आग लगाकर बीमारी का इलाज, चाइना में ऐसे भी होता है ट्रीटमेंट
डिजिटल डेस्क, बीजिंग। आपको जैकी चैन की फिल्म द कराते किड तो याद ही होगी, जी हां इस फिल्म में एक छोटे लड़के ने कराते के ऐसे एक्शन दिखाए हैं कि देखने वाले देखते ही रह जाएं। इस फिल्म में एक और खास चीज दिखाई गई है वह है शरीर पर आग लगाकर इलाज करना। जैकी चैन ऐसा करते हुए दिख रहे हैं, लेकिन हम यहां आपको ऐसी ही थैरेपी के बारे में बताने जा रहे हैं। चीन में अनेक बीमारियों का इलाज इसी तकनीक से किया जाता है।
अल्कोहल का हल्का छिड़काव
इस तकनीक से इलाज करा व्यक्ति पहले अल्कोहल का हल्का छिड़काव कर आग लगा देता है। उसके बाद इलाज शुरू होता है। इसके परिणाम भी आश्चर्यजनक रूप से देखने मिलते हैं। इससे तनाव, अवसाद, बदहजमी और बांझपन के साथ-साथ कैंसर तक का इलाज किया जाता है। यह थैरेपी सौ साल से भी ज्यादा पुरानी बतायी जाती है। इस विधि से इलाज करने वाले झांग फेंगाओ अपने काम के लिए काफी फेमस हैं। इसे फायर थैरेपी भी कहा जाता है।
प्राचीन मान्यताओं पर आधारित
इस तकनीक में पहले मरीज की पीठ पर जड़ी-बूटियों का लेप लगाया जाता है। उसके बाद उसे एक तौलिये से ढक दिया जाता है। इसके बाद उस पर पानी या अल्कोहल का छिड़काव किया जाता है इसके बाद उस पर लाइटर से आग लगाकर कुछ सेकंड के लिए ही फिराया जाता है। हैरान करने वाली बात है कि इस पर जलने का निशान भी नही आता। इस तरीके के बारे में कहा जाता है कि यह तरीका चीन की प्राचीन मान्यताओं पर आधारित है। इसके लिए पहले शरीर में गर्मी और ठंडक के बीच सामंजस्य बनाने पर जोर दिया जाता है।
इससे पीठ ही नहीं, हाथ-पैर, रीढ़ की हड्डी, सिर दर्द, पेट दर्द सहित गंभीर से गंभीर बीमारी का भी इलाज किया जाता है। पहले इस तकनीक को सिर्फ फिल्मों में दिखाया जाता था लेकिन बीते दिनों इसकी तस्वीर भी सोशल मीडिया पर वायरल हुई जिसके बाद लोग अब दुनियाभर में लोग इसके बारे में जानना चाहते हैं।
Created On :   29 Nov 2017 8:50 AM IST