बारिश की बेरूखी ने लाया संकट, पानी पर ही काम करे प्रशासन- पालकमंत्री ने दिए निर्देश

बारिश की बेरूखी ने लाया संकट, पानी पर ही काम करे प्रशासन- पालकमंत्री ने दिए निर्देश

Anita Peddulwar
Update: 2019-07-18 06:48 GMT
बारिश की बेरूखी ने लाया संकट, पानी पर ही काम करे प्रशासन- पालकमंत्री ने दिए निर्देश

डिजिटल डेस्क, नागपुर। जिले के लघु, मध्यम और बड़े जलाशयों का जल-भंडारण लगभग खत्म हो गया है। सिर्फ डेड-स्टॉक का पानी शेष है। तोतलाडोह में 56 टीएमसी और नवेगांव खैरी में 33 टीएमसी पानी शेष होने से पीने के पानी की स्थिति अत्यंत चिंताजनक बन गई है। सिर्फ 35 दिन पानी मिलेगा, इतना पानी शेष है। ऐसे में अधिकारियों को अन्य सारे काम साइड में रखकर सिर्फ जलसंकट निवारण के कामों पर ध्यान केंद्रित करने के निर्देश पालकमंत्री चंद्रशेखर बावनकुले ने मनपा, जिप व जलसंपदा विभाग के अधिकारियों को दिए हैं। 

फिलहाल शहर को रोजाना 640 एमएलडी जलापूर्ति रोजाना हो रही है। एक दिन अंतराल में जलापूर्ति करने से तालाब का जलस्तर 15 दिन में बढ़ने की संभावना है। मध्यप्रदेश के चौरई जलाशय में 94 टीएमसी पानी है। आवश्यकता होने पर दोनों सरकारों के स्तर पर बैठक लेकर 10-15 टीएमसी पानी नागपुर के लिए लेना पड़ेगा। यह वस्तुस्थिति सरकार को देने की सूचना पालकमंत्री ने जिला प्रशासन को दी है। फिलहाल पानी सिर्फ पीने के लिए आरक्षित रखना होगा। बैठक में मनपा ने कम पानी इस्तेमाल के लिए कौन सी उपाय योजना की है, इस पर भी प्रश्न उठे। पानी का पीने के अलावा अन्य कारणों के लिए इस्तेमाल न हो। उदाहरणार्थ निर्माणकार्य, वाहन धुलाई आदि के लिए जोन अनुसार विजिलेंस समिति गठित की जाएगी। यह समिति पानी इस्तेमाल पर नियंत्रण रखेगी। मनपा 30 प्रतिशत पानी व्यावसायिक इस्तेमाल के लिए देती है। उसमें भी कटौती की जाएगी। होटल, बार-मालिक के पानी इस्तेमाल पर बंधन लगाए जाएंगे। इसके अलावा पानी लीकेज न हो, इसके लिए मनपा को विशेष प्रयास करने की सूचनाएं की गई। 

बैठक में मंथन
नासुप्र सभागृह में पानी आरक्षण को लेकर पालकमंत्री बावनकुले ने बैठक आयोजित की थी। बैठक में महापौर नंदा जिचकार, विधायक मल्लिकार्जुन रेड्डी, जिलाधिकारी अश्विन मुद्गल व मनपा के अन्य अधिकारी उपस्थित थे। बैठक में अधिकारियों ने बताया कि शहर को सिर्फ 35 दिन पानी मिल सके, इतना जलाशयों में है। अगर एक दिन अंतराल में जलापूर्ति जारी रही तो यह पानी अगले 4 महीने तक मिल सकेगा। तोतलाडोह जलाशय से मनपा जलप्रदाय विभाग का पंप तालाब से जलस्तर 318 मीटर होने तक पानी खिंच सकता है, लेकिन अब जलस्तर 314 मीटर तक आ गया है। पालकमंत्री ने निर्देश दिया कि  पानी खिंचने वाले पंप के हेड में तकनीकी दुरुस्ती कर 311 मीटर जलस्तर से पंप से पानी खिंच सके, इस तरह की दुरुस्ती करें। नवेगांव खैरी में मात्र 33 टीएमसी पानी पीने योग्य उपलब्ध है। इसे शहर के पीने के लिए उपयोग किया जाएगा। 

रेनवॉटर हार्वेस्टिंग
महानगरपालिका, जिला परिषद, महावितरण, महानिर्मिती व एनएमआरडीए ने रेनवॉटर हार्वेस्टिंग अनिवार्य करने के निर्देश पालकमंत्री बावनकुले ने दिए। सभी शासकीय इमारत, मनपा सीमा अंतर्गत मकान, बड़ी इमारत, जिला परिषद के सभी गांवों में लोगों को रेनवॉटर हार्वेस्टिंग अनिवार्य करें। सभी नगरपरिषद के गांवों की इमारतों में रेनवॉटर हार्वेस्टिंग हुए बिना इमारत के नक्शे मंजूर न करें, यह सूचना भी दी गई। 

महानिर्मिती के पानी में कटौती 
महानिर्मिती के कोराड़ी और खापरखेड़ा औष्णिक विद्युत निर्मिति केंद्रों को लगने वाले पानी में भी कुछ पैमाने पर कटौती की जाएगी। कोराड़ी के केंद्र को सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट पानी पर ही शुरू है। सिर्फ पीने के लिए मनपा के पानी का इस्तेमाल किया जाता है। कोराड़ी को 24.69 और खापरखेड़ा को 28 एमएलडी पानी लगता है। दोनों केंद्रों की मांग 52 एमएलडी है। उन्हें 45 एमएलडी पानी मिल रहा है। वेकोलि की कोयला खदानों में बड़े पैमाने पर पानी का भंडारण है। 15 दिन में यह पानी उपयोग करने के निर्देश पालकमंत्री ने दिए हैं। 
 

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