समुद्र की लहरों को चीर कर बन रहा देश का सबसे लंबा समुद्री ब्रिज
सुजीत गुप्ता, मुंबई। शिवडी से न्हावा शेवा को जोड़ने वाले 21 किमी लंबे मुंबई ट्रांस हार्बर लिंक (एमटीएचएल) का ढांचा मई महीने के अंत तक तैयार हो जाएगा। इस परियोजना का 95 फीसदी काम पूरा हो चुका है। फिलहाल मुंबई मेट्रोपॉलिटन रीजन डेवलपमेंट अथॉरिटी (एमएमआरडीए) मुंबई ट्रांस हार्बर लिंक (एमटीएचएल) पर वायडक्ट का काम इसी महीने के अंत तक पूरा कर लेगी, ताकि परियोजना को साल के अंत से पहले पूरा किया जा सके। इस प्रोजेक्ट का 16.5 किमी का हिस्सा समुद्र से होकर गुजरेगा और 5.3 किमी का हिस्सा भूमि पर होगा। एमएमआरडीए ने इस परियोजना को पूरा करने की डेड लाइन दिसंबर 2023 तय की है।
मॉनसून के दौरान होगें काम
मई महीने के अंत तक डेक का काम पूरा हो जाने के बाद मॉनसून के दौरान ब्रिज के वाटर प्रूफिंग का काम किया जाएगा। इसके अलावा मुंबई ट्रांस हार्बर लिंक के ब्रिज पर डाबर की सड़क बनाने का काम भी शुरू कर दिया जाएगा। इसके साथ ही ब्रिज पर क्रेश बैरियर, सीसीटीवी, इंटेलिजेंट ट्रैफिक सिस्टम को लगाने का काम भी किया जाएगा। इस सिस्टम की खासियत यह है हादसा की सूचना सीधे एमटीएचएल के इंटेलिजेंट ट्रैफिक सिस्टम कंट्रोल को दी जाएगी। गाड़ी के खराब होने या कोई हादसा होने पर तत्काल मदद के लिए टोइंग वैन आदि सुविधाएं कंट्रोल रूम से घटनास्थल पर भेजी जाएंगी।
ओपन टोल सिस्टम
मुंबई ट्रांस हार्बर लिंक पर टोल बूथ की जगह दुबई की तर्ज पर ओपन टोल सिस्टम लगाया जाएगा। इस सिस्टम की खासियत यह है कि एमटीएचएल से जब गाडियां गुजरेंगी, गाड़ी के नंबर प्लेट की मदद से टोल का चालान कट जाएगा। वाहन मालिक को या तो ऑनलाइन टोल भरना होगा या फिर जब वाहन मालिक गाड़ी बेचेगा, उस दौरान उसे पूरा टोल भरना होगा।
4.7 किमी का विशेष बार्ज बनाया गया
समुद्र पर बन रहे इस पुल को जोड़ने के लिए कुल 70 ऑर्थोट्रोपिक स्टील डेक (ओएसडी) लॉन्च किए जाने थे। 9 मई को अंतिम ओएसडी को लॉन्च किया गया। समुद्र पर लॉन्च किए गए ओएसडी की लंबाई 90 मीटर से 180 मीटर है। ओएसडी को लाने और लॉन्च करने के लिए 4.7 किमी का एक विशेष बार्ज बनाया गया था। इस परियोजना में ओएसडी ढांचे के लिए 85 हजार टन स्टील का उपयोग किया गया है। ओएसडी स्पैन सुपरस्ट्रक्चर की लागत करीब 4,300 करोड़ रुपए है।
ड्राइव के साथ मिलेगा समुद्री दृश्य का आनंद
एमटीएचएल पर ड्राइविंग करते समय वाहन चालकों को समुद्री दृश्य का नजारा देखने को मिले, इसलिए एमएमआरडीए ने 1,550 मिमी की ऊंचाई पर वाहन क्रैश बैरियर लगाना भी शुरू कर दिया है। अधिकारियों के मुताबिक, यह कंक्रीट और मेटल का मिश्रण है।
70 हजार वाहनों का होगा आवागमन
एमटीएचएल के पूरा होने पर यह भारत का सबसे लंबा समुद्री पुल होगा। इस पर प्रतिदिन 70,000 वाहनों का आवागमन होगा। इस ब्रिज तक पहुंचने के लिए मुंबई में शिवडी, शिवाजी नगर और नवी मुंबई के चिरले में एनएच-4बी पर इंटरचेंज होंगे।
परियोजना को इसी साल दिसंबर तक पूरा करने का लक्ष्य है। परियोजना का 95 फीसदी काम पूरा हो चुका है, जबकि पिछले साल महज 51 फीसदी ही काम पूरा हुआ था। इस ब्रिज के तैयार हो जाने से मुंबई और नवी मुंबई की दूरी कम होगी। यह सब इंजीनियरिंग चमत्कार की बदौलत संभव हो पाया है। - एस वी आर श्रीनिवास, कमिश्नर-एमएमआरडीए, एमएमआर
Created On :   16 May 2023 11:24 AM IST