33 फीसदी वन क्षेत्र के लिए टीपी प्लान तैयार करेंगे कलेक्टर,  इस मॉनसून 33 करोड़ पौधा रोपण लक्ष्य 

33 फीसदी वन क्षेत्र के लिए टीपी प्लान तैयार करेंगे कलेक्टर,  इस मॉनसून 33 करोड़ पौधा रोपण लक्ष्य 

Tejinder Singh
Update: 2019-06-05 17:02 GMT
33 फीसदी वन क्षेत्र के लिए टीपी प्लान तैयार करेंगे कलेक्टर,  इस मॉनसून 33 करोड़ पौधा रोपण लक्ष्य 

डिजिटल डेस्क, मुंबई। प्रदेश के जिलों का वनक्षेत्र 33 प्रतिशत तक पहुंचाने के लिए सभी जिलाधिकारियों को अपने जिले का विकास प्रारूप के अनुसार पौधारोपण प्लान (टीपी प्लान) तैयार करना होगा। प्रदेश के वन मंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने जिलाधिकारियों को टीपी प्लान तैयार करने का निर्देश दिया है। मुनगंटीवार ने कहा कि जुलाई से सितंबर महीने के दौरान राज्य में जनभागीदारी से 33 करोड़ पौधे लगा जाएंगे। सहयाद्री अतिथि गृह में हुई बैठक में मुनगंटीवार ने कहा कि राज्य और राष्ट्रीय वन नीति के अनुसार कुल भौगोलिक क्षेत्र में से 33 प्रतिशत क्षेत्र वन क्षेत्र होना चाहिए। इस लक्ष्य को पूरा करने के लिए जिलाधिकारी टीपी प्लान तैयार करें। मुनगंटीवार ने कहा कि सभी सरकारी विभाग अपने बजट में आवंटित निधि में से 0.50 प्रतिशत निधि पौधारोपण पर खर्च कर सकेंगे। विधायक निधि का भी इस्तेमाल पौधारोपण के काम के लिए किया जा सकता है। निजी कंपनियां सीएसआर फंड देने के लिए तैयार हैं लेकिन इस धनराशि का इस्तेमाल किस तरीके से किया जा सकता है। इस बारे में जिलाधिकरियों को मार्गदर्शन करने की जरूरत है। वहीं वन विभाग के प्रधान सचिव विकास खारगे ने 15 जून तक पौधारोपण के लिए जगह खोजने व खड्डा खोदने का काम पूरा करने को कहा है। 

पर्यावरण संरक्षण में आम लोगों की अहम भागीदारी : आठवले

उधर नई दिल्ली में केन्द्रीय सामाजिक न्याय व अधिकारिता राज्य मंत्री रामदास आठवले ने कहा है कि वर्तमान समय में पर्यावरण संरक्षण देशवासियों के सामने एक बड़ी चुनौती है और समाज के सभी क्षेत्रों के लोगों को एकजुट होकर इस क्षेत्र में काम करने की जरूरत है। आठवले ने यह बात बुधवार को विश्व पर्यावरण दिवस के मौके पर राष्ट्रीय नागरी एवं पर्यावरण संस्था द्वारा आयोजित कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि कही। उन्होने कहा कि समाज में पर्यावरण को लेकर सभी को जागरूक रहना चाहिए और आने वाली पीढ़ियों की भलाई के लिए वृक्षारोपण पर जोर देना चाहिए। मंत्री ने कहा कि केन्द्र सरकार इस दिशा में पूरा प्रयास कर रही है, लेकिन यदि समाज जागरूक हो जाएगा और समाज के हर क्षेत्र से लोग निकल कर पर्यावरण संरक्षण का प्रयास करने लगेंगे तो सफलता मिलने में देर नहीं लगेगी। आठवले ने कहा कि देश में अभी कई ऐसे क्षेत्र हैं जहां पर ज्यादा वर्षा होने से स्थानीय जनमानस को असुविधाओं का सामना करना पड़ता है। इसलिए हमारा प्रयास होगा कि शीघ्र ही नदियों को जोड़ने की परियोजना पर काम शुरू हो सके और इसके लिए वह शीघ्र ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखेंगे। उन्होने जोर देकर कहा कि नदी जोड़ने वाली परियोजना पूरी होने के बाद देश अकालमुक्त हो जाएगा। आठवले ने आम लोगों का आह्वान किया कि वह अपने अपने क्षेत्र में पर्यावरण संरक्षण की दिशा में अपना योगदान दें।
 

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