सकती है लेकिन यहां की एम्बुलेंस इन दिनों निमडेला गेट से रामदेगी पर्यटकों को ले जाते दिखाई दी है जो चर्चा का विषय बना है। इसलिए जिला स्वास्थ्य अधिकारी को इस ओर ध्यान देने की मांग प्रहार सेवक विनोद उमरे ने की है।

20 वर्ष से अधिक पुरानी हो चुकी एम्बुलेंस : एमएच 34 ए 7073 क्रमांक की एम्बुलेंस आज 20 वर्ष से अधिक पुरानी हो चुकी है। उसे स्क्रैप घोषित कर दो वर्ष पूर्व पत्र जारी किया गया है। यह एम्बुलेंस खड़ी रहती थी इसलिए उस पर मैंने खुद के 60 से 70 हजार रुपए खर्च कर उसे चलने लायक बनाया। अब गाड़ी का मैं खुद उपयोग करता हूं। गाड़ी को सुधारने के लिए सरकार से कोई पैसे नहीं लिए। -डा. नितीन चौधरी, वैद्यकीय अधिकारी, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र

Created On :   19 May 2023 2:58 PM IST

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