लाल केकड़ों के लिए फेमस द्वीप, सड़कों पर घूमते हैं ऐसे
डिजिटल डेस्क, कैनबरा। ऑस्ट्रेलिया का ये आइलैंड दुनियाभर में फेमस है। हालांकि यहां के रहवासी कुछ दिनों के लिए परेशान हो जाते हैं। ये फेमस है केकड़ों के लिए जिनका रंग लाल होता है और यहां के लोग परेशान हैं इनकी संख्या से। ये हर साल प्रजनन के लिए इस आइलैंड की ओर रुख करते हैं और बताया जाता है कि इस दौरान यहां इनकी संख्या इतनी अधिक होती है कि जंगल से लेकर घर, रेस्टाॅरेंट, बस स्टाॅप और सड़कों पर चलते हुए भी इन्हें देखा जा सकता है। इनकी बढ़ी संख्या का अनुमान इसी बात से लगाया जा सकता है कि कुछ दिनों के लिए तो आपको सड़कों पर चलते वक्त भी नीचे देखकर चलना होता है।
पूरी 14 प्रजातियों के लाल केकड़े
यहां हम बात कर रहे हैं ऑस्ट्रेलिया के क्रिस्मस द्वीप की। यहां हर साल 12 करोड़ से ज्यादा केकड़े पहुंचते हैं। प्रजनन के बाद इनकी संख्या और बढ़ जाती है। इंडियन ओशन में स्थित इस क्रिस्मस आइलैंड की पहचान इन केकड़ों ने ही दुनियाभर में बना दी है। इस आइलैंड का पता 1643 में चला था यह 135 स्क्वायर किमी में स्थित है। एक या दो नहीं, बल्कि इस द्वीप पर पूरी 14 प्रजातियों के लाल केकड़े पाए जाते हैं। विशेषज्ञ इनकी संख्या 120 मिलियन के आसपास होना बताते हैं।
भारतीय महासागर तक का सफर
ऑस्ट्रेलियन नेशनल पार्क के रूप में इस आइलैंड का करीब 63 फीसदी हिस्सा सुरक्षित है। ये केकड़े प्रजनन के लिए क्रिसमस द्वीप के एक छोर के जंगल से भारतीय महासागर तक का सफर तय करते हैं जो कि दूसरे छोर पर स्थित है। यह आइलैंड 52 वर्गमील क्षेत्रफल में है जबकि यहां की आबादी दो हजार लोगों के लगभग बतायी जाती है, लेकिन केकड़ों के साथ ही यहां लोग बड़ी संख्या में इन्हें देखने के लिए आते हैं। ये आइलैंड केकड़ाें के लिए ही जाना जाने लगा है। ये यहां की खूबी हैं। ठीक इंडिया के आॅलिव टर्टल की तरह जो उड़ीसा के तट पर प्रजनन के लिए पहुंचते हैं।
Created On :   29 Nov 2017 11:09 AM IST