बिहार के इस गांव में लोग घरों में नहीं बल्कि पेड़ों पर करते हैं निवास, वजह जानकार रह जाएंगे हैरान

बिहार के इस गांव में लोग घरों में नहीं बल्कि पेड़ों पर करते हैं निवास, वजह जानकार रह जाएंगे हैरान
  • बिहार में देखने को मिला अजीबोगरीब मामला
  • पड़ों पर रहने के मजबूर हैं लोग
  • भागलपुर में देखने को मिला यह दृश्य

डिजिटल डेस्क, भोपाल। क्या आपने कभी लोगों को जमीन पर न रहकर पेड़ो पर रहने के बारे में सुना है? यदि नही तो ऐसा ही एक अजीबोगरीब वाकया बिहार के गांव से सामने आया है। जहां लोग जमीन पर बने घरों में रहने के बजाए पेड़ो पर रहना पंसद करते हैं। आइए जानते हैं आखिर क्यों ये लोग जमीन छोड़ पेड़ों पर रहते हैं?

मामला बिहार के सबौर प्रखंड से है

दरअसल, ये पूरा मामला बिहार के भागलपुर जिले के सबौर प्रखंड के शनतनगर बगडेर बगीचा की है। हैरानी की बात यह है कि ये बगीचा किसी पशु पक्षीयों के रहने के लिए नही है बल्कि यह बगीचा लोगों के रहने के लिए मशहूर हैं। लोगों यहां पेड़ों पर रहने की वजह बेहद गंभीर बताते हैं। दरअसल, बारिश के समय जिला अक्सर बाढ़ से प्रभावित होता रहता है। जिस वजह पानी के कटाव के चलते लोगों के घर डूब जाते हैं। जिसके चलते यहां के लोगो को पास के पेड़ो पर रहने के अलावा कोई चारा नही बचता है।

गंगा नदी में डूबे दोनों गांव

एक समय पहले बाबूपुर और रजनन्दीपुर बहुत बड़ा गावं हुआ करता था लेकिन गंगा नदी की वजह से दोनों ही गांव नदी की आगोश में समाते चले गए। जिसके बाद लोगों ने इन गांवो से पलायन कर शन्तनगर जाकर रहने लगे। लेकिन यहां भी हालात ज्यों के त्यों बने रहे। गांव नीचले स्थान पर होने के कारण यह हर साल बाढ़ की चपेट में आ जाता है।

पिछले 15 सालों से हालात ज्यों के त्यों

ऐसे हालातों में जीवन व्यतीत करते हुए इन लोगों को करीब 15 साल हो चुके हैं। बारिश के समय, हर बार लोगों को रहने के लिए पड़ो पर खुद का आशियाना बनाना पड़ता हैं। हालात इतने बदतर होते हैं कि लोगों के पास खाने-पीने और रात में तन को ढंकने के लिए कुछ नही रहता है।

Created On :   25 July 2023 5:42 PM GMT

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