अजब गजब: मगरमच्छ को अपने से भी बड़े जानवरों का शिकार करने में नहीं होती है परेशानी, हाथी और दरियाई घोड़े जैसे जानवर भी नहीं बच पाते इससे!

- नील नदी के मगरमच्छ करते हैं अपने से बड़े जानवरों का शिकार
- शिकार करते वक्त मगरमच्छ भी हो जाते हैं चोटिल
- अक्सर बड़े जानवरों के बच्चों को बनाते हैं निशाना
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। जंगल में कई सारे जानवरों का वास होता है। इसमें कुछ जानवर बहुत बड़े होते हैं तो कुछ जानवर छोटे होते हैं। ऐसे में कई जानवर तो ऐसे होते हैं जिनका आकार तो छोटा होता है लेकिन तब भी अपने से बड़े जानवरों को परेशान करके रखते हैं। आज हम ऐसे ही जानवर के बारे में बताने जा रहे हैं। हम बात कर रहे हैं मगरमच्छ की, जिसका हाथी जैसे बड़े जानवरों से आकार तो छोटा होता लेकिन तब भी इनका शिकार वो आराम से कर लेता है। तो चलिए जानते हैं कि मगरमच्छ अपने से बड़े जानवरों का शिकार कैसे करता है।
कब करते हैं शिकार?
ऐसा माना जाता है कि मगरमच्छ जंगल के बड़े जानवर जैसे हाथी, गेंडे और दरियाई घोड़े पर तभी हमला करते हैं जब मगरमच्छ बहुत भूखे होते हैं। लेकिन कई बार ऐसे जानलेवा हमले में मगरमच्छों को भी अपनी जान गंवानी पड़ती है।
कैसे करते हैं शिकार?
अक्सर मगरमच्छ हमले के वक्त हाथी की सूंड पर निशाना साधते हैं और कभी-कभी उनके पैरों को टार्गेट करते हैं। जिससे हाथी के भारी शरिर को जमीन पर गिराकर उसे कमजोर किया जा सके लेकिन कई बार हाथियों के पैरों पर हमला करते समय उनके नीचे दब कर मगरमच्छ घायल हो जाते हैं और कई बार तो अपनी जान ही गंवानी पड़ जाती है। लेकिन मगरमच्छ ज्यादातर हाथियों के बच्चों पर हमला करना बेहतर समझते हैं क्योंकी उनका शिकार करना एक बड़े हाथी के मुकाबले काफी आसान और कम जोखिम भरा होता है। इसी तरह ही मगरमच्छ दरियाई घोड़े के बच्चों को ही अपना शिकार बनाने की कोशिश करते हैं लेकिन इस लड़ाई में मगरमच्छ को काफी चोटें आती हैं, इसलिए वो दरियाई घोड़ों का शिकार कम ही करते हैं।
Created On :   5 May 2025 11:25 PM IST