परंपरा : भारत के इस गांव में 5 दिनों तक बिना कपड़ों के रहती हैं महिलाएं
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। आज भले ही हम शहर में रहने वाले लोग खुद को मॉडर्न दिखाने के लिए अपना पुरानी परंपरा और रीति-रिवाज को न मानें लेकिन गांवों में आज भी लोग सालों पुरानी परंपरा को मानते हैं और उनका पालन करते हैं। ऐसा ही एक गांव में है जहां पर शादीशुदा महिलाएं 5 दिनों के लिए बिना कपड़ों के रहती हैं। ये परंपरा सुनने में भले ही अजीब लगे लेकिन सालों पुरानी इस परंपरा पर लोगों को बहुत विश्वास है। इस गांव का नाम है पीणी गांव, जो हिमाचल प्रदेश की मणिकर्णी घाटी में स्थित है। आइए जानते है इस पूरी परंपरा के बारे में...
साल में 5 दिन तक बिना कपड़ों के रहती हैं महिलाएं
इस गांव में रहने वाली शादीशुदा महिलाएं साल के पूरे 5 दिन तक बिना कपड़ों के रहती हैं। इस दौरान वो अपना बदन ढंकने के लिए ऊन के बने पट्टुओं का इस्तेमाल करती हैं और इसे ओढ़कर ही अपने बदन को ढंकती हैं। ये रिवाज 17 अगस्त से 21 अगस्त तक चलती है और लोग इसे "काला महिना" के तौर पर मनाते हैं। इस दौरान यहां की महिलाएं अपने पति या किसी भी पुरुष के सामने नहीं आती है और इन दिनों में पति-पत्नी एक-दूसरे से अनजान ही बने रहते हैं। माना जाता है कि यदि महिलाएं इस परंपरा को नहीं मानेंगी तो घर में कुछ अशुभ हो सकते है। इन दिनों में यहां पर पुरुष शराब भी नहीं पीते हैं।
क्या है इसके पीछे की मान्यता?
गांववाले इन दिनों को "काले महीने" के रुप में मनाते हैं। इसके पीछे लोगों का मानना है कि सालों पहले यहां पर राक्षसों का राज था। एक दिन इस गांव में लाहुआ घोंड देवता पहुंचे और राक्षसों का विनाश कर दिया। तभी से ये परंपरा इस गांव में चली आ रही है और आज भी लोग इसे मानते हैं।
Created On :   2 Aug 2017 10:30 AM IST