Statue of unity के लिए PM मोदी ने 8 ट्रेनों को दिखाई हरी झंडी, कहा- रेलवे के इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ
डिजिटल डेस्क, केवडिया। गुजरात के केवडिया में बनी सरदार पटेल की प्रतिमा को विश्व के पर्यटन नक्शे पर लाने के लिए PM नरेंद्र मोदी ने केवडिया के लिए 8 ट्रेनों को हरी झंडी दिखाई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत के इतिहास में ये पहली बार हुआ है कि एक साथ किसी खास जगह पर जाने के लिए आठ ट्रेनों को हरी झंडी दिखाई गई है।
इस अवसर पर पीएम मोदी ने कहा, एक भारत - श्रेष्ठ भारत की बहुत सुंदर तस्वीर आज यहां दिख रही है। आज इस कार्यक्रम का रूप स्वरूप बहुत विशाल है, अपने आप में ऐतिहासिक है। रेलवे के इतिहास में संभवतः पहली बार ऐसा हो रहा है कि जब एक साथ देश के अलग अलग कोने से एक ही जगह के लिए इतनी ट्रेनों को हरी झंडी दिखाई गई हो। केवड़िया जगह भी ऐसी है जिसकी पहचान एक भारत-श्रेष्ठ भारत का मंत्र देने वाले, देश का एकीकरण करने वाले सरदार पटेल की सबसे ऊंची प्रतिमा स्टैच्यू ऑफ यूनिटी, सरदार सरोवर बांध से है।
पीएम मोदी ने कहा, आज का ये आयोजन सही मायने में भारत को एक करती, भारतीय रेल के विजन और सरदार वल्लभ भाई पटेल के मिशन दोनों को परिभाषित कर रहा है। आज केवड़िया के लिए निकल रही ट्रेनों में एक ट्रेन पुरैच्ची तलैवर डॉ. एमजी रामचंद्रन सेंट्रल रेलवे स्टेशन से भी आ रही है। ये भी सुखद संयोग है कि आज भारत रत्न एमजी रामचंद्रन की जयंती भी है। इस रेल कनेक्टिविटी का सबसे बड़ा लाभ स्टैच्यू ऑफ यूनिटी देखने आने वाले पर्यटकों को तो मिलेगा ही, साथ ही ये केवडिया के आदिवासी भाई बहनों का जीवन भी बदलने जा रही है।
पीएम मोदी ने कहा, आज केवड़िया गुजरात के सुदूर इलाके में बसा एक छोटा सा ब्लॉक नहीं रह गया है, बल्कि केवड़िया विश्व के सबसे बड़े पर्यटक क्षेत्र के रूप में आज उभर रहा है। ये कनेक्टिविटी सुविधा के साथ साथ रोजगार और स्वरोजगार के नए अवसर भी लेकर आएगी। स्टैच्यू ऑफ यूनिटी और सरदार सरोवर बांध की भव्यता और विशालता का एहसास आप केवडिया पहुंचकर ही कर सकते हैं। अब यहां सैकड़ों एकड़ में फैला जूलॉजिकल पार्क है, जंगल सफारी है। छोटा सा खूबसूरत केवड़िया इस बात का बेहतरीन उदाहरण है कि कैसे प्लान तरीके से पर्यावरण की रक्षा करते हुए इकोनॉमी और इकोलॉजी दोनों का तेजी से विकास किया जा सकता है।
पीएम मोदी ने कहा, एक तरफ आयुर्वेद और योग पर आधारित आरोग्य वन है, तो दूसरी तरफ पोषण पार्क है। रात में जगमगाता ग्लो गार्डन है, तो दिन में देखने के लिए कैक्टस गार्डन और बटरफ्लाई गार्डन है। पर्यटकों को घुमाने के लिए एकता क्रूज है, तो दूसरी तरफ नौजवानों को साहस दिखाने के लिए राफ्टिंग का भी इंतेजाम है। यानी बच्चे, युवा और बुजुर्ग सभी के लिए बहुत कुछ है।बीते वर्षों में देश में रेलवे के पूरे तंत्र में व्यापक बदलाव करने के लिए काम किया गया।
पीएम मोदीने कहा, ये काम सिर्फ बजट बढ़ाना, घटाना, नई ट्रेनों की घोषणा करने तक सीमित नहीं रहा। ये परिवर्तन अनेक मोर्चों पर एक साथ हुआ है। अब जैसे केवडिया को रेल से कनेक्ट करने वाले इस प्रोजेक्ट का ही उदाहरण देखें तो इसके निर्माण में मौसम और कोरोना महामारी जैसी अनेक बाधाएं आई। लेकिन रिकॉर्ड समय में इसका काम पूरा किया गया। जिस नई निर्माण टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल अब रेलवे कर रही है, उसने इसमें बहुत मदद की।
ट्रेन | कहां से कहां तक | रवाना/पहुंचेगी | कितने दिन चलेगी |
वाराणसी-केवडिया एक्सप्रेस | वाराणसी से केवडिया | सुबह 11.12 बजे/अगली दोपहर 2.57 बजे | हर रविवार |
दादर-केवडिया एक्सप्रेस | दादर से केवडिया | सुबह 11.12बजे/शाम 6.42 बजे | हर रविवार |
अहमदाबाद-केवडिया जनशताब्दी | अहमदाबाद से केवडिया | सुबह 7.55/सुबह 10.40 बजे | हर दिन |
निजामुद्दीन-केवडिया | निजामुद्दीन (दिल्ली) से केवडिया | सुबह 11.12 बजे/रात 1.07 बजे | हर रविवार |
रीवा-केवडिया एक्सप्रेस | रीवा से केवडिया | सुबह 11.12 बजे/अगली सुबह 9.25 बजे | हर रविवार |
चेन्नई-केवडिया एक्सप्रेस | चेन्नई से केवडिया | सुबह 11.12 बजे/अगली शाम 6.10 बजे | हर रविवार |
प्रतापनगर-केवडिया मेमू | प्रतापनगर से केवडिया | दोपहर 3.35 बजे/शाम 5 बजे | हर दिन |
केवडिया-प्रतापनगर मेमू | केवडिया से प्रतापनगर | रात 9.55 बजे/रात 11.20 बजे | हर दिन |
Created On :   17 Jan 2021 12:51 PM IST