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ये 10 राज्य हैं भारत में सबसे ज्यादा शिक्षित, जानें आप कौन से नंबर पर हैं?
हाईलाइट
- केरल का लिटरेसी रेट पूरे देश में सबसे ज्यादा 93.91% है
- लक्षद्वीप का लिटरेसी रेट 92.98% है
- मिजोरम का लिटरेसी रेट 91.58% है
डिजिटल डेस्क । किसी भी देश के डेवलपमेंट के लिए उस देश का शिक्षित होना बहुत जरूरी है। अगर भारत की बात की जाए तो ये दुनिया में दूसरी सबसे बड़ी आबादी वाला देश है, लेकिन फिर भी हमारा देश उतनी तरक्की नहीं जकर पा रहा है जितनी उम्मीद आजादी के वक्त की गई थी। चलिए आज हम आपको भारत के उन 10 राज्यों के बारे में बताते हैं, जो एजुकेशन के मामले में सबसे आगे हैं।
केरल- केरल का लिटरेसी रेट पूरे देश में सबसे ज्यादा 93.91% है। जो 2001 की जनगणना के अनुसार 3 प्रतिशत तक ज्यादा है।
लक्षद्वीप- केरल के बाद लक्षद्वीप का नंबर आता है। जिसकी लिटरेसी रेट 92.98% है। ये 2001 के सेन्सस से 5.62% ज्यादा है।
मिजोरम- मिजोरम का लिटरेसी रेट 91.58% है, जो 2001 के सेन्सस से 2.78% ज्यादा है, लेकिन इस बार ये तीसरे नंबर पर आ गया है।
त्रिपुरा- 2001 के सेन्सस में त्रिपुरा 13वें नंबर पर थे, लेकिन 2011 में ये चौथे नंबर पर आ गया। 2011 में त्रिपुरा का लिटरेसी रेट 87.75% है, जो 2001 से 14.59% ज्यादा है।
गोवा- गोवा का लिटरेसी रेट 87.40% है, जो 2001 से 5.39% ज्यादा है। लेकिन 2001 में गोवा का नाम टॉप-4 में आता था।
दमन और दीव- दमन और दीव का लिटरेसी रेट 2011 के सेन्सस के मुताबिक 87.07% है, जो 2001 से 8.89% ज्यादा है। पिछली जनगणना में दमन और द्वीव 9वें नंबर पर था।
पांडिचेरी- इस राज्य का लिटरेसी रेट 86.55% है, जो 2001 से 5.31% ज्यादा है। 2001 में पांडिचेरी 8वें नंबर पर आता था, जो 2011 में एक कदम ऊपर 7वें पर आ गया है।
चंडीगढ़- इस राज्य की पॉजिशन गिरकर 5वें से 8वें पर आ गई। 2011 के आंकड़ों के मुताबिक, लिटरेसी रेट 86.34% है, जो 2001 से 4.49% ज्यादा है।
दिल्ली- राजधानी दिल्ली के लिटरेसी रेट में भी गिरावट आ गई है। 2001 में जहां दिल्ली 6वें नंबर पर आता था, वहीं 2011 में 9वें नंबर पर आ गया। 2011 के मुताबिक, दिल्ली का लिटरेसी रेट 86.34% है, जो 2001 से 4.67% ज्यादा है।
अंडमान-निकोबार आइसलैंड- इसका लिटरेसी रेट 86.27% है, जो 2001 से 4.97% ज्यादा है।
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Real Estate: खरीदना चाहते हैं अपने सपनों का घर तो रखे इन बातों का ध्यान, भास्कर प्रॉपर्टी करेगा मदद

डिजिटल डेस्क, जबलपुर। किसी के लिए भी प्रॉपर्टी खरीदना जीवन के महत्वपूर्ण कामों में से एक होता है। आप सारी जमा पूंजी और कर्ज लेकर अपने सपनों के घर को खरीदते हैं। इसलिए यह जरूरी है कि इसमें इतनी ही सावधानी बरती जाय जिससे कि आपकी मेहनत की कमाई को कोई चट ना कर सके। प्रॉपर्टी की कोई भी डील करने से पहले पूरा रिसर्च वर्क होना चाहिए। हर कागजात को सावधानी से चेक करने के बाद ही डील पर आगे बढ़ना चाहिए। हालांकि कई बार हमें मालूम नहीं होता कि सही और सटीक जानकारी कहा से मिलेगी। इसमें bhaskarproperty.com आपकी मदद कर सकता है।
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ध्यान रखें की प्रॉपर्टी RERA अप्रूव्ड हो
कोई भी प्रॉपर्टी खरीदने से पहले इस बात का ध्यान रखे कि वो भारतीय रियल एस्टेट इंडस्ट्री के रेगुलेटर RERA से अप्रूव्ड हो। रियल एस्टेट रेगुलेशन एंड डेवेलपमेंट एक्ट, 2016 (RERA) को भारतीय संसद ने पास किया था। RERA का मकसद प्रॉपर्टी खरीदारों के हितों की रक्षा करना और रियल एस्टेट सेक्टर में निवेश को बढ़ावा देना है। राज्य सभा ने RERA को 10 मार्च और लोकसभा ने 15 मार्च, 2016 को किया था। 1 मई, 2016 को यह लागू हो गया। 92 में से 59 सेक्शंस 1 मई, 2016 और बाकी 1 मई, 2017 को अस्तित्व में आए। 6 महीने के भीतर केंद्र व राज्य सरकारों को अपने नियमों को केंद्रीय कानून के तहत नोटिफाई करना था।