पेंगुइन के शरीर पर लगाया कैमरा, कुछ ऐसा दिखता है नजारा
डिजिटल डेस्क,नई दिल्ली। पेंगुइन एक फ्लाइटलेस पक्षियों का समूह है जो उड़ नहीं सकते। इनकी सिर्फ एक प्रजाति ‘गैलापेगोस पेंगुइन’ ही उत्तरी क्षेत्र में पाई जाती है, बाकि सभी प्रजातियां दक्षिणी हेमिस्फेयर में रहती हैं। ज्यादातर पेंगुइन क्रिल, मछली और स्क्विड जैसे समुद्री जीवों का सेवन करते हैं। दिलचस्प बात ये है कि पेंगुइन अपनी आधी जिंदगी जमीन पर और आधी जिंदगी पानी में बिताते हैं।
पेंगुइन पर लगाए कैमरे
ब्रिटिश अंटार्कटिक सर्वेक्षण (बीएएस) ने एक वीडियो जारी किया है, जिसमें उन्होंने बताया है कि अंटार्कटिक प्रायद्वीप के नेल्सन द्वीप के क्षेत्र में पेंगुइनों के बीच तैरने का अनुभव कैसा होता है। वैज्ञानिकों ने पेंगुइन पर कैमरे लगाए ताकि वो उनकी खाने की आदतों के बारे में जान पाए।
दक्षिणी हेमिस्फेयर के पेंगुइन
पेंगुइन्स की ज्यादातर प्रजातियां दक्षिणी हेमिस्फेयर में रहती हैं। कहा जा सकता है कि ये यहां के मूल निवासी हैं। ये सिर्फ अंटार्कटिका जैसे ठंडे मौसम में ही नहीं पाई जाती बल्कि इनकी कुछ प्रजातियां उत्तरी क्षेत्र में भी निवास करती हैं। ये प्रजाति पृथ्वी के टेम्प्रेट जोन में रहती है, जिन्हें गैलापेगोस पेंगुइन के नाम से जाना जाता है। ये खासकर गैलापागोस द्वीप समूह के उत्तरी इलाके में पाई जाती है। असल में ये अंटार्कटिक हम्बोल्ट करेंट के ठंडे पानी की वजह से वहां जीवित रह पाती हैं।
Created On :   26 April 2018 2:35 PM IST